MCD के 351 सर्व शिक्षा अभियान शिक्षकों को जुलाई से वेतन देने में फेल हुई AAP सरकार… 28 हजार शिक्षकों व ग्रेड ए व बी के अधिकारियों को नहीं मिला जनवरी का वेतन

-आम आदमी पार्टी ने एमसीडी कर्मचारियों को किया निराशः बीजेपी
-हजारों अनुबंध कर्मचारियों को नहीं मिल रहा 3 -4 महीने से वेतनः प्रवीण शंकर कपूर

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली 29 फरवरीः
दिल्ली नगर निगम (MCD) के कर्मचारियों को अपटूडेड वेतन करने के नाम पर एक बड़े समारोह में अपना स्वागत करवाने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) अपने वादे में फेल साबित हुए हैं। दिल्ली की मेयर शैली ओबरॉय (Mayor Shally Obroy) ने भी सात-आठ महीने पहले ही दावा किया था कि निगम कर्मियों का वेतन अपटूडेट कर दिया गया है। परंतु वास्तविकता यह है कि 28 हजार शिक्षकों को जनवरी महीने का वेतन नहीं मिला है। सर्व शिक्षा अभियान के शिक्षकों को पिछले वर्ष जुलाई माह से वेतन नहीं दिया जा रहा है और अनुबंध पर काम कर रहे हजारों कर्मचारियों का भी 3 से 4 महीने का वेतन बकाया है।
इस मामले में दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (State BJP) के के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर (SpokesPerson Praveen Shankar Kapoor) ) ने कहा है कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने उन हजारों एमसीडी (MCD) कर्मचारियों को धोखा दिया है, जिन्हें उन्होंने समय पर वेतन भुगतान का सपना दिखाया था। एमसीडी में सत्ता में आने के तुरंत बाद सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने आश्वासन दिया था कि अब सभी एमसीडी कर्मचारियों को महीने की पहली तारीख को वेतन मिलेगा और जुलाई 2023 में दिल्ली की महापौर ने कर्मचारियों को समय पर वेतन देने के लिए सीएम को सम्मानित करने के लिए एक विशेष समारोह आयोजित करने के लिए भी मजबूर किया था। परंतु केवल जून का वेतन समय पर दिया गया और उसके बाद कर्मचारियों के वेतन में लगातार देरी हो रही है।
प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि पिछले कई महीनों से एमसीडी के लगभग 28000 श्रेणी बी और ए कर्मचारियों में से अधिकांश, जिनमें शिक्षक, इंजीनियर, डॉक्टर, नर्स, उच्च श्रेणी के प्रशासनिक कर्मचारी शामिल हैं, को विलंब से वेतन मिल रहा है। उदाहरण के लिए उनमें से अधिकांश को दिसंबर 2023 का वेतन जनवरी 2024 के अंतिम सप्ताह में मिला। हर महीने की पहली तारीख को भुगतान के वादा अब महापौर एवं नगर निगम भूल चुके हैं।
आज 29 फरवरी इस महीने का आखिरी दिन है, शिक्षकों सहित 28000 से अधिक कर्मचारियों को अभी तक अपना जनवरी का वेतन नहीं मिला है। आज फरवरी खत्म हो रही है, अब उनकी 2 महीने का वेतन बकाया जमा हो गया है। दिल्ली सरकार के 351 सर्व शिक्षा अभियान शिक्षकों को जुलाई 2023 में दिल्ली सरकार से एमसीडी में स्थानांतरित कर दिया गया था, लेकिन 8 महीने बाद भी उन्हें एमसीडी से कोई वेतन नहीं मिला है।
इसी तरह माली, चौकीदार, डेटा एंट्री ऑपरेटर, डीबीसी वर्कर्स समेत एमसीडी के हजारों कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को दिसंबर 2023 का वेतन अभी तक नहीं मिला है। दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता ने कहा है कि सीएम अरविंद केजरीवाल और मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने एमसीडी में सत्ता में रहते हुए दिल्लीवासियों को तेज विकास, लैंडफिल साइटों की सफाई, बेहतर स्वच्छता और कर्मचारियों को समय पर वेतन देने के सपने दिखाए थे, लेकिन एक साल सत्ता में रहने के बाद “आप“ विफल हो गई है। दिल्लीवासी विकास को लेकर तो और एमसीडी कर्मचारी वेतन को लेकर “आप“ शासित दिल्ली नगर निगम से निराश हैं।