-केजरीवाल पर विधायकों को गधा और टुच्चा कहने का आरोप
-विधायकों से वसूली करने के लिए दबाव बनाने का आरोप
-अल्का लांबा ने किया विधायक वाजपेयी के कदम का समर्थन
टीम एटूजैड/नई दिल्ली
भारी अपमान, तिरस्कार और जिल्लत झेलने की सीमा पार हो गई और ‘आप’ का गधा पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गया। जी हां सियासी गलियारों में कुछ इसी तरह की चर्चा है। कहावत यह भी है कि ‘जरूरत के समय गधे को भी बाप बनाना पड़ता है।’ शब्दों का अर्थ कुछ भी हो। शुक्रवार को पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर से आप विधायक अनिल वाजपेयी ने आम आदमी पार्टी छोड़ दी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। आरोप है कि उन्हें भी केजरीवाल ने ‘गधा’ कहा था। इसे अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में 12 मई को सातों सीटों पर मतदान होना है। ऐसे में सभी राजनीतिक दल जोर-शोर से प्रचार में जुटे हैं। इस बीच आम आदमी पार्टी के लिए शुक्रवार का दिन बुरी खबर लेकर आया। मतदान के लिए करीब एक सप्ताह का समय हो और पार्टी के विधायक का भाजपा में जाना हो जाना केजरीवाल के लिए मुश्किल भरा साबित हो सकता है।
‘आप’ में विधायकों का कहा जाता गधा और टुच्चा
गांधी नगर से विधायक अनिल वाजपेयी ने आरोप लगाया है कि पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल हर समय अपने विधायकों का अपमान करते रहते हैं। भरी बैठकों में विधायकों को गधा और टुच्चा कहा जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर विधायकों से अपमानजनक व्यवहार करने और अपशब्द बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि स्वाभिमान, मान सम्मान और प्रतिष्ठा से समझौता नहीं किया जा सकता है, इसलिए उन्होंने आप छोड़ने का फैसला किया।
विधायकों पर करोड़ों की वसूली का दबाव
आप विधायक अनिल वाजपेयी ने अपनी पीड़ा बयान करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल पार्टी विधायकों पर अपने अपने इलाकों से करोड़ों रूपये की वसूली करके लाने का दबाव बनाते हैं। वाजपेयी को भी कई बार गांधी नगर से वसूली करके लाने के लिए दबाव बनाया गया था। वाजपेयी ने कहा कि लगभग 15 वर्षों तक कांग्रेस में रहते हुए भी उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन किया है। वह अभी भी किराये के मकान में रहते हैं। लोगों ने चंदा देकर उन्हें विधानसभा का चुनाव लड़ाया था। अब उन्हें केजरीवाल द्वारा गांधी नगर मार्केट से वसूली करके लाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था।
अल्का लांबा ने किया समर्थन
चांदनी चौक से आम आदमी पार्टी की विधायक अल्का लांबा ने अनिल वाजपेयी के ‘आप’ छोड़ भाजपा में शामिल होने के कदम का समर्थन किया है। उन्होंने दावा किया कि वाजपेयी अपना आत्मसम्मान बचाने के लिए भाजपा में शामिल हुए हैं। उन्होंने यह कदम पैसों के लिए नहीं बल्कि आत्मसम्मान के लिए उठाया है। अल्का ने ट्वीट किया कि ‘‘आप के एक विधायक के बीजेपी में जाने की खबर है, बात हुई, बेहद दुखी और आहत हैं। मैंने समझाया कि हमें यहीं रहकर लड़ना चाहिए, कम से कम जनता के प्रतिनिधि बनकर उनके बीच हम उनके कामों को तो जारी रख सकते हैं। पर उन्हें वह बात नहीं भूलती कि उन्हें भरी सभा में गधा कहा गया, उनकी औकात पूछी गई।’’
सर्जिकल स्ट्राइक पर सवालों पर सवाल
अनिल वाजपेयी ने चांदनी चौक की विधायक अलका लांबा का उदाहरण देते हुए दावा किया कि कई और विधायक आप में घुटन महसूस कर रहे हैं। लेकिन वह आवाज नहीं उठा पा रहे हैं। समय आने पर वे सभी सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर वह भाजपा में शामिल हुए हैं। मोदी ने पूरे विश्व में भारत का नाम ऊंचा किया है। सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पर केजरीवाल और अन्य आप नेताओं द्वारा सवाल खड़ा करने से अन्य देशवासियों की तरह पार्टी के कई विधायक भी आहत हुए हैं।
सिसोदिया के वार पर वाजपेयी का पलटवार
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर आप के सात विधायकों को दस-दस करोड़ रुपये में खरीदने की कोशिश का आरोप लगाया है। इस पर अनिल वाजपेयी ने कहा कि आरोप लगाकर माफी मांगना केजरीवाल व उनके साथियों की आदत है।
विचारधारा से भटकी पार्टी
अनिल वाजपेयी ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के आंदोलन से प्रभावित होकर वह आप से जुड़े थे। आप अब अपनी विचारधारा से भटक गई है। जिस कांग्रेस के भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करके केजरीवाल सत्ता में आए थे, उसी से गठबंधन करने को परेशान दिखे।
केजरीवाल पर गोयल की गुगली
विधायकों की खरीदफरोख्त के आरोप पर केंद्रीय मंत्री विजय गायल ने सवाल दागे। उन्होंने कहा कि सीएम केजरीवाल बताएं कि भाजपा छोड़कर जाने वालों को उन्होंने कितने पैसे दिए। गोयल ने कहा कि उत्तर पश्चिमी दिल्ली से आप प्रत्याशी गूगन सिंह सहित कई नेता भाजपा व अन्य पार्टी को छोड़कर उनकी पार्टी में गए हैं। सीएम केजरीवाल को बताना चाहिए कि उन लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करने के लिए कितने पैसे दिए हैं।
फिर से बगावत पर उतरीं अल्का लांबा
चांदनी चौक से आप विधायक अलका लांबा एक बार फिर बगावत के मूड में आ गई हैं। वह चांदनी चौक सीट से उम्मीदवार पंकज गुप्ता के समर्थन में आयोजित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के रोड शो में नहीं पहुंचीं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उन्हें ‘‘अपमान मंजूर नहीं था, इसलिए रोड शो में नहीं पहुंचीं। पार्टी उम्मीदवार पंकज का फ़ोन आया था कि सीएम के रोड शो में शामिल होना है। मैं तैयार थी, फिर संदेश भिजवाया गया, मैं सीएम के साथ गाड़ी पर नही रहूंगी, गाड़ी के पीछे चलना होगा, जबकि बाकी एमएलए ख़ास कर असीम रहेगें, यह उनके द्वारा आयोजित शो है। यह अपमान मुझे और मेरे लोगों को मंजूर नही था.’’। दरअसल आम आदमी पार्टी ने अपने विधायक पंकज गुप्ता को चांदनी चौक से लोकसभा चुनाव में उतारा है। बुधवार को उनके समर्थन में चांदनी चौक इलाके में रोड शो आयोजित किया गया था। लेकिन केजरीवाल के साथ अल्का लांबा खींचतान यहां भी सामने आ गई। दरअसल पिछले साल दिसंबर में दिल्ली विधानसभा में राजीव गांधी के खिलाफ 1984 में हुए सिख नरसंहार को लेकर एक प्रस्ताव पेश हुआ था। जिसका अल्का लांबा ने विरोध शुरू किया था। जिसके बाद से पार्टी ने उन्हें हाशिए पर डाल रखा है।