हरदयाल म्यूनिसिपल लाइब्रेरी के सचिव पद के चुनाव में फंसा पेंच… कोर्ट ने लगाई फटकार…सच साबित हुई A2Z NEWS की खबर

-असंवैधानिक प्रक्रिया के लिए आम आदमी पार्टी को उच्च न्यायालय ने लगाई फटकारः राजा इक़बाल सिंह

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 10 नवंबर।
दिल्ली नगर निगम (Municipal Corporation of Delhi) द्वारा संचालित हरदयाल म्यूनिसिपल लायब्रेरी (Hardayal Municipal Library) के सचिव क चुनाव में तकनीकी पेंच फंस गया है। चुनाव के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Courts) ने दिल्ली की मेयर शैली ओबरॉय और दिल्ली नगर निगम को चार सप्ताह के अंदर जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है। बीजेपी नेत्री और हरदयाल म्यूनिसिपल लायब्रेरी की सचिव पूनम पाराशर झा ने दिल्ली हाई कोर्ट में गुहार लगाई थी कि लायब्रेरी के सचिव के चुनाव में अनियमितताएं बरती गई हैं। A2Z NEWS ने पहले ही हरदयाल म्यूनिसिपल लायब्रेरी के सचिव के चुनाव में तकनीकी पेंच फंसने की आशंका जाहिर करते हुए खबर को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था।
नगर निगम में नेता विपक्ष व पूर्व महापौर राजा इक़बाल सिंह ने इस मामले में कहा कि हरदयाल म्यूनिसिपल लाइब्रेरी के सचिव पद में असंवैधानिक प्रक्रिया के लिए आम आदमी पार्टी को उच्च न्यायालय ने फटकार लगाई है। आम आदमी पार्टी की मेयर ने अपनी अनुभवहीनता का परिचय देते हुए हरदयाल म्यूनिसिपल लाइब्रेरी के सचिव पद का चुनाव अपने कार्यालय में करवा दिया था। जिसके लिए उन्होंने अपने कार्यालय में कार्यरत निजी सचिव से इस संबंध में आदेश जारी करवाए।

राजा इकबाल सिंह ंने बताया कि सचिव पद के चुनाव को गुपचुप करवाने के लिए आम आदमी पार्टी की मेयर ने सभी नियमों को ताक पर रख दिया। उन्होंने बताया कि नियमानुसार हरदयाल म्यूनिसिपल लाइब्रेरी का सचिव ही बैठक बुलाने के लिए आदेश जारी कर सकता था। इस पूरी असंवैधानिक प्रक्रिया के ख़लिफ़ पूनम पराशर झा ने उच्च न्यायालय में याचिका दी थी। जिसके संबंध में न्यायालय ने आम आदमी पार्टी की मेयर और दिल्ली नगर निगम से चार सप्ताह के भीतर जवाब दाख़लि करने का निर्देश दिया है।
राजा इक़बाल सिंह ने बताया कि आम आदमी पार्टी इसी प्रकार निगम सदन में भी प्रस्ताव पास करवाने के लिए असंवैधानिक प्रक्रिया अपना रही है। भारतीय जनता पार्टी हमेशा से ही आम आदमी पार्टी द्वारा अपनायी जा रही असंवैधानिक प्रक्रिया का लगातार विरोध करती रही है और आगे भी विरोध करती रहेगी।