सराय काले खां फ्लाई ओवरः 57 करोड़ का एस्टीमेट, 42 करोड़ का टेंडर, 50 करोड़ की लागत का दावा फिर भी बचा लिये 16 करोड़?

-मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 66 करोड़ बताई सराय काले खां फ्लाई ओवर की एस्टीमेटिड लागत
-सीएम के दावे पर उठ रहे सवालः वर्क ऑर्डर में महज 57 करोड़ है फ्लाई ओवर की एस्टीमटिड कॉस्ट
-जब 42 करोड़ में दिया गया फ्लाई ओवर बनाने का ठेका फिर 50 करोड़ तक कैसे पहुंची लागत?

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 23 अक्टूबर, 2023।
सराय काले खां (Sarai Kale Khan) के पास टी प्वॉइंट पर बनाये गये फ्लाई ओवर (Fly Over) का उद्घाटर सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने कर दिया। यह फ्लाई ओवर अब आम जनता के लिए खोल दिया गया है। उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री ने दावा किया कि इसे बनाने के लिए 66 करोड़ रूपये की एस्टीमेटिड कॉस्ट का अनुमान लगाया गया था। परंतु इसे दिल्ली सरकार ने केवल 50 करोड़ रूपये में बनाकर 16 करो़ड़ रूपये की बचत की है। सीएम केजरीवाल के इसी दावे को लेकर अब गंभीर सवाल उठने शुरू हो गये हैं।
दरअसल फ्लाई ओवर को बनाने वाली कंपनी ने यह ठेका करीब 42 करोड़ रूपये में लिया था। इस राशि में ही फ्लाई ओवर से संबंधित सभी कार्य किये जाने थे। ठेकेदार कंपनी को जारी किये गये टेंडर एक्सेप्टेंस लेटर में स्वयं पीडब्लूडी विभाग ने फ्लाई ओवर की अनुमानित लागत करीब 57 करोड़ रूपये बताई है। जबकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार का दावा किया कि इस फ्लाई ओवर का निर्माण 50 करोड़ रूपये में किया गया है और 16 करोड़ रूपये की बचत की गई है।
गौरतलब है कि पीडब्लूडी की फ्लाई ओवर डिवीजन की ओर से फ्लाई ओवर को बनाने वाली कंपनी को जारी किये गये पत्र में 66 करोड़ रूपये के बजाय 57,70,03,285 रूपये की अनुमानित लागत बताई गई है। ऐसे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का 65 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत का दावा गलत साबित हो गया है। जबकि मुख्यमंत्री के 50 करोड़ रूपये मे ंफ्लाई ओवर को बनाने के दावे के मुताबिक करीब 8 करो़ड़ रूपये ज्यादा खर्च आया है, क्योंकि कंपनी को निर्माण के लिए 41,99,50,000 रूपये में ठेका दिया गया था। यानी कि फ्लाई ओवर की अनुमानित लागत से करीब 27.22 फीसदी कम राशि में ठेकेदार कपनी को यह ठेका दिया गया था। लेकिन मुख्यमंत्री के दावे के मुताबिक यह फ्लाई ओवर 50 करोड़ रूपये में बनकर तैयार हुआ है।
किसकी जेब में गये 8 करोड़ः खुराना
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता हरीश खुराना ने टेंडर से संबंधित लेटर ऑफ एक्सेप्टेंस को ट्विटर पर जारी करते हुए सवाल उठाया है कि यदि 50 करोड़ में फ्लाई ओवर बनाया गया तो 8 करोड़ रूपये किसकी जेब में गये? उन्होंने लिखा कि कब तक जनता को बेवकूफ बनाओगे?