निगम आयुक्त मधुप व्यास ने पेश किए 2019-20 के बजट प्रस्ताव
आने वाले दिनों में उत्तरी दिल्ली नगर निगम की हालत सुधरेगी। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त मधुप व्यास ने साल 2019-20 के लिए शुक्रवार को स्थायी समिति की बैठक में बजट प्रस्ताव पेश किए। आने वाले साल के लिए निगम आयुक्त ने 8,832 करोड़ रूपये से कुछ ज्यादा का बजट पेश किया। बजट में उम्मीद की गई है कि आने वाले साल में उत्तरी दिल्ली नगर निगम को 883263.83 रूपये की आय होगी। इसके मुकाबले विभिन्न मदों में 883256.11 रूपये खर्च किए जाएंगे। बजट में प्रोफेशनल टैक्स, बैटरमेंट टैक्स और हाउस टैक्स के कुछ स्लैब में नए टैक्स लगाकर 650 करोड़ की अतिरिक्त कमाई का प्रस्ताव है।
आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश
प्रस्तावित बजट में उत्तरी दिल्ली नगर निगम को आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश की गई है। निगम भवनों पर मोबाइल टॉवर लगाकर आय अर्जित करने, निगम के शारीरिक स्वास्थ्य केंद्रों को निजी हाथों में सांपकर आय अर्जित करने, स्मार्ट पोल, वाहनों पर विज्ञापन, पार्कों में विज्ञापन, डीटीसी बसों पर विज्ञापन और उत्तर रेलवे की संपत्तियों पर विज्ञापन लगाकर आय अर्जित करने के प्रस्ताव किए गए हैं।
महत्वाकांक्षी आवासीय परियोजनाएं
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के बजट में निगम आयुक्त ने दो महत्वाकांक्षी आवासीय परियोजनाओं का प्रस्ताव किया है। मॉडल टाउन और आजादपुर की निगम की स्टाफ क्वार्टर्स की कालोनियों को बहुमंजिला आवासीय परिसरों में बदले जाने की योजना है। यह काम वेबकॉस कंपनी को दिया जाना प्रस्तावित है। आजादपुर की एमसीडी कालोनी के कुछ क्षेत्र में से 20 फीसदी क्षेत्र पर व्यावसायिक परिसर विकसित किए जाने का प्रस्ताव है। जबकि मॉडल टाउन के कुल क्षेत्र में से 10 फीसदी स्थान पर व्यावसायिक परिसर विकसित किया जाएगा। इसी में से 10 फीसदी क्षेत्र सामाजिक आयोजनों और जनसुविधाओं के लिए विकसित किया जाएगा। बता दें कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पास आजादपुर में 25 एकड़ और मॉडल टाउन में 23 एकड़ भूमि पर स्टॉफ क्वार्टर्स बने हैं। यहां विभिन्न श्रेणी के 22 मंजिला आवासीय परिसर विकसित किए जाने की योजना है। जिनमें दोनों स्थानों पर कुल 5200 फ्लैट्स बनाए जाएंगे और दोनों स्थानों पर 12 हजार गाड़ियां खड़ी करने के लिए भूमिगत पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। आजादपुर में 13 मंजिला व्यावसायिक ब्लॉक बनाए जाएंगे जहां मल्टीप्लैक्स और बैंकट की सुविधा होगी।
प्रोफेशनल और बैटरमेंट टैक्स
निगम आयुक्त ने बजट में प्रोफेशनल टैकस और बैटरमेंट टैक्स के नाम से नए करों का प्रस्ताव किया है। प्रोफेशनल टैक्स के रूप में दिल्ली के किसी भी निजी या सरकारी संस्थान या फिर प्रोफेशनल जैसे सीए, वकील या अन्य किसी भी तरह के सलाहकार या सेवा प्रदाता के बतौर काम करने वाले सभी लोगों को प्रोफेशनल टैक्स देना होगा। इस कर की दर ढाई लाख से 5 लाख रूपये वार्षिक कमाने वालों के लिए 1200 रूपये, 5 से 10 लाख रूपये वार्षिक कमाने वालों के लिए 2400 रूपये और सालाना 10 लाख रूपये कमाने वालों के लिए 2500 रूपये सालाना निर्धारित की गई है। स्वीकृत होने पर इसे वसूलने की जिम्मेदारी नियोक्ताओं और खुद की फर्म चलाने वालों पर ही डाली जाएगी। इस मद से करीब 100 करोड़ रूपये की आय होने का अनुमान है।
प्रोफेशनल टैक्स के साथ सुधार कर यानी बैटरमेंट टैक्स के रूप में 15 फीसदी की दर प्रस्तावित है। यदि यह प्रस्ताव स्वीकृत हो जाता है तो संपत्ति कर के लिए आंकी गई संपत्ति के वार्षिक मूल्य पर यह कर 15 फीसदी की दर से वसूला जाएगा। आयुक्त को सबसे ज्यादा इसी मद से राजस्व में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। इस मद से 450 करोड़ की आय का अनुमान है।
संपत्ति कर में बढ़ोतरी
निगम आयुक्त ने सभी श्रेणी की संपत्तियों के हाउस टैक्स में बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है। ए-बी-सी-डी और ई श्रेणी की संपत्तियों के हाउस टैक्स में 1 फीसदी की बढ़ोतरी का प्रस्ताव है। जबकि बजट में एफ-जी और एच श्रेणी की कालोनियों में संपत्ति कर में 2 फीसदी की बढ़ोतरी किए जाने का प्रस्ताव किया गया है।
इसके अलावा 150 वर्ग मीटर तक की व्यावसायिक संपत्तियों, अतिथि गृहों और अन्य गैर आवासीय संपत्तियों पर वसूले जाने वाले 15 फीसदी की हाउस टैक्स की दर को बढ़कार 20 फीसदी किए जाने का प्रस्ताव है। इस मद में नगर निगम को करीब 100 करोड़ रूपये मिलने का अनुमान है।