-पिटने से बाल-बाल बचे उत्तरी दिल्ली के पूर्व महापौर अवतार सिंह
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी के नेता और उत्तरी दिल्ली के पूर्व महापौर अवतार सिंह शुक्रवार को पिटते-पिटते बच गये। आम आदमी पार्टी के नेताओं के बीच अपनी सियासत को चमकाने का दांव उन्हें भारी पड़ गया। हालांकि बाद में उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर राजा इकबाल सिंह, स्थायी समिति अध्यक्ष जोगीराम जैन, सदन के नेता छैलबिहारी ने मौके पर पहुंच कर मामले को शांत कराया। बताया जा रहा है कि मामला पुलिस तक पहुंच गया, लेकिन बाद में बीजेपी नेताओं ने दखलंदाजी करके मामले को शांत कराया।
यह भी पढ़ेंः मायावती ने छोड़ा मुख्तार अंसारी का साथ… मऊ विधानसभा सीट से भीम राजभर होंगे बीएसपी उम्मीदवार
उत्तरी दिल्ली के पूर्व महापौर अवतार सिंह ने बताया कि ‘‘वह शुक्रवार को सिटी-सदर पहाड़गंज जोन की चेयरमैन के कार्यालय मे शुक्रवार को एक आवेदन लेकर गये थे। इस आवेदन में लिखा था कि जहां फिलहाल जोन कार्यालय चल रहा है, वह जर्जर हो चुका है, अतः राजपुर रोड पर स्थित बिल्डिंग में इस कार्यालय को स्थानांतरित किया जाना चाहिए।’’ बता दें कि सिटी-सदर पहाड़ंगज जोन में आम आदमी पार्टी का कब्जा है, अवतार सिंह का प्रस्ताव आम आदमी पार्टी के पार्षदों के लिए सियासी दांव नजर आ रहा है।
यह भी पढ़ेंः बीजेपी में भी हो रहा नावल्टी सिनेमा सहित निगम की संपत्तियों को बेचने का विरोध
बताया जा रहा है कि जब अवतार सिंह जोन चेयरमैन के कार्यालय में पहुंचे तो वहां पर पहले से ही मौजूद आम आदमी पार्टी के एल्डरमैन पार्षद नीरज ने उनके साथ बदसलूकी शुरू कर दी। आरोप के मुताबिक नीरज ने अवतार सिंह को भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए कहा कि ‘यह आम आदमी पार्टी का ऑफिस है, वह यहां कैसे आये?’ इसके साथ ही नीरज ने उन्हें तुरंत वहां से निकल जाने के लिए कहा। इस दौरान दोनों लोगों के बीच कहा-सुनी इतनी बढ़ गई कि नौबत मार-पीट तक आ गई। बताया जा रहा है कि इसको लेकर दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच घंटों विवाद बना रहा।
इसी दौरान पूर्व महापौर अवतार सिंह ने अपने साथ हुई इस घटना को लेकर पुलिस को सूचना दे दी और थोड़ी ही देर में वहां पुलिस के जवान भी पहुंच गये। इसी दौरान बीजेपी पार्षदों ने अपने नेताओं को सूचना दे दी तो आनन-फानन में उत्तरी दिल्ली नगर निगम में नेता सदन छैलबिहारी, स्थायी समिति अध्यक्ष जोगीराम जैन और महापौर राजा इकबाल सिंह भी वहां पहुंच गये। तब तक चांदनी चौक से बीजेपी निगम पार्षद रविंद्र कुमार कप्तान ने मामले की कमान संभाल ली। उन्होंने भी सिटी-सदर पहाड़गंज जोन की चेयरमैन को खूब खरी-खोटी सुनाईं।
बता दें कि शहरी-सदर पहाड़गंज जोन की चेयरमैन सुंलताना आबाद हैं और पूर्व महापौर के साथ कहा-सुनी करने वाले नीरज शर्मा जोन के उपाध्यक्ष यानी कि डिप्टी चेयरमैन हैं। दोनों ही आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद हैं। नीरज शर्मा आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार द्वारा मनोनीत पार्षद हैं। खुद आम आदमी पार्टी के निगम पार्षदों का कहना है कि इस मामले में सारी गलती नीरज शर्मा की है, क्योंकि जोन चेयरमैन का कार्यालय सभी पार्षदों के लिए खुला होता है और वहां किसी भी पार्टी का निगम पार्षद आ सकता है।
ब्लैक मेलर की छवि
सूत्रों का कहना है कि आम आदमी पार्टी सहित पूरे उत्तरी दिल्ली नगर निगम में जोन के डिप्टी चेयरमैन नीरज शर्मा की छवि एक ब्लैक मेलर की बनी हुई है। वह हमेशा ऐसे मुद्दे उठाते रहे हैं, जिनका संबंध जनसरोकार से कम और उनके अपने हितों से ज्यादा जुड़ा हुआ होता है। उनके संबंध बीजेपी के कई ऐसे पूर्व निगम पार्षदों और वर्तमान जिला व मंडल पदाधिकारियों के साथ हैं, जो कि वर्तमान में निगम नेतृत्व के साथ ज्यादा अच्छे संबंध नहीं रखते हैं।
साफ-सुथरी नहीं अवतार की छवि
उत्तरी दिल्ली के पूर्व महापौर और बीजेपी निगम पार्षद अवतार िंसंह की छवि भी साफ-सुथरी नहीं है। उनके खिलाफ भी बहुत सी शिकायतें होती रही हैं। कश्मीरीगेट पुलिस थाने में भी उनके खिलाफ अवैध उगाही से संबंधित कई शिकायतें की जा चुकी हैं। हालांकि वह स्वयं बेहद मृदुभाषी और शालीन व्यक्ति माने जाते हैं। लेकिन जिस मुद्दे को लेकर वह जोन-चेयरमैन के कार्यालय में गये थे, उसी मुद्दे पर गंभीर सवाल उठाये जा रहे हैं।