-नागलोई वार्ड-37 से निगम पार्षद ज्योति रछौया ने लगाया बीजेपी नेताओं पर आरोप
-बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व राष्ट्रीय संगठन महामंत्री से की शिकायत
-बोलींः दलित समाज के संगठन मंत्री ने समाज के हर काम में अटकाया रोड़ा
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
‘‘जो सुंदर महिलाएं अकेली आती हैं उनसे एक-एक घंटा बात करते हैं संगठन महामंत्री’’, यह हम नहीं कह रहे, बल्कि यह कहना है भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित नागलोई वार्ड संख्या-37 से निगम पार्षद ज्योति रछौया का। जिन्हें दिल्ली बीजेपी ने अनुशासनहीनता के आरोप में शनिवार को ही पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। पार्टी में यह भी चर्चा है कि पूर्व निगम पार्षद चतर सिंह रछौया पार्टी के नेताओं को ब्लैकमेल करना चाहते हैं, इसके चलते वह इस तरह के आरोप लगवा रहे हैं। फिलहाल महिला पार्षद के बयानों ने पार्टी में बड़ा बवाल खड़ा कर दिया है।
यह कोई पहला मौका नहीं है जब दिल्ली बीजेपी के संगठन महामंत्री सिद्धार्थन के ऊपर किसी ने आरोप लगाया हो। बल्कि इससे पहले भी पार्टी के कई नेता उनके ऊपर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं। पिछले महीने बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजकुमार बल्लन ने भी पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी में जाते समय उनके ऊपर गंभीर आरोप लगाये थे। बल्लन ने कहा था कि पार्टी में संगठन महामंत्री सिद्धार्थन मनमानी कर रहे हैं, वह अपनी मर्जी से पार्टी चला रहे हैं, इसकी वजह से बीजेपी दिल्ली में लगातार कमजोर हो रही है।
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दिल्ली बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि बीजेपी में ज्यादातर लोग दबे मुंह संगठन महामंत्री सिद्धार्थन की मनमानी की चर्चा करते हैं। हालांकि कोई भी नेता खुलकर यह बात नहीं कह पाता है, क्योंकि उनके पास संगठन महामंत्री की शक्तियां हैं। पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष को कभी भी बदला जा सकता है, लेकिन संगठन महामंत्री को जल्दी नहीं बदला जाता। इसके चलते बीजेपी के ज्यादातर नेता अपना मुंह खोलने से डरते हैं। हालांकि ज्योति रछौया और राजकुमार बल्लन इसके ताजा उदाहरण हैं, जिन्होंने संगठन महामंत्री के ऊपर खुलकर आरोप लगाये हैं।
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पार्षद ज्योति रछौया ने 11 जुलाई 2021 को जेपी नड्डा और बीएल संतोष को लिखे पत्र में प्रदेश संगठन महामंत्री पर दलित विरोधी होने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि सिद्धार्थन खुद दलित समाज से आते हैं, इसके बावजूद वह दलित पार्षद के समाज से जुड़े कामों में रोड़ा अटकाते हैं। वह केवल महिलाओं और कुछ चुनिंदा धनिकों से ही मिलते हैं। रछौया ने संगठन महामंत्री के रहन सहन पर भी गंभीर सवाल उठाये हैं। अपने निष्कासन पर सवाल उठाते हुए पार्षद ने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता के ऊपर अवैध उगाही के आरोप लगाए हैं।
इस तरह के आरोपों के बारे में जब दिल्ली बीजेपी के संगठन महामंत्री सिद्धार्थन से पूछा गया तो उन्होंने सवाल को हंसकर टाल दिया। हालांकि उन्होंने कहा कि हमारे पास पार्टी का जो भी कार्यकर्ता या पदाधिकारी मिलने के लिए आता है, हम सभी को पूरा समय देते हैं। हमारा पूरा समय पार्टी के काम के लिए है, इतः यह कोई नहीं कह सकता कि किसी को समय नहीं दिया गया।