-स्थायी समिति बैठक में मामला उठने के बाद पीतमपुरा इलाके में बड़ी कार्रवाई
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
नगर निगम में भ्रष्टाचार की खबरें तो रोज ही आती रहती हैं। लेकिन जब कार्रवाई हुई तो पीतमपुरा इलाके में लगाये गये अवैध होर्डिंग हटा दिये गये खास बात है कि आला अधिकारियों ने एक एडवरटिजमेंट को ‘रिलीव’ करके अपना पल्ला झाड़ लिया है। हालांकि एक वार्ड में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लगाये गये अवैध हार्डिंग्स (विज्ञापनों) को भी हटा दिया गया। फिर भी जिन पोल पर यह विज्ञापन लगाये गये थे, वह अब भी वहीं खड़े हैं।
एडवरटिजमेंट इंसपेक्टर के खिलाफ कार्रवाई
विज्ञापन विभाग में चल रहे भ्रष्टाचार को लेकर रोहिणी जोन के एडवरटिजमेंट इंसपेक्टर को तुरंत प्रभाव से विज्ञापन विभाग से तुरंत प्रभाव से रिलीव कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि आला अधिकारियों को शिकायतें मिल रही थीं कि विज्ञापन विभाग के ही कर्मचारियों की मिलीभगत से विभिन्न जोन में अवैध विज्ञापनों का खेल चल रहा है। यह लोग भारी संख्या में अवैध विज्ञापन लगवाकर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। इसकी वजह से नगर निगम को राजस्व की प्राप्ति नहीं होती लेकिन उनकी जेब में हर महीने लाखों रूपये जा रहे हैं।
नहीं बिके तीन क्लस्टर, फिर भी लग रहे विज्ञापन
बता दें कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के तहत आने वाले तीन ऐसे विज्ञापन वाले क्लस्टर नहीं बिक सके हैं, जिन इलाकों में सबसे ज्यादा विज्ञापन/ होर्डिंग्स लगाये जाते हैं। इनमें राहिणी, सिविल लाइंस और करोलबाग के क्लस्टर शामिल हैं। जबकि इन इलाकों में आने वाले यूनीपोल्स पर बड़े बड़े विज्ञापन लगे रहते हैं। इनके अलावा बड़े बड़े मॉल्स में भी अवैध विज्ञापनों का खेल जारी है। साथ ही अवैध यूनीपोल लगाकर भी विज्ञापन माफिया हर महीने करोड़ों रूपये की उगाही कर रहा है।