-डेढ़ साल बाद भी खत्म नहीं हो पाई दिल्ली प्रदेश बीजेपी को अपने लिए नेताओं की तलाश
-3 प्रकोष्ठ वन-मैन आर्मी के सहारे तो तीन प्रकोष्ठों के पास केवल दो-दो लोग
प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार 27 अगस्त 2021 को प्रदेश बजेपी के 27 प्रकोष्ठों के प्रभारी, संयोजक और सहसंयोजक सहित सदस्यों की घोषणा कर दी है। लेकिन पार्टी नेतृत्व अब भी किसी प्रकोष्ठ के प्रभारी तो किसी के लिए सह संयोजकों की तलाश है। पार्टी के तीन प्रकोष्ठों का गठन तो केवल एक नाम के साथ ही कर दिया गया है। जबकि तीन प्रकोष्ठों को केवल दो-दो लोग ही मिल पाये हैं। सबसे ज्यादा लोग बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ और उत्तराखंड प्रकोष्ठ में रखे गये हैं। इनके लिए प्रभारी, संयोजक और सह संयोजकों के रूप में आठ-आठ लोगों के नामों की घोषणा की गई है।
यह भी पढ़ेंः- ‘पहले भी लाये जा चुके हैं संपत्ति कर से माफी के प्रस्ताव, लेकिन कभी नहीं मिली माफी’: कांग्रेस
27 में से 15 प्रकोष्ठों को नहीं मिले प्रभारी
दिल्ली बीजेपी नेतृत्व ने देर से ही सही लेकिन 27 प्रकोष्ठों के गठन की सूची जारी कर दी है। लेकिन प्रदेश की कमान संभालने के डेढ़ साल बाद भी प्रदेश अध्यक्ष की पार्टी के लिए नेताओं की तलाश खत्म नहीं हुई है। 27 में से महज 12 प्रकोष्ठों को ही प्रभारी मिल पाये हैं। बाकी 15 प्रकोष्ठों के लिए पार्टी को नेताओं की तलाश है। सीए, शिक्षक, सहकारिता, सांस्कृतिक, तमिलनाडु, हिमांचल, उद्योग, आरडब्लूए, आरटीआई, सिंधी व मंदिरों के पुजारी प्रकोष्ठों के लिए तो पार्टी को प्रभारी ही नहीं मिल पाए हैं।
दिव्यांग, अभियंता व कर्नाटक प्रकोष्ठ में वन-मैन आर्मी
गिनती में भले ही दिल्ली बीजेपी नेतृत्व ने 27 प्रकोष्ठों का गठन कर दिया हो, लेकिन दिव्यांग प्रकोष्ठ, अभियंता प्रकोष्ठ और कर्नाटक प्रकोष्ठों के लिए तो पार्टी के नेता 1 से ज्यादा लोग नहीं जुटा सके। तीनों ही प्रकोष्ठों में केवल एक-एक नाम यानी कि केवल संयोजकों के नाम ही दिये गये है। इन प्रकोष्ठों को अपने प्रभारी और सह संयोजकों की अब भी तलाश है। इसी तरह घुमंतू बंजारा, केरला व झुग्गी-झोंपड़ी प्रकोष्ठों को केवल दो-दो लोग ही मिल पाये हैं। इन प्रकोष्ठों को भी अपने सह संयोजकों की तलाश है।
पुराने लोगों से नहीं ली गई सलाह
बताया जा रहा है कि प्रकोष्ठों के लिए नाम चयन करने से पूर्व ज्यादातर पुराने लोगों से कोई राय तक नहीं ली गई है। ऐसा ही आरडब्लूए प्रकोष्ठ में भी किया गया है। पंकज बधावन इस प्रकोष्ठ के 10 साल संयोजक रहे हैं। उन्होंने लगातार पांच प्रदेश अध्यक्षों के साथ काम किया है। अब इस प्रकोष्ठ की कमान शिवानी को सोंपी गई है, जो कि इस प्रकोष्ठ की सह-संयोजक रही हैं। लेकिन प्रकोष्ठ के गठन के समय पंकज बधावन से भी राय-मश्विरा करना उचित नहीं समझा गया।
पार्टी में सिख नेताओं का अकाल, सिख प्रकोष्ठ में शिरोमणि अकाली दल की भागीदारी
सिख प्रकोष्ठ के गठन के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि बीजेपी में सिख नेताओं की भारी कमी है। सिख प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी एक बार फिर से कुलदीप सिंह और कुलविंदर बंटी को दी गई है। यह लोग पहले भी सिख प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। सिख प्रकोष्ठ का सह संयोजक चरणजीत लवली को बनाया गया है। लवली के बारे में बताया जा रहा है कि वह पहले से ही पश्चिमी जिला में पदाधिकारी है। सूत्रों का कहना है कि सिख प्रकोष्ठ के दोनों नेता शिरोमणि अकाली दल के सहारे अपनी राजनीति कर रहे हैं। इससे पहले कई ऐसे नेता सिख प्रकोष्ठ में रखे हुए थे, जिनके पिता या फिर परिवार के दूसरे लोग शिरोमणि अकाली दल में पदाधिकारी हैं।
इन्हें मिली नई जिम्मेदारी
जिन 27 नए प्रकोष्ठों के प्रभारियों का ऐलान किया गया है उनमें विधि प्रकोष्ठ के प्रभारी नीरज, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रभारी ओम प्रकाश शर्मा, सी.ए. प्रकोष्ठ के संयोजक के. एम. गुप्ता, चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉ वीरेन्द्र रोहिल्ला, शिक्षक प्रकोष्ठ के संयोजक जसपाली चौहान, सहकारिता प्रकोष्ठ के संयोजक रवि करकिया, सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के संयोजक गजेन्द्र सोलंकी, व्यापार प्रकोष्ठ के प्रभारी श्याम शर्मा, घुमंतू/बंजारा समाज प्रकोष्ठ के संयोजक सुभाष चौहान, तमिलनाडु प्रकोष्ठ के संयोजक मुत्थु स्वामी, कर्नाटक प्रकोष्ठ के संयोजक जिम्मेदारी राधिका को दी गई है।
दूसरी ओर केरल प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रशन्ना पिल्लई, उत्तराखंड प्रकोष्ठ के प्रभारी अर्जुन सिंह राणा, हिमाचल प्रकोष्ठ के संयोजक पवन वासुदेव, सिख प्रकोष्ठ के प्रभारी कुलदीप सिंह, अभियंता प्रकोष्ठ के संयोजक परम यादव, उद्योग प्रकोष्ठ के संयोजक रजनीश गोयन्का, झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के प्रभारी नीरज तिवारी, अनाधिकृत कॉलोनी प्रकोष्ठ के प्रभारी नीलदमन खत्री, वरिष्ठ नागरिक प्रकोष्ठ के प्रभारी मूलचंद चावला, आर.डब्ल्यू.ए. प्रकोष्ठ की संयोजक शिवानी, आर टी आई प्रकोष्ठ के संयोजक राजेश्वर नागपाल, दिव्यांग प्रकोष्ठ के संयोजक अरुण कुमार राय, ऑटो रिक्शा प्रकोष्ठ के प्रभारी रोहित राजपाल, मंदिर के पुजारी प्रकोष्ठ के संयोजक करनैल सिंह (जोगी), हॉकर (रेहड़ी-पटरी) प्रकोष्ठ के प्रभारी आनंद शाहू और सिंधी प्रकोष्ठ का संयोजक भारत भूतवानी को बनाया गया है।