4,896 अस्थि कलशों के सती घाट पर विसर्जन के साथ यात्रा संपन्न

-दिल्ली से चलकर हरिद्वार में संपन्न हुई अस्थि कलश यात्रा
-लावारिस लोगों की अस्थियों का किया मां गंगा में विसर्जन

एसएस ब्यूरो/ हरिद्वार
हरिद्वार के सती घाट पर पतित पावनी मां गंगा में 4,896 लावारिश हुतात्माओं के अस्थियों के विसर्जन के साथ अस्थि कलश यात्रा संपन्न हुई। श्री देवोत्थान सेवा समिति के तत्वाधान में 19वीं अस्थि कलश यात्रा दिल्ली से चलकर हरिद्वार के कनखल में जाकर संपन्न हुई। इस मौके पर 4,896 अस्थि कलशों को विधिवत वैदिक रीति व 100 किलो दूध की धारा के साथ कनखल के सती घाट पर मंत्रोच्चारण के साथ विसर्जित किया गया।

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समिति के अध्यक्ष अनिल नरेंद्र वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण काल के दौरान भारत सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए अधिक उम्र की वजह से इस बार यात्रा में शामिल नहीं हुए। अतः यात्रा संयोजक व महामंत्री विजय शर्मा ने पूरी जिम्मेदारी संभाली। यात्रा में शामिल मात्र 85 श्रद्धालुओं को मास्क, सेनेटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग की जानकारी देकर दिल्ली के आईटीओ स्थिति शहीदी पार्क से यात्रा शुक्रवार 2 अक्टॅबर को रवाना हुई। इस बार यात्रा में केवल 18 वर्ष से उपर व 60 वर्ष से नीचे वालों को ही शामिल किया गया था।

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यात्रा संयोजक विजय शर्मा ने बताया कि इस बार केवल दिल्ली-एनसीआर से ही अस्थि कलशों का एकत्रीकरण युवा टीम द्वारा किया गया था। जिसमें 2470 कोरोना संक्रमण से मृतक लोगों की व बाकी लावारिस अस्थि कलशों की प्राप्ति समिति की टीम को हुई थी। इस बार भी श्रद्धालुओं ने जगह.जगह पुष्पांजलि अर्पित की। समिति ने 19 वर्षां में कुल 1,41,685 (एक लाख इकतालीस हजार छह सौ पिचासी) अस्थि कलशों का विधिवत विसर्जन कर चुकी है।

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यात्रा में रामकिशन लोहिया, मनोज मेंदीरत्ता, दयादत्त भारद्वाज, पं विनोद शर्मा, रामनाथ लूथरा, पंकज आंगरा, विजय कुमार, सुरेश रूस्तगी, चौ प्रताप मोठसरा, प्रेम गुलाटी, डीके भार्गव, पवन अरोडा, आरएस दुआ, कन्हैया लाल श्रीवास्तव, आचार्य विष्णु अवतार शास्त्री, मुकुल मित्तल, दिनेश भारद्वाज, अवधेश शर्मा, उमेश कौशिक, डॉ राजीव तुम्बडिया, रवींद्र गोयल, कांशीनाथ, किरणदीप कौर सहित दिल्ली, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड पुलिस प्रशासन का विशेष सहयोग रहा।