-पब्लिक बस सिस्टम से बनेगी दिल्ली की पहचान
-मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिखाई 100 बसों को हरी झंडी
-राजघाट बस डिपो से हरी झंडी दिखाकर रवाना की बसें
-डिप्टी सीएम सिसोदिया, परिवहन मंत्री गहलोत रहे मौजूद
टीम एटूजेड/ नई दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली वालों को नई बसों का तोहफा दिया है। दिल्ली की सड़कों पर एक हजार स्टैंडर्ड फ्लोर बसों को उतारने की योजना के तहत 100 नई बसों को राजघाट डिपो से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इन बसों में हाइड्रोलिक लिफ्ट, पैनिक बटन, सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस समेत सभी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत व विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने 25 अक्टूबर को भी 104 नई बसों को द्वारका सेक्टर 22 डिपो से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के गांव-देहात को 1 हजार बसें दी जाएंगी, इससे वहां की यातायात व्यवस्था की हालत सुधरेगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि मैं दिल्ली के लोगों को बधाई देना चाहता हूं कि राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर 100 नई बसों को हरी झंडी दिखाई गई। दिल्ली को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए पूरी दुनिया में पहचाना जा रहा है। जल्द ही दिल्ली को अपने पब्लिक बस सिस्टम के लिए भी जाना जाएगा। दिल्ली सरकार अगले 6-7 महीनों में राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर 3000 बसें उतारने वाली है। जिसमें से 1000 इलेक्ट्रिक बसें भी दिल्ली में आएंगी। यह भारत में किसी राज्य में अब तक का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा होगा। बसें सीसीटीवी कैमरे, पैनिक अलार्म बटन, अलग-अलग एबल्ड के लिए हाइड्रोलिक लिफ्ट और सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हैं।
सुनिश्चित करेंगे बसों का रखरखावः
मुख्यंत्री केजरीवाल ने कहा कि नई क्लस्टर बसों के फीचर मेंटेंन रहेंगे। पहले सुविधा डिलीवरी की समस्या थी। अब ऐसा नहीं होगा। बसों का रखरखाव होगा। जैसे हम अस्पतालों का रखरखाव कर रहे, वैसे ही बसों का भी करेंगे। स्कूलों और अस्पतालों को बनाए रखने के लिए पिछली सरकारों को भी बजट स्वीकृत किए गए थे। लेकिन केवल हमारी सरकार ने उस बजट के साथ स्कूलों और अस्पतालों को बेहतर बनाने पर काम किया है। उसी तरह यह सरकार बसों की सभी सुविधाओं का समय पर रखरखाव सुनिश्चित करेगी।
11 व 12 को ऑड इवन से मिलेगी छूटः
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 11 व 12 नवंबर को गुरु नानक जयंती है। इसके कारण 11 और 12 नवंबर को ऑड-ईवन योजना से छूट पर निर्णय लेने के लिए बैठक होगी। हम सिख समुदाय की भावनाओं का सम्मान करते हैं। कई सिख संगठनों ने अनुरोध किया है कि गुरू नानक देव जी की 550 वीं जयंती के कारण 11 और 12 नवंबर को ऑड-ईवन योजना से से छूट दी जाए।
37 सीट वाली हैं नई बसेंः
बता दें कि ऑरेंज रंग की यह नई बसें 37 सीट वाली हैं। सभी बसों में हाइड्रोलिक लिफ्ट है। जिससे दिव्यांग जनों को बस में सवार होने में सहूलियत होगी। । इसके अलावा बस में 14 पैनिक बटन लगाए गए हैं। हर साइड में 7-7 पैनिक बटन हैं। इसके साथ ही तीन सीसीसीटीवी कैमरे अंदर लगाए गए हैं।
बसों की अन्य विशेषताएंः
– व्हील चेयर से चलने वाली सवारियों के बोर्डिंग और अलाइटिंग की सुविधा के लिए अलग-अलग एबल्ड पर्सन के लिए हाइड्रोलिक लिफ्ट्स
– महिला सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे
– हूटर के साथ पैनिक बटन
– बस की ट्रैकिंग के लिए जीपीएस सिस्टम
– आरामदेह सीटें
जानें पैनिक बटन के बारे मेंः
डीटीसी की क्लस्टर सेवा के बेड़े में शामिल होने वाली हर बस में यात्री केबिन में विभिन्न प्वाइंट पर यह पैनिक बटन लगाए गए हैं। एक बार जब कोई यात्री पैनिक बटन दबाएगा, तो बस का सीसीटीवी फुटेज सीधे सेंट्रल कमांड सेंटर पर चला जाएगा। इसके साथ ही पुलिस हॉटलाइन तुरंत सक्रिय हो जाएगी। बस का जीपीएस लोकेशन स्वतः बैकएंड तक पहुंच जाएगा। पैनिक बटन हर बस में सीसीटीवी और जीपीएस के ज्वाइंट सेट के साथ लगाए गए हैं।
इन रूटों पर चलेंगी नई 100 बसेंः
–नरेला से मोरी गेट टर्मिनल : 18
–पल्ला से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन : 17
–निलवाल से करमपुरा टर्मिनल : 6
–उत्तम नगर टर्मिनल से जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम : 8
–नरेला से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन : 12
–आदर्श नगर से केंद्रीय टर्मिनल : 19
–नागलोई से नरेला : 20
शुरू हुई 300 इलेक्ट्रिक बसों की टेंडर प्रक्रियाः
दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) 300 इलेक्ट्रिक बसों की खरीद के लिए टेंडर जारी कर चुका है। ये बसें 1,000 क्लस्टर ई-बसों के अलावा होंगी। इन्हें पहले से ही मौजूदा बेड़े में शामिल किया जाना तय है। टेंडर जमा करने की अंतिम तारीख 13.11.19 है। 1,000 लो-फ्लोर, वातानुकूलित, सीएनजी-रन क्लस्टर बसों के लिए वित्तीय बोली भी खोली गई है। 2019-20 के लिए दिल्ली सरकार के बजट के अनुसार, इस वर्ष लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता सहित विभिन्न कारणों से ई-बस खरीद परियोजना में एक वर्ष से अधिक की देरी हुई। इससे पहले, दिल्ली सरकार ने इस साल 2 मार्च को 385 पूर्ण-इलेक्ट्रिक बसों के पहले बेडे के लिए निविदाओं को मंजूरी दी थी। निविदाएं 10 मार्च को मंगाई गई थीं, लेकिन मतदान के कारण प्रक्रिया बाधित हो गई थी।
ग्रामीण क्षेत्र को मिलेंगी एक हजार बसें
दिल्ली सरकार की योजना राजधानी के ग्रामीण इलाकों को एक हजार नई बसों के जरिए जोड़ने की है। यह क्षेत्र अब तक बसों की कमी का सामना कर रहे थे। मेट्रो स्टेशनों, अस्पतालों और ट्रैफिक इंटरचेंज हब के लिए कश्मीरी गेट, आनंद विहार टर्मिनल और सराय कालेन खां में मेट्रो स्टेशनों, कनेक्टिविटी प्रदान करने वाले अतिरिक्त मार्गों को इन बसों द्वारा सेवा दी जाएगी।