इन 6 राशियों पर होंगे मेहरवान… 11 अक्टूबर से शनि देव करेंगे कल्याण

-11 अक्टूबर से शनिदेव स्वयं की राशि मकर में हो रहे मार्गी

आचार्य रामगोपाल शुक्ल/ नई दिल्ली
गुरूवार 7 अक्टूबर से नवरात्रि पर्व शुरू हो चुका है, इसी के साथ देशभर में दुर्गा पूजा और रामलीलाओं की धूम शुरू हो गई है। हालांकि कोरोना महामारी की गाइडलाइंस और लोगों की सुरक्षा की दृष्टि से कुछ बंदिशें जरूर हैं। इस दौरान शनि देव सोमवार 11 अक्टूबर 2021 को अपनी वक्री चाल छोड़कर मार्गी हो रहे हैं। वह स्वयं की ही राशि मकर में मार्गी होकर उन सभी राशियों के जातकों के लिए शुभफलदायक सिद्ध होंगे, जनके लिए वक्री होने पर कुछ कष्टदायक साबित हो रहे थे। शनिदेव सभी 9 ग्रहों में सबसे धीमी चाल चलते हैं और करीब ढाई वर्ष में अपना राशि परिवर्तन करते हैं। शनि अभी अपनी ही राशि मकर में विराजमान होकर वक्री चाल चल रहे हैं। सूर्य पुत्र शनि देव आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि यानी कि सोमवार 11 अक्टूबर को सुबह 7 बजकर 48 मिनट पर वक्री से मार्गी हो रहे हैं। शनि देव को न्याय का देवता भी कहा जाता है और वह 23 मई 2021 से उल्टी चाल चल रहे हैं। शनि के मार्गी होने पर मीन, कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों को अधिक सावधानी बरतने की जरूरत होगी।शनि के मार्गी होने से 7 राशियों के जातकों के लिए खुशियों भरा समय रहेगा।
आप भी जानें कि क्या आपकी राशि भी इनमें शामिल है?
मेषः शनि के मकर राशि में मार्गी होने से आपको अपने कार्यक्षेत्र में अच्छी सफलता मिलने का योग है। यदि करियर में उतार-चढ़ाव चल रहा है तो वह दूर हो जायेगा। रोजगार की तलाश कर रहे लोगों को शुभ समाचार मिलेगा। अनुभवी व्यक्ति की सलाह से अपना कारोबार शुरू कर सकते हैं। घर-परिवार में खुशियां रहेंगी। साहस और पराक्रम में बढ़ोतरी होगी, जिससे कार्यक्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे।
मिथुनः मिथुन राशि के स्वामी बुध हैं और शनि के मार्गी होने से इस राशि के जातकों के लिए यह समय शुभफलदायक रहेगा। स्वास्थ्य ठीक रहेगा और पुरानी बीमारी खत्म होगी। विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। मिथुन राशि के जातकों पर फिलहाल शनि की ढैय्या चल रही है। हालांकि कॅरियर के क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। व्यापारियों को निवेश का पूरा लाभ मिलेगा। भाग्य साथ देगा और अटके हुए सभी कार्य पूर्ण होंगे।
कन्याः कन्या राशि वालों को नौकरी और व्यापार में लाभ होगा। इसके अलावा आर्थिक पक्ष भी मजबूत होने वाला है। साथ ही मान-सम्मान और पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। कन्या राशि के जातकों का दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। जीवन में आने वाली रूकावटें दूर होती नजर आयेंगी। कार्य क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी।
तुलाः तुला राशि के चतुर्थ भाव यानी कि सुख के भाव में शनि मार्गी होकर शुरूआत करेंगे। आपके पारिवारिक जीवन में अच्छे फलों की प्राप्ति होगी। माता-पिता के साथ संबंधों में मधुरता आयेगी। वाहन या प्रॉपर्टी की खरीदारी कर सकते है। ढैय्या का विपरीत प्रभाव कम होगा और जीवन में सकारात्मक बदलाव आयेंगे। कार्य क्षेत्र और परिवार के बीच संतुलन बना रहेगा।
धनुः धनु राशि के द्वितीय भाव में शनि मार्गी हो रहे हैं। इससे वाणी में बदलाव के संकेत हैं। मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी। घर-परिवार में सुख शांति बनी रहेगी। कोई अच्छी खबर मिल सकती है। जो समस्याएं लंबे समय से बनी आ रही हैं, उनका समाधान निकल आयेगा। व्यापार बढ़ाने के लिए अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। भाई-बहन को उनके कार्यक्षेत्र में सम्मान प्राप्त होगा। परिवार में खुशियां आयेंगीं और अपने आपको को बोझ से मुक्त समझेंगे।
मकरः यह राशि शनि की स्वयं की राशि है। जिसके चलते शनि के मार्गी होने के अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। व्यापार से जुड़े लोगों को अच्छे लाभ की संभावना है। विदेश में नौकरी करने वालों को शुभ परिणामों की प्राप्ति होगी। अपने लक्ष्य तक पहुंचना आसान होगा। मानसिक स्थिति और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अच्छा बदलाव आयेगा। धन प्राप्ति के योग हैं और किसी पुराने रोग से मुक्ति मिलेगी।
कुंभः शनि कुंभ राशि के स्वामी हैं और द्वादस भाव में मार्गी हो रहे हैं। इससे आध्यात्मिक क्षेत्र में सफलता के योग हैं। कार्यक्षेत्र में आप सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में सफल रहेंगे। विदेश से जुड़ा व्यापार करते हैं तो उसमें अच्छी सफलता प्राप्त होगी। शादीशुदा लोगों के जीवन में अनुकूल बदलाव आयेंगे। लेकिन पैसों के लेन-देन में सावधानी बरतनी होगी।