‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक लगाना दुर्भाग्यपूर्ण’

-हत्यारों को 3 साल में भी फांसी नहीं: वीएचपी ने उठाये सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 11 जुलाई।
विश्व हिंदू परिषद ने उदयपुर की घटना पर बनी फिल्म पर कोर्ट के द्वारा रोक लगाये जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि उदयपुर में कन्हैयालाल के हत्यारों के विरुद्ध एनआईए ने 6 माह में ही चार्जशीट दाखिल कर दी थी। किंतु, दुर्भाग्य से मानवता के उन शत्रुओं को 3 वर्षों में भी फांसी नहीं दी जा सकी है।
विनोद बंसल ने आगे कहा कि ‘उदयपुर-फाइल्स’ फिल्म पर मात्र 3 घंटे में, बिना फिल्म देखे, उच्च न्यायालय का स्थगन आदेश आना तथा उस ऑर्डर की कॉपी, सम्बंधित पक्षकारों को 21 घंटे बाद भी अभी तक ना मिल पाना, बहुत कुछ कहता है? क्या मौखिक आदेश ही सब कुछ है। कोई तो बताए कि उस फिल्म में आखिर गलत क्या है? क्या हत्या नहीं हुई?
कन्हैयालाल के बेटे को न्याय दिला कर क्या कभी उसके लम्बे केश कट पायेंगे और उसके नंगे पैरों को भी क्या कभी पद वेश मिल पाएंगे। क्या कभी हत्यारों को फांसी होगी? न्याय की आस में कन्हैयालाल की अस्थियां भी क्या कभी विसर्जित हो पाएंगी?