-पहली बैठक में ज्यादातर पुराने मामलों को दी जायेगी औपचारिक मंजूरीः सत्या शर्मा
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 26 जून।
करीब ढाई साल के लंबे इंतजार के बाद दिल्ली नगर निगम (MCD) की स्थायी समिति (Standing Committee) की पहली बैठक शुक्रवार को होने जा रही है। इस बैठक में 130 से ज्यादा मामलों पर चर्चा की जानी है। हालांकि बैठक का एजेंडा बुधवार को ही जारी किया गया है, अतः ज्यादातर निगम पार्षदों (स्टेंडिंग कमेटी के 18 सदस्यों) को इसे पढ़ने और समझने का समय नहीं मिल पाया है।
स्टेंडिंग कमेटी की अध्यक्ष सत्या शर्मा (Chairman Satya Sharma) ने बताया कि पहली बैठक में ज्यादातर पुराने मामलों को औपचारिक मंजूरी दी जानी है। इनमें से ज्यादातर काम ऐसे हैं जो कि नगर निगम की जिम्मेदारी वाले हैं और दिल्ली की जनता के हित में उन्हें किया जाता है। परंतु ऐसे कामों की वित्तीय स्थिति को स्टेंडिंग कमेटी की बैठक में औपचारिक मंजूरी दिया जाना आवश्यक होता है। उन्होंने कहा कि बैठक में ऐसे ही मामलों को आगे बढ़ाये जाने पर जोर दिया जायेगा।
हालांकि बीते ढाई वर्ष से स्टेंडिंग कमेटी का गठन नहीं हो पाने की वजह से पूरी दिल्ली में बड़े भवनों के निर्माण पर अनौपचारिक तौर पर रोक लगी हुई थी। कारण है कि किसी भी बिल्डिंग के निर्माण के लिए पहले नगर निगम से नक्शा (लेआउट प्लान) पास कराना आवश्यक होता है और इन नक्शों को मंजूरी के लिए पहले स्टेंडिंग कमेटी में ही लाया जाता है। क्योंकि 2021 के बाद स्टेंडिंग कमेटी की कोई बैठक हो ही नहीं पाई है, अतः बड़ी संख्या में लेआउट प्लान के आवेदन मंजूरी के लिए पेंडिंग पड़े हैं। शुक्रवार की बैठक में ऐसे बहुत से मामलों को मंजूरी दी जा सकती है।
हंगामेदार रहने की आशंका
शुक्रवार को होने वाली स्टेंडिंग कमेटी की बैठक हंगामेदार रह सकती है। लंबे अंतराल के बाद स्टेंडिंग कमेटी की बैठक होने जा रही है। इससे पूर्व जब स्टेंडिंग कमेटी की अंतिम बैठकें हुई थीं तब बीजेपी (BJP) तीनों निगमों की सत्ता में थी। इसके पश्चात 2022 से आम आदमी पार्टी एकीकृत नगर निगम की सत्ता में आई। परंतु इसके पश्चात इस कमेटी का गठन ही नहीं होने दिया। ऐसे में आप पार्षदों की हर संभव कोशिश रहेगी कि स्टेंडिंग कमेटी की पहली बैठक से उनकी पार्टी कुछ सुर्खियां बटोर सके। वैसे भी गुजरात और पंजाब में विधानसभा के उपचुनाव में जीत के बाद आप (AAP) नेता कुछ जोश में हैं। अतः इस बैठक में आप पार्षदों के द्वारा हंगामा किया जाना निश्चित माना जा रहा है।