-कामकाज पर मनमानी भारी… 2025 में स्वास्थ्य विभाग को मिला तीसरा डीएचए अधिकारी
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 25 जून।
सरकारी निकाय में जब मनमाने निर्णय लिये जायें तो अधिकारियों की कार्यशैली पर संदेह उठना स्वाभाविक है। ऐसा ही हाल कुछ दिल्ली नगर निगम (MCD) के स्वास्थ्य विभाग का है। यहां वरिष्ठता को किनारे करते हुए एक जूनियर डॉक्टर को डायरेक्टर, हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन बनाया गया है। नियुक्ति को ‘एंटरिम अरेंजमेंट्स’ और ‘लुक आफ्टर चार्ज’ का नाम दिया गया है, ताकि यदि कोई गंभीर सवाल उठते हैं तो फैसले को पलटा जा सके या फिर नियुक्ति के निर्णय को ‘जस्टीफाई’ किया जा सके।
डायरेक्टर (पर्सनल) के कार्यालय की ओर से 24.06.2025 को जारी आदेश के मुताबिक डॉ राजेश कुमार बंसल को एमसीडी के हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन का निदेशक नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति 25 जून 2025 से 11 फरवरी 2026 तक के लिए है। क्योंकि 11 फरवरी 2026 को उनकी उम्र 62 वर्ष की हो जायेगी और उन्हें इस पद से हटना पड़ेगा। जबकि डॉ ए.एन. माथुर वरिष्ठता क्रम में डॉ बंसल के मुकाबले बहुत ऊपर आते हैं। वरिष्ठता क्रम की बात करें तो इस सूची में डॉ ए.एन. माथुर 18 वें स्थान पर हैं, जबकि डॉ राजेश बंसल का नंबर 21 वां है।
आश्चर्य की बात है कि यदि वरिष्ठता क्रम को ध्यान में रखकर डॉ ए.एन. माथुर को डीएचए की पोस्ट दी जाती तो वह करीब दो वर्षों तक इस जिम्मेदारी को संभाल सकते थे और एमसीडी को बार-बार डीएचए की पोस्ट पर बदलाव नहीं करने पड़ते। जबकि फरवरी में एक बार फिर से किसी नये डॉक्टर को इस पोस्ट पर बैठाना पड़ेगा। ऐसे में डॉ. राजेश बंसल को डीएचए बनाये जाने के बाद यह निर्णय लेने वाले अधिकारियों के ऊपर सवाल उठने शुरू हो गये हैं।
मैं सर्जन हूं, एडमिनिस्ट्रेटिव पोस्ट से लगाव नहींः डॉ. बंसल
पूरे मामले में डॉ राजेश कुमार बंसल ने कहा कि ‘‘मैं सर्जन हूं और मुझे एडमिनिस्ट्रेटिव पोस्ट से कोई लगाव नहीं है, मेरा काम देखा जाना चाहिये। एमसीडी में पिछले तीन वर्षों से मेरे साथ खेल खेला जा रहा है। मेरी वरिष्ठता को किनारे करते हुए मुझसे जूनियर डॉक्टर को हॉस्पिटल का मेडिकल सुपरिंटेंडेंट (एमएस) बना दिया गया, मुझे मीमो जारी करके, मेरे साथ बदतमीजी करके कई तरीकों से परेशान किया गया। मेरा ट्रांसफर ऐसी जगह किया गया जहां मेरा कोई उपयोग ही नहीं था। यह सवाल तो तीन साल पहले उठने चाहिए थे, एक लॉबी है जो मेरे खिलाफ काम कर रही है। हालांकि मैं वरिष्ठता क्रम को प्राथमिकता दिये जाने का समर्थक हूं।’’
बहुत पहले से जारी है वरिष्ठता क्रम की अनदेखी
एमसीडी में वरिष्ठता क्रम और नियमों की अनदेखी लंबे समय से चली आ रही है। गौरतलब है कि वरिष्ठता क्रम में 10 वें स्थान पर आने वाली डॉ मानसी आनंद की वरिष्ठता को भी दरकिनार किया गया था और दिनांक 27.03.2023 को एक आदेश जारी करके वरिष्ठता क्रम में 12 वें स्थान पर आने वाले डॉ अक्षय धर्माथ को डीएचए बना दिया गया था। इसके बाद इसी वर्ष 6 जनवरी को डॉ मानसी आनंद को 4 जून 2026 तक के लिए डीएचए बनाया गया था। उनके पश्चात वरिष्ठता क्रम में 13 वें स्थान पर आने वाले डॉ जे.के. उज्जैनिया को डीएचए बनाया गया था। जो कि 5 जून से 24 जून 2025 तक इस पोस्ट पर रहे। अब डॉ राजेश कुमार बंसल को डीएचए बनाया गया है जिन्होंने 25 जून को कार्यभार संभाला है और वह 11 फरवरी 2026 तक इस पद पर रहेंगे। यही हाल विभिन्न अस्पतालों के एमएस (मेडिकल सुपरिंटेंडेंट) की तैनाती में चला आ रहा है।