-सर्व शिक्षा अभियान के तहत होगी दोबारा से नियुक्ति… हटेगी बार-बार बेरोजगार होने की तलवार
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के प्राथमिक विद्यालयो में पढ़ाने वाले कांट्रैक्ट टीचर्स के लिए जल्दी ही खुशखबरी मिल सकती है। लंबे समय से बेराजगारी की मार झेल रहे इन शिक्षकों को दिवाली से पहले अपनी नौकरी वापस मिलने का तोहफा मिल सकता है। दिल्ली सरकार ने इनके लिए फाइल को आगे बढ़ा दिया है। बताया जा रहा है कि अब इन शिक्षकों की सेलरी का भार दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार उठायेगी और नगर निगम पर इनकी सेलरी का नाम मात्र का भार ही पड़ेगा।
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दरअसल यह कांट्रैक्ट टीचर्स कोरोना के चलते दिल्ली में लगे लॉकडाउन की मार झेल रहे हैं। हर साल मई में इनका कांट्रैक्ट खत्म होता था और जुलाई महीने में दोबारा से शुरू हो जाता था। लेकिन लॉकडाउन की वजह से जब प्राथमिक विद्यालय भी नहीं खुले तो इन शिक्षकों का कांट्रैक्ट भी रिन्यू नहीं कया गया। जिसकी वजह से यह शिक्षक बेराजगार हो गये हैं। इनकी संख्या साढ़े छह सौ से ज्यादा है। लेकिन अब इनकी समस्या का समाधान निकाला जा रहा है।
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सूत्रों का कहना है कि दिल्ली सरकार इन कांट्रैक्ट टीचर्स के लिए पूर्वी दिल्ली नगर निगम की तरह सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) के तहत वेतन की जिम्मेदारी लेने जा रही है। इसके तहत करीब 80 फीसदी धनराशि केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार द्वारा वहन की जाती है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम को इनके वेतन पर महज 15 से 20 फीसदी राशि ही खर्च करनी होगी। इसके पश्चात इन टीचर्स की नौकरी का हर साल रिनुअल तो होगा, लेकिन नगर निगम की आर्थिक तंगी के चलते उन्हें बेरोजगारी का सामना नहीं करना पड़ेगा।