सेलरी देने के स्वागत समारोह पर 10 लाख रुपये खर्चना शर्मनाकः BJP

-बीजेपी मीडिया प्रमुख ने मुख्यमंत्री को निगम कर्मियों की मांगों को लेकर लिखा पत्र

एसस ब्यूरो/ नई दिल्ली, 21 अगस्त।
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने निगम कर्मियों की सेलरी देने के नाम पर मुख्यमंत्री केजरीवाल (CM Kejriwal) द्वारा अपना स्वागत करवाने की कड़ी आलोचना की है। बीजेपी नेताओं ने कहा कि पहले से ही आर्थिक तंगी में चल रहे दिल्ली नगर निगम पर इस कार्यक्रम का 10 लाख रूपये खर्चा करा दिया। भाजपा के महामंत्री हर्ष मल्होत्रा और नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इकबाल सिंह ने सोमवार को एक संयुक्त प्रेसवार्ता में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा 317 निगम कर्मचारियों को पक्का करने के लिए अपना अभिनंदन करवाने के आयोजन को शर्मनाक बताया और कहा कि केजरीवाल सिर्फ दिखावे की राजनीति करते हैं और उसके लिए वह किसी भी स्तर तक जा सकते हैं। प्रेसवार्ता का संचालन प्रदेश भाजपा मीडिया प्रमुख एवं प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने किया।
हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि यह बेहद ही शर्मनाक है कि कर्मचारियों को तनख्वाह समय से मिल गई इसके लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल स्वयं अभिनंदन सभा का आयोजन करवा रहे हैं। महापौर की ओर से निर्देश दिया गया कि भले क्षेत्र में काम हो या ना हो लेकिन सभी कर्मचारियों को कार्यक्रम में आना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी का यह मौलिक अधिकार है कि उनका मेहनताना समय पर मिले। केजरीवाल आज जिन कर्मचारियों को पक्का करने का महिमा मंडन कर रहे थे, उनका रास्ता भी भाजपा ने ही 18 अक्टूबर 2022 को निकाला था जिसे आज यह आगे बढ़ा रहे हैं।
बीजेपी नेताओं ने कहा कि अरविंद केजरीवाल आज मान चुके हैं कि उन्होंने खुद ही सरकार में बैठकर कर्मचारियों की तनख्वाह को रोका और समय से नहीं दिया। जब भाजपा निगम में थी तो उस वक्त केजरीवाल सरकार ने निगम के 13000 करोड़ रुपये रोक दिए जिसके लिए भाजपा पार्षद और उस वक्त के तीनों नगर निगमों के महापौरों ने 13 दिनों तक मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने दिया लेकिन आज जब उन्हें निगम में आए 6 महीने से ज्यादा हो गए हैं तो वह क्लेम कर रहे हैं कि उन्होंने सैलरी समय पर दे दी।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि नगर निगम के आंकड़ों के अनुसार आज भी कर्मचारियों का 25,000 करोड़ रुपये का एरियर है। क्योंकि कर्मचारियों को रिटायरमेंट के पैसों के लिए पांच से छह साल तक इंतजार करना पड़ता है। दिल्ली सरकार चाहे तो एक दिन में बकाया राशि का भुगतान कर सकती है लेकिन अरविंद केजरीवाल की मंशा कर्मचारियों का भला करना नहीं है। 2007-12 के बीच भाजपा निगम में रहते हुए 7500 कर्मचारी और 2012-17 में 11000 कर्मचारियों को पक्का किया था।
राजा इकबाल सिंह ने कहा कि एक तरफ केजरीवाल कर्मचारियों के नियमित करने का महिमा मंडन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ निगम में सफाई का काम निजी हाथों में देने और सफाई कर्मचारियों को हटाने का प्रस्ताव भी ला चुके हैं जिसे भाजपा के विरोध के बाद वापस लिया गया, यही इनकी मंशा है। सोमवार के आयोजन के ऊपर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल बताएं कि यह आयोजन एम.सी.डी. की तरफ से था या फिर आम आदमी पार्टी की तरफ से। इस आयोजन के पीछे लगभग आए 10 लाख रुपये के खर्च का वहन नगर निगम ने किया या फिर आम आदमी पार्टी ने। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को समय पर तनख्वाह मिलना उनका मौलिक अधिकार है। अरविंद केजरीवाल डी.जे.बी., स्कूल के टीचर्स सहित अन्य विभाग के कर्मचारियों को पक्का करने का वायदा आज तक पूरा नहीं कर पाए। केजरीवाल सिर्फ एक विज्ञापन की सरकार चलाते हैं।
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने नगर निगम कर्मियों की समस्याओं एवं मांगों को लेकर आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को निगम कर्मियों के नाम पर महापौर द्वारा आयोजित कार्यक्रम से पूर्व एक पत्र लिखकर कहा कि आज मुख्यमंत्री अपने अभिनंदन समारोह में सभी तरह के अस्थाई कर्मियों को स्थाई करने, वेतन बकाया देने एवं रिटायर्ड कर्मियों को उनके बकाया और कैसलेस इंश्योरेंस देने की घोषणा करें।