खत्म हुई BJP के ‘CM’ की तलाश… 20 को होगा शपथ ग्रहण समारोह!

-19 फरवरी को विधायक दल की बैठक में हो सकता है सीएम के नाम का ऐलान
-खुराना के सहयोग से बनेगी दिल्ली में दूसरी बार – बीजेपी की सरकार

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 17 फरवरी।
राजधानी में बीते 27 वर्षों से सत्ता की जमीन तलाशती आ रही दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली के मुख्यमंत्री के दावेदार की तलाश पूरी हो गई है! 20 फरवरी को दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन होगा। इसी समारोह में पूरा मंत्रिमंडल शपथ ले सकता है। खास बात है कि लंबी जेद्दोजेहद के बाद पार्टी ने मुख्यमंत्री पद के लिए एक ‘विशेष’ व्यक्ति का नाम तय किया है। राजधानी के रामलीला मैदान में दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
दिल्ली बीजेपी से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि 19 फरवरी को दिल्ली में विधायक दल की बैठक का आयोजन किया जायेगा। इस बैठक में दिल्ली के नये मुख्यमंत्री के नाम का औपचारिक ऐलान किया जा सकता है। सूत्रों का यह भी कहना है कि दिल्ली का भावी मुख्यमंत्री वर्तमान में जीते 48 विधायकों में से ही होगा। 23 फरवरी को वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल पूर्ण हो रहा है, अतः इससे पूर्व बीजेपी की नयी सरकार अस्तित्व में आ जायेगी। बीजेपी ने दिल्ली की 70 में से 48 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि आम आदमी पार्टी को महज 22 सीटों पर ही जीत हासिल हो पाई है।
बीजेपी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने मुख्यमंत्री पद के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पृष्ठभूमि वाले एक वरिष्ठ विधायक का नाम तय किया है। बताया जा रहा है कि इस विधायक का नाम देश की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी के साथ आर्थिक रूप से जुड़ा हुआ है। विधायक जी के बारे में दिल्ली पुलिस से जुड़ी औपचारिकताएं भी पूरी की जा चुकी हैं। हालांकि वह स्वयं किसी भी बात से अभी तक अनभिज्ञता प्रकट कर रहे हैं।
बीते नौ दिनों से चल रहा BJP में मंथन
8 फरवरी को चुनावी नतीजे आने के बाद से ही बीजेपी में दिल्ली के भावी मुख्यमंत्री के नाम पर मंथन शुरू हो गया था। परंतु पार्टी अभी तक मुख्यमंत्री पद के दावेदार के नाम की घोषणा नहीं कर पाई है। बता दें कि दिल्ली में 1992 में नई विधानसभा के अस्तित्व में आने के साथ 1993 में सबसे पहले बीजेपी की सरकार बनी थी। परंतु 1998 में बीजेपी दिल्ली की सत्ता से बाहर हो गई थी। करीब 27 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद बीजेपी को दिल्ली में अपनी सरकार बनाने का मौका मिल रहा है। ऐसे में शीर्ष नेतृत्व ने मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के बारे में सभी प्रकार के निर्णय अपने हाथ में संभाल रखे हैं।
पांच वर्ष के कार्यकाल में दिये थे तीन मुख्यमंत्री
गौरतलब है कि बीजेपी ने 1993 से 1898 के अपने पांच वर्ष के सरकार के कार्यकाल में दिल्ली को तीन मुख्यमंत्री दिये थे। तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता मदन लाल खुराना को पहला मुख्यमंत्री बनाया गया था, हालांकि तब वह दिल्ली के तीसरे मुख्यमंत्री बने थे। इसके पश्चात ‘जैन हवाला केस’ में नाम आने के बाद खुराना से इस्तीफा ले लिया गया था और साहिब सिंह वर्मा को दूसरा मुख्यमंत्री बनाया गया था। परंतु बाद में खुराना और वर्मा के बीच मुख्यमंत्री पद की कुर्सी पर विवाद के चलते र्स्गीय सुषमा स्वराज को तीसरा मुख्यमंत्री बनाया गया था। परंतु 1998 में हुए विधानसभा चुनाव में प्याज की बढ़ी कीमतों के चक्कर में बीजेपी की सरकार चली गई थी।
खुराना के सहयोग से बनेगी दूसरी बार BJP सरकार
दिल्ली में 1993 में पहली बार बीजेपी ने अपनी सरकार स्वर्गीय मदन लाल खुराना के सहयोग से बनाई थी। वह 1996 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे थे। अब 2025 में बीजेपी को एक बार फिर से दिल्ली में अपनी सरकार बनाने का मौका मिल रहा है। परंतु इस बार उनके पुत्र हरीश खुराना इस सरकार में विधायक के बतौर शामिल होने जा रहे हैं। हरीश खुराना ने मदन लाल खुराना की परंपरागत सीट मोती नगर से इस विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है।