दक्षिणी दिल्ली निगम में संजय सहाय नहीं, राधाकृष्ण हैं ‘प्रेस एवं सूचना विभाग के निदेशक’!

-निगम अधिकारियों की काम के प्रति लापरवाही का बड़ा नमूना
-महीनों बाद भी दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की साइट पर नहीं सही जानकारी

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली
आर्थिक तंगी और भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे दिल्ली के नगर निगमों के अधिकारियों का ध्यान भी नगर निगम की छवि सुधारने पर बिलकुल नहीं है। यही कारण है कि सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की लाख कोशिशों के बावजूद नगर निगमों की छवि सुधर नहीं पा रही है। छवि सुधारने की चिंता तो दूर की बात है, नगर निगम की वेब साइट पर सही सूचना भी कई-कई महीनों तक अपलोड नहीं हो रही है। खास तौर पर जिस विभाग के पास निगम की छवि सुधारने की जिम्मेदारी हो और उसी विभाग के मुखिया लंबी तानकर सोते रहें तो और भी गंभीर बात हो जाती है।

यह भी पढ़ेंः नरेला अनाज मंडीः शैड के नाम पर…. नगर निगम की 500 करोड़ की संपत्ति दांव पर!

ताजा मामला दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के प्रेस एवं सूचना विभाग से जुड़ा है। इस विभाग के प्रमुख संजय सहाय हैं और उन्हीं का नाम उनके विभाग के मुखिया के रूप में दर्ज नहीं है। आज भी ‘प्रेस एवं सूचना विभाग के निदेशक राधा किशन हैं’, यह हम नहीं खुद दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की वेबसाइट कह रही है। आज भी यदि इस http://mcdonline.gov.in/tri/sdmc_mcdportal/preinf/deptdetail.php?id=2   लिंक पर जायें तो वर्तमान निदेशक संजय सहाय के नाम के बजाय पूर्व निदेशक राधा किशन का नाम दर्ज है।

यह भी पढ़ेंः नॉर्थ DMC मैरिट में पिछड़ी विज्ञापन कंपनियों के सहारे उत्तरी निगम का प्रेस एवं सूचना निदेशालय

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम हर वर्ष इन्फार्मेशन-टेक्नालॉजी के नाम पर दिल्ली की जनता की खून-पसीने की कमाई के करोड़ों रूपये फूंक रहा है। इसके बावजूद दिल्ली वालों को सही सूचनाएं प्राप्त नहीं हो रही हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि जब प्रेस एवं सूचना विभाग के खुद के आंकड़े तक नगर निगम की वेबसाइट पर सही दर्ज नहीं हैं, तो दिल्ली वालों को यह विभाग किस तरह की सेवा प्रदान कर रहा होगा, इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
विज्ञापन एजेंसियों में दिलचस्पी
बताया जा रहा है कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के प्रेस एवं सूचना विभाग के आला अधिकारियों की दिलचस्पी केवल विज्ञापन एजेंसियों में है। हाल ही में उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पैनल में शामिल विज्ञापन एजेंसियों ने जब नगर निगम के एनआईटी से संबंधित विज्ञापन छापने बंद कर दिये थे, तब यह दक्षिणी दिल्ली निगम के प्रेस एवं सूचना विभाग के आला अधिकारी अपनी 28 मंजिला इमारत के कार्यालय को छोड़कर घंटों-घंटों ए बलॉक स्थित उत्तरी दिल्ली निगम के प्रेस एवं सूचना कार्यालय में कई दिनों तक जाकर बैठते रहे थे। जब उपरोक्त जानकारी के लिए दक्षिणी दिल्ली निगम के प्रेस एवं सूचना निदेशक संजय सहाय के कार्यालय में फोन किया गया तो उनके सहायक ने बताया कि वह अभी व्यस्त हैं, इसलिये बात नहीं कर सकते।
निगम नेतृत्व ने जताई नाराजगी
प्रेस एवं सूचना विभाग के आला अधिकारियों की इस घोर लापरवाही पर दक्षिणी दिल्ली निगम के नेतृत्व ने कड़ी नाराजगी जताई है। मेयर मुकेश सूर्यान ने कहा कि अधिकारियों को सभी बातों पर ध्यान देना चाहिए। यदि इस तरह की लापरवाही चल रही है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। अपना काम छोड़कर दूसरों के मामलों में किसी को टांग अड़ाने की जरूरत नहीं है। निगम के कई दूसरे जिम्मेदार पदों पर बैठे नेताओं ने अधिकारियों की इस लापरवाही को गैरजिम्मेदाराना और अव्यवहारिक बताया है। उन्होंने कहा कि निगम अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वह सभी कामों पर ध्यान दें, यदि ऐसा नहीं हो रहा है तो यह बिलकुल गलत है।