राजस्थान बीजेपी में बवाल… वरिष्ठ नेता 6 साल के लिए पार्टी से बाहर

-वसुंधरा के करीबी पूर्व मंत्री हैं रोहिताश शर्मा
-वसुंधरा को बताया था राज्य का सीएम केंडिडेट

एसएस ब्यूरो/ जयपुर
कांग्रेस में मचे घमासान के बीच राजस्थान भारतीय जनता पार्टी में भी बगावत की चिंगारियां उठने की खबरें आ रही हैं। बीजेपी ने शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता रोहिताश शर्मा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। रोहिताश शर्मा पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया गया है। इस संबंध में राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने रोहिताश शर्मा को पार्टी की प्रथामिक सदस्यता से निष्कासित किये जाने का आदेश जारी किया। रोहिताश शर्मा को राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता है और उन्हें इससे पहले पार्टी विरोधी बयान देने के लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था।

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भारतीय जनता पार्टी के एक प्रवक्ता ने बताया कि ’अनुशासनहीनता की वजह से रोहिताश शर्मा को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा ने कुछ दिनों पहले कहा था कि पूर्व मंत्री राज्य बीजेपी के नेता कार्यालय के अंदर बैठ कर पार्टी चला रहे हैं। वो गांवों में दौरे के लिए नहीं जाते हैं। इतना ही नहीं रोहिताश शर्मा ने मई के महीने में हुए उपचुनाव में पार्टी को लगे झटके के लिए राज्य के नेताओं को जिम्मेदार ठहराया था। तीन सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने 2 सीट तथा बीजेपी ने 1 सीट जीती थी। उन्होंने वसुंधरा को राज्य का सीएम केंडिडेट भी बताया था।

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पूर्व परिवहन मंत्री और वसुंधरा राजे समर्थक नेता रोहिताश शर्मा ने पीएम मोदी पर भी कमेंट किया था। रोहिताश शर्मा ने कहा था कि ’मुझे रीति-नीति, ज्ञान और संस्कार सिखाने वाले पंडित नवलकिशोर शर्मा थे। नवलकिशोर जी सिद्धांतवादी नेता थे। आजकल के गर्वनर बनते हैं, तो सरकार के इशारे पर चलते हैं। कंट्रोवर्सी पैदा करते हैं। मैं उस गुरु (नवलजी) का चेला हूं, जिन्होंने गवर्नर रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को गोधरा कांड में क्लीनचिट दी।’ रोहिताश शर्मा बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया की अलवर यात्रा में भी नहीं गए थे।