-77 से घटकर 75 हुई बीजेपी विधायकों की संख्या
-बड़े अंतर से विधानसभा चुनाव हारे, बीजेपी के सितारे
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
पश्चिम बंगाल विधानसभा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दो विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद बंगाल विधानसभा में बीजेपी विधायकों की संख्या 77 से घटकर 75 रह गई है। दो विधायकों के इस्तीफे के बाद अब पश्चिम बंगाल विधानसभा में खाली सीटों की संख्या भी तीन से बढ़कर पांच हो गई है। दरअसल, सभी नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जा चुकी है। इसी बीच यह खबर आई है कि बीजेपी के दो नवनिर्वाचित विधायकों ने विधानसभा से त्यागपत्र दे दिया है।
यह भी पढ़ेंः- DELHI BJP नेताओं पर पार्टी के मंत्रियों को भी नहीं भरोसा… कुलस्ते और प्रधान ने मांगी दिल्ली में कांग्रेस नेता से मदद
विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले विधायकों में शांतिपुर के जगन्नाथ सरकार और दिनहाटा सीट के बीजेपी विधायक निसिथ प्रमाणिक हैं। दोनों नवनिर्वाचित विधायकों ने बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। दरअसल दोनों नवनिर्वाचित विधायक पहले से बीजेपी के सांसद हैं और उन्हें पार्टी की ओर से सांसद के रूप में काम करने का निर्देश मिला है। पार्टी आलाकमान के आदेश पर ही दोनों विधायकों ने विधायक के पद से इस्तीफा दिया है।
खाली हुईं 5 सीटें
जगन्नाथ सरकार और निसिथ प्रमाणिक साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जीतकर सांसद बने थे। जगन्नाथ सरकार ने राणाघाट और निसिथ प्रमाणिक ने कूच बिहार की लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी। बीजेपी के इन दोनों विधायकों के इस्तीफे के बाद पश्चिम बंगाल विधानसभा में कुल पांच सीटें खाली हो गई हैं। बता दें कि जंगीपुर और शमशेरगंज सीट पर एक-एक प्रत्याशियों की कोरोना से मौत के बाद चुनाव स्थगित कर दिया गया था। अब इन सीटों पर 16 मई को वोटिंग होगी। जबकि उत्तर 24 परगना की खारदा विधानसभा सीट से चुनाव जीते टीएमसी के काजल सिन्हा की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी। इस तरह 292 सीटों वाले सदन में अब पांच सीटें खाली हो गई हैं।
5 में से 2 बीजेपी सांसद ही हासिल कर पाए जीत
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपने पांच वर्तमान सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा था। जिनमें जगन्नाथ सरकार और निसिथ प्रमाणिक के साथ केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, स्टार कैंडीडेट लॉकेट चटर्जी और जानेमाने पत्रकार एवं राज्यसभा सांसद स्वपन दास गुप्ता के नाम भी शामिल हैं। बीजेपी के पांच में से केवल दो सांसद ही चुनाव में जीत हासिल कर पाए। स्वपन दास गुप्ता, लॉकेट चटर्जी और बाबुल सुप्रियो विधानसभा चुनाव नहीं जीत सके थे। खास बात है कि राज्यसभा सांसद स्वपन दास गुप्ता तारकेश्वर विधानसभा सीट 7,484 वोट और हुगली से सांसद लॉकेट चटर्जी चिंसूरा सीट 18,417 वोट से हारे। वहीं आसनसोल से सांसद और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो इनमें सबसे ज्यादा अंतर 50,048 वोट से टॉलीगंज विधानसभा सीट से चुनाव हार गये।
2 मई को आया था चुनाव परिणाम
बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए इस बार आठ चरणों में मतदान हुआ था। आठ चरणों की वोटिंग के दौरान हिंसा की कई घटनाएं सामने आई। चौथे फेज की वोटिंग के दौरान शीतलकुची में सीआईएसएफ की फायरिंग में चार लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले को लेकर अब भी हंगामा हो रहा है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे रविवार दो मई को आये थे। इसमें टीएमसी को 213 और बीजेपी को 77 सीटें मिली थी। एक-एक सीट निर्दलीय और राष्ट्रीय सेक्युलर मजलिस पार्टी के खाते में गई थी। बड़ी बात यह रही कि इस बार वामपंथी दलों के साथ कांग्रेस और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम अपना खाता तक नहीं खोल पाईं।