-प्रदेश नेतृत्व ने की रायसुमारी, कई लोगों में नाराजगी
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली, 31 मई, 2022
दिल्ली की राजेंद्र नगर विधानसभा सीट पर होने जा रहे उपचुनाव की सरगर्मियों ने जोर पकड़ लिया है। आम आदमी पार्टी ने सबसे पहले दुर्गेश पाठक को अपना उम्मीदवार घोषित करके चुनाव प्रचार में उतार दिया है। वहीं प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में भी चुनाव को लेकर गतिविधियां तेज हो गई हैं। इसके साथ ही कई नामों पर चर्चा शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि पहले हाल ही में पंजाब पुलिस के साथ विवादों में आये तेजेंदर बग्गा को चुनाव में उतारने के लिए एक खास ग्रुप ने लॉबिंग की थी, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने इसे सिरे से खारिज कर दिया तो अब कुछ दूसरे नामों पर विचार किया जा रहा है।
राजेंद्र नगर विधानसभा उप चुनाव में स्थानीय बनाम पंजाबी का मुद्दा छाया हुआ है। स्थानीय बतौर नये दावेदारों में तीन लोगों के नाम चर्चा में शामिल हुए हैं। इनमें नारायणा वार्ड से पूर्व निगम पार्षद मालती वर्मा, पूर्व निगम पार्षद प्रमोद तंवर और ब्रिजेश तंवर के नाम शामिल हैं। पंजाबी कम्युनिटी का प्रतिनिधित्व करने वाले राजेश भाटिया पहले से ही दावेदारी में बने हुए हैं। इस विधानसभा क्षेत्र में दशघरा, टोडापुर और नारायणा गांव आते हैं। इनके साथ इंदरपुरी की झुग्गी बस्ती में ज्यादातर राजस्थानी मतदाता हैं। राजेंद्र नगर इलाके में सिख और पंजाबी मतदाताओं के साथ बनिया बिरादरी के मतदाता भी हैं।
बीजेपी में उम्मीदवारी के लिए पंजाबी-बनिया और स्थानीय के नाम पर समीकरण बैठाने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस में ज्यादा जोर स्थानीय बनाम पंजाबी पर दिया जा रहा है। जबकि आम आदमी पार्टी ने बिरादरी या वर्ग से अलग हटकर दुर्गेश पाठक के ऊपर दांव खेला है। हालांकि वह उत्तरी पूर्वी दिल्ली की करावल नगर विधानसभा सीट से मोहन सिंह बिष्ट के आगे 2020 का चुनाव हार गये थे। इस लिहाज से वह राजेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र के लिए बाहरी उम्मीदवार हैं। ऐसे में यदि बीजेपी कोई मजबूत दावेदार चुनावी मैदान में उतारती है तो आम आदमी पार्टी के लिए मामला संघर्षपूर्ण हो सकता है।
प्रदेश नेतृत्व ने की रायसुमारी
प्राप्त सूचना के मुताबिक प्रदेश नेतृत्व ने सोमवार को उम्मीदवार के नाम को लेकर रायसुमारी की थी। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, संगठन महामंत्री सिद्धार्थन और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी प्रमुख रूप से मौजूद रहीं। बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में उतरने के लिए करीब डेढ़ दर्जन लोगों ने दावेदारी की है। इनमें पूर्व प्रदेश महामंत्री राजेश भाटिया, प्रदेश उपाध्यक्ष राजन तिवारी, जिला अध्यक्ष राजेश गोयल, पूर्व पार्षद प्रमोद तंवर व बृजेश तंवर के नाम प्रमुख रूप से शामिल हैं। सबसे चोंकाने वाला नाम उमंग बजाज की डॉक्टर मां का बताया जा रहा है। कहा यह भी जा रहा है कि उमंग बजाज अभी कुछ महीने पहले ही पार्टी में आये हैं और उनके पास युवा मोर्चा में काई जिम्मेदारी है। लेकिन पैसे की कोई कमी नहीं है।
रायसुमारी में शामिल नहीं किये जाने से नाराजगी
कई लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि प्रदेश नेतृत्व द्वारा उम्मीदवारी पर की गई रायसुमारी में उन्हें नहीं बुलाया गया। एक पूर्व निगम पार्षद ने बताया कि वैसे पार्टी की ओर से हमें कई जिम्मेदारी दी जाती हैं, लेकिन हमें इस रायसुमारी में शामिल नहीं किया गया। जबकि ऐसे लोगों को शामिल किया गया जो अभी कुछ दिन पहले ही पार्टी में शामिल हुए हैं।