-ब्रह्म यादव, मनीष चतरथ और रमाकांत गोस्वामी के नामों की चर्चा
-राजेंद्र नगर विधानसभा सीट पर होना है विधानसभा उप चुनाव
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्ली, 31 मई, 2022
कांग्रेस में एक ओर जहां राज्यसभा प्रत्याशियों के नामों को लेकर हंगामा मचा हुआ है वहीं दिल्ली की राजेंद्र नगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने से धुरंधर कांग्रेसी कतरा रहे हैं। बताया जा रहा है कि ज्यादातर कांग्रेसी धुरंधरों ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। कांग्रेस पार्टी में चुनाव लड़ाने के लिए कई नामों पर चर्चा शुरू हो गई है। विधायक से राज्यसभा सांसद बने राघव चड्ढा के इस्तीफा देने के बाद राजेंद्र नगर सीट खाली हो गई थी। अब इस सीट पर 23 जून को उपचुनाव होना है और 26 जून को नतीजे आने हैं।
प्रदेश कांग्रेस से जुड़े सूत्र बताते हैं कि ज्यादातर बड़े नेताओं ने उप-चुनाव में उतरने से मना कर दिया है। बताया जा रहा है कि दिल्ली में कांग्रेस के तेजी से गिरते हुए ग्राफ की वजह से कोई चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। हालांकि फिर भी पार्टी में करीब आधा दर्जन नामों पर विशेष चर्चा हो रही है। सूत्रों का यह भी कहना है कि कांग्रेस किसी ऐसे चेहरने को चुनावी मैदान में उतारना चाहती है जो पार्टी के लिए ज्यादा से ज्यादा वोट ला सके।
एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के मुताबिक पूर्व मंत्री रमाकांत गोस्वामी, मनीष चतरथ, ब्रह्म यादव, अल्का लांबा और अमृता धवन के नामों पर ज्यादा चर्चा है। मनीष चतरथ फिलहाल अरूणाचल प्रदेश और मेघालय के कांग्रेस प्रभारी हैं और राजेंद्र नगर इलाके में ही रहते हैं। वह शीला दीक्षित सरकार के समय दिल्ली टूरिज्म के चेयरमैन रह चुके हैं। ब्रह्म यादव भी विधानसभा क्षेत्र के मूल निवासी हैं। वह युवक कांग्रेस के अध्यक्ष, कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री और पार्षद रह चुके हैं। वह दिल्ली एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड के चेयरमैन भी रह चुके हैं।
रमाकांत गोस्वामी शीला सरकार में मंत्री रह चुके हैं और वह 1998 व 2003 में पटेल नगर व 2008 मं राजेंद्र नगर से विधायक चुने जा चुके हैं। गोस्वामी भी इस विधानसभा क्षेत्र के मूल निवासी हैं। इनके साथ ही दो महिला नेत्रियों का भी नाम चुनावी दौड़ में शामिल है। इनमें अल्का लांबा और अमृता धवन के नाम शामिल हैं। इनका नाम इस विधानसभा क्षेत्र में पंजाबी मतदाताओं की बहुलता के चलते लिया जा रहा है। अल्का लांबा चांदनी चौक से आम आदमी पार्टी की विधायक रह चुकी हैं, इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना के सामने 2003 में विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। वह 2020 का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ी थीं लेकिन आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के सामने हार गई थीं।
कांग्रेस में उप-चुनाव में उतारे जाने के लिए एक और नाम अमृता धवन का लिया जा रहा है। अमृता धवन के पास फिलहाल प्रदेश महिला कांग्रेस की जिम्मेदारी है। वह निगम पार्षद भी रह चुकी हैं और तिलक नगर सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं। पार्टी में उन्हें तेजतर्रार नेता के रूप में जाना जाता है। कांग्रेस से जुड़े सूत्र बताते हैं कि यह सीट पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन के चुनाव क्षेत्र का अहम हिस्सा है। अतः राज्यसभा के नामांकन के बाद अजय माकन की व्यस्तता थोड़ी कम हुई है और अब उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा तेज हो जायेगी।