-मरने वालों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देगी पंजाब सरकार
-सीएम अमरिंदर सिंह ने किया 76 कसानों की मौत का ऐलान
-मृतक किसानों के परिवारों को 5 लाख का मुआवजा देगी पंजाब सरकार
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा किसान आंदोलन अब केवल किसानों का ही नहीं रह गया है। कांग्रेस ने अपनी राज्य सरकारों को इसके लिए पूरी ताकत झोंक देने के लिए कह दिया है। इस आंदोलन को कांग्रेस की पंजाब सरकार का पूरा सहयोग और समर्थन प्राप्त है। शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने एक बड़ा ऐलान करके यह साबित कर दिया है कि इस आंदोलन को पंजाब सरकार खुलकर सहयोग कर रही है।
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अमरिंदर सिंह ने घोषणा की है कि कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे 76 किसानों का निधन हो चुका है। इस किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले पंजाब के किसान के परिवार को पंजाब सरकार की ओर से पांच लाख रुपए की मदद और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
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पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि क्या इस देश में एक संविधान है? कृषि अनुसूची के तहत एक राज्य का विषय है। केंद्र ने संसद में चर्चा के बिना इसे क्यों बदल दिया? उन्होंने इसे लोकसभा में पारित कर दिया क्योंकि वे अधिक सदस्य थे। राज्यसभा में यह अराजकता में पारित किया गया क्योंकि उन्हें लगा कि चीजें गलत हो सकती हैं।
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बता दें कि पंजाब के ज्यादातर हिस्सों से आए किसान केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर पिछले करीब डेढ़ महीने से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर धरने पर बैठे हैं। खास बात है कि इस धरने पर रहने, खाने और मनोरंजन के लिए रोजाना करोड़ों रूपये खर्च किये जा रहे हैं।