योगी कैबिनेट में ’सर्जरी’ की तैयारी… संगठन और मंत्रीमंडल में आएगी नये लोगो की बारी?

-विधानसभा चुनाव से पहले मंत्रियों से मांगा जा रहा रिपोर्ट कार्ड
-राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने लखनऊ में डाला डेरा
-सोमवार-मंगलवार को मंत्रियों-पार्टी पदाधिकारियों के साथ की बैठक

एसएस ब्यूरो/ लखनऊ
साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) से पहले बीजेपी (BJP) एक्शन मोड में आ गई है। बताया जा रहा है कि योगी मंत्रिमंडल की सर्जरी की तैयारी की जा रही है। बीजेपी में सरकार और संगठन के स्तर पर कुछ बड़े फैसले किये जा सकत हैं। यही वजह है कि बीजेपी नेतृत्व का पूरा फोकस अब उत्तर प्रदेश (न्जजंत च्तंकमे) पर है। माना जा रहा है कि योगी सरकार (Yogi Government) के मंत्रिमंडल और प्रदेश संगठन में संभावित फेरबदल से पहले मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड और पदाधिकारियों से सरकार के कामकाज का फीडबैक लिया जा रहा है। इसी क्रम में राज्य बीजेपी केेेे प्रभारी राधामोहन सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष (B L Santosh) ने सोमवार औैर मंगलवार को लखनऊ में डेरा जमाये रखा।

यह भी पढ़ेंः- चिकित्सा के ईसाईकरण पर IMA अध्यक्ष की कोर्ट में पेशी!

दौरे के पहले दिन सोमवार को राधामोहन सिंह (Radhmohan Singh) और बीएल संतोष ने प्रदेश के संगठन महामंत्री सुनील बंसल (Sunil Bandal) और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव (Swatantra Dev Singh) के साथ कई घंटे तक मंथन किया। इस दौरान मंत्री सुरेश खन्ना (Suresh Khanna) और स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह (Ji Pratap Singh) के साथ भी बैठक की। कहा जा रहा है कि दोनों नेताओं ने उनके विभाग के कामकाज का रिपोर्ट समझा। मंगलवार को भी दोनों नेताओ ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya), डॉ दिनेश शर्मा (Dr Dinesh Sharma), मंत्री स्मृति सिंह (Smriti Singh), सिद्धार्थनाथ सिंह (Sidharth Nath Singh), श्रीकांत शर्मा, सतीश द्विवेदी इत्यादि मंत्रियों से उनके विभाग की रिपोर्ट ली। खास बात है कि मंत्रियों और पदाधिकारियों के साथ बैठक करन के बाद बीएल सतोष और राधा मोहन सिंह यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने उनके सरकारी आवास पर सांय 7 बजे पहुंचे। इस दौरान राज्य के दोनों डिप्टी सीएम, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल भी मौजूद रहे। सोमवार को यह बैठक करीब तीन घंटे तक चली।

यह भी पढ़ेंः- AAP और BJP की सियासत के बीच दांव पर दिल्ली के व्यापारी!

बताया जा रहा है कि दोनों नेता अपनी रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को सौंपेंगे, उसके बाद सरकार में फेरबदल और संगठन में बदलाव देखने को मिल सकता है। सूत्रो का कहना है कि आरएसएस (RSS) और बीजेपी नेताओं का यूपी दौरा यूं ही नहीं है, इसके पीछे किसी बड़े बदलाव की तयारी हो सकती है। इससे पहले आरएसएस के दूसरे सबसे बड़े पदाधिकारी दत्तात्रेय हसबोले ने भी उत्तर प्रदेश का दौरा किया है। अब बीएल संतोष का दौरा बता रहा है कि बीजेपी में अंदर ही अंदर कुछ खिचड़ी पक रही है। हालांकि 2022 से पहले किसी बड़े बदलाव की संभावना कम ही है, क्योंकि यूपी के समीकरणों को बीजेपी बिलकुल बिगाड़ना नही चाहेगी। बता दें कि सोमवार को बीएल संतोष से मिलन वालों में सबसे पहल मिलने वालों में राज्य के कानून मंत्री बृजेश पाठक रहे। बृजेश पाठक ने ही कोरोना से निपटने में सरकार की ओर से किये जा रहे प्रयासों को नाकाफी बताया था।
बीएल संतोष के दौरे को चुनावी तैयारी के रूप में देख रही बीजेपी
राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष के दो दिवसीय लखनऊ दौरे को भारतीय जनता पार्टी के नेता चुनावी तैयारी के रूप में देख रहे हैं। अगले साल 2022 के मार्च महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं। फिलहाल समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी कोराना प्रबंधन को लेकर लगातार दबाव बनाये हुए हैं। दूसरी ओर विपक्षी दल सीएम योगी के ऊपर जातिवाद का आरोप भी लगा रहे हैं। ऐसे मे बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगला साल चुनावी साल है, ऐसे में पार्टी को अपनी तैयारियां अभी सक करनी होंगी। इसलिए यह दौरा सरकार के कामकाज, पार्टी संगठन और सरकार के बीच संतुलन एवं नये अवसरों की तलाश को लेकर है।
सरकार में बदलाव के कयास
बीएल सतोष के दौरे को लेकर रविवार और सोमवार को पूरे दिन कयास लगाये जाते रहे कि जल्दी ही योगी के मंत्रिमंडल में बदलाव किया जा सकता है। हालाकि पार्टी की ओर से अभी इस तरह के संकेत नहीं दिये गये हैं। वैसे भी आम आदमी पार्टी की ओर से योगी सरकार पर ब्राह्मणवाद को दबाने का आरोप लगाया जा रहा है। दूसरी ओर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यदि बीजेपी मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को उनके पद से हटा देती है तो इसका गलत संदेश जायेगा और निश्चित तौर पर इसका गलत असर आने वाले विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा।