पीके ने फिर बदला पाला… ममता बनर्जी के साथ बिगड़े संबंध!

-पश्चिम बंगाल में नगर निकाय चुनाव को लेकर बवाल

एसएस ब्यूरो/ कोलकाता
बार-बार अपना सियासी और व्यावसायिक पाला बदलने वाले प्रशांत किशोर ने एक बार फिर अपना पाला बदल लिया है। बंगाल की मुख्यमंत्री और त्रणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी के साथ उनके संबंध बिगड़ गये हैं। बंगाल में होने वाले 108 नगर निकायों के चुनावों के लिए उम्मीदवारों की सूची को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के भीतर कलह ने जोर पकड़ लिया है। सोमवार को राज्य भर में विरोध प्रदर्शन फैल गया। इसके चलते पार्टी के शीर्ष अधिकारियों को डैमेज कंट्रोल के लिए उतरना पड़ा।

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खास बात यह है कि निकाय चुनाव को लेकर टीएमसी और प्रशांत किशोर के नेतृत्व वाली राजनीतिक सलाहकार आई-पीएसी के बीच तनाव बढ़ गया है। बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को टैक्ट मैसेज के जरिये उनका साथ छोड़ने की बात की तो ममता बनर्जी ने भी उन्हें धन्यवाद का मैसेज भेज दिया।

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बताया जा रहा है कि विवाद शुक्रवार शाम को उस समय शुरू हुआ जब तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी और पार्टी अध्यक्ष सुब्रत बख्शी ने पार्टी के उम्मीदवारों की आधिकारिक सूची जारी की जिस पर उनके हस्ताक्षर थे। पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर उम्मीदवारों की एक अलग सूची भी दिखाई दी, जिस पर किसी के हस्ताक्षर नहीं थे। दोनों सूचियों के बाहर होने के बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।

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टीएमसी के बहुत से असंतुष्ट कार्यकर्ता टायर जलाने और नारेबाजी करने के लिए सड़कों पर उतर गये। हालांकि ममता बनर्जी ने इस मामले में हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि ‘‘पार्थ चटर्जी और सुब्रत बख्शी द्वारा जारी उम्मीदवारों की सूची अंतिम है। हर किसी को खुश नहीं किया जा सकता है। कुछ भ्रम है।’’
आधिकारिक सूची का करना होगा पालन
तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने विरोध प्रदर्शन को रोकने की कोशिश में कहा कि सभी को आधिकारिक सूची का पालन करना होगा। “हम में से दो (पार्थ चटर्जी और सुब्रत बख्शी) द्वारा हस्ताक्षरित शुक्रवार को जारी की गई सूची ममता बनर्जी की अंतिम मंजूरी के बाद जारी की गई थी, और यह अंतिम सूची है।’’ चटर्जी ने आगे कहा, “कुछ मुद्दे रहे हैं और इसे सुलझा लिया गया है। बहुत से लोगों की पार्टी के टिकट पर लड़ने की आकांक्षाएं हैं। लेकिन हर किसी को खुश करना हमेशा संभव नहीं होता है।“ असंतुष्टों से संपर्क करते हुए चटर्जी ने कहा कि पार्टी एक है और सभी को भाजपा के खिलाफ एकजुट होना होगा।
पीके की टीम को बताया जा रहा जिम्मेदार
नाम न छापने की शर्त पर एक वरिष्ठ तृणमूल कांग्रेस नेता ने कहा कि पूरी गड़बड़ी के लिए आई-पीएसी जिम्मेदार है। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि “यह आई-पीएसी के कारण है कि यह पूरी गड़बड़ी हुई। अपलोड की गई अहस्ताक्षरित सूची वह सूची थी जिसे पार्टी नेतृत्व ने मंजूरी नहीं दी थी।“ पार्टी नेतृत्व के एक वर्ग ने आई-पीएसी को परेशानी के लिए जिम्मेदार ठहराया। संगठन के सूत्रों ने दावा किया कि इस उपद्रव में उनकी कोई भूमिका नहीं थी।