-साहस एवं पराक्रम के देवता मंगल हैं स्वामी
आचार्य रामगोपाल शुक्ल/ नई दिल्लीः 20 दिसंबर।
मेष राशि के जातकों में गजब की नेतृत्व क्षमता होती है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मेष राशि का स्वामी ग्रह मंगल देव हैं जो कि साहस और पराक्रम के देवता माने गए हैं। बता दें कि इस राशि के लोग स्पष्टवादी और निडर स्वभाव, ऊर्जावान, जिंदादिल एवं बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं। अपनी बहुमुखी प्रतिभा की वजह से ये लोग हर सभी के दिलों पर राज करते हैं। इस राशि के जातकों के लिए विशेष बात है कि नये साल में आपके शत्रु भरपूर प्रयासों के बावजूद आपका कोई भी नुकसान नहीं कर पायेंगे।
जानिये कैसा रहेगा नया साल?
वर्ष की शुरुआत में देव गुरु बृहस्पति मार्गी हो रहे हैं, गुरू का गोचर इस राशि के प्रथम भाव में हो रहा है। देव गुरु बृहस्पति के मार्गी होने से आपके जीवन में बड़े सकारात्मक परिणाम आ सकते हैं। देव गुरु इस राशि के भाग्य के स्वामी है और उनका गोचर इस राशि के लग्न में हो रहा है। ऐसे में वर्ष 2024 की शुरुआत से ही आपको अपने भाग्य का पूरा साथ मिलने वाला है। इस साल आपको प्रचुर मात्रा में धन की प्राप्ति होगी और निवेश से भी भरपूर लाभ प्राप्त होगा। घर में खुशी आएगी और कई अटके हुए काम पुरे होंगे।
इस वर्ष देव गुरु बृहस्पति इस राशि के जातकों के लिए संतान का योग बना रहे है। देव गुरु जब इस राशि के लग्न में गोचर करेंगे तो पंचम भाव पर उनकी दृष्टि होगी। बृहस्पति स्वयं संतान के कारक हैं ऐसे में इस समय जो संतान प्राप्ति के योग है वो शानदार है और सबसे बलवान है। वर्ष 2024 में मई के महीने तक देव गुरु बृहस्पति का गोचर आपके लग्न में ही रहा है और उस पर शनि देव की दृष्टि होगी। शनि देव लाभ स्थान के स्वामी होकर लाभ स्थान में ही विराजमान हैं, ऐसे में लग्न पर बैठे गुरु पर प्रभाव शुभ रहने वाला है। दोनों बड़े ग्रह गुरु और शनि किसी भाव पर एक साथ प्रभाव डालते है तो उस भाव से जुड़े शुभ फल में वृद्धि हो जाती है। वर्ष के शुरूआती 4 महीनो में जातकों को ना सिर्फ अपने परिवार में बल्कि समाज में भी अच्छा मान सम्मान प्राप्त होगा और आपका उत्साह चरम पर रहेगा।
राहु का गोचर इस साल पुरे वर्ष इस राशि के 12 वें भाव में रहेगा, इस भाव से विदेश यात्रा और भोग-विलास का योग बनता है। ऐसे में राहु का प्रभाव् अच्छा रहने वाला है। जातकों को अच्छे सुख सुविधाओं के साधनों की प्राप्ति होगी। विदेश जाने की इच्छा रखने वालों को अपनी इच्छापूर्ति का मौका मिलेगा। पूरे नव ग्रह में सबसे धीमे कहे जाने वाले शनि देव इस साल जून के महीने तक मार्गी रहेंगे और जातकों के लाभ स्थान में बैठकर लाभ योग का निर्माण करेंगे। ऐसे में शनि से जुड़े शुभ परिणाम आपको प्राप्त होंगे। 30 जून को वक्री होने से पहले उच्च कोटि का धन योग इस राशि जातकों के लिए शनि देव बना रहे है। ऐसे में आपकी आमदनी के एक से ज्यादा स्तोत्र हो सकते हैं और अनेक माध्यमों से आपको धन की प्राप्ति होगी। इस साल आप अपने पुरुषार्थ और भाग्य के द्वारा अच्छा धन लाभ प्राप्त करने में सक्षम रहेंगे।
ग्रहों के राजा कहे जाने वाले सूर्य 14 अप्रैल को उच्च के हो जाएंगे और उनका गोचर इस राशि के लग्न में होगा। प्रथम भाव में विराजमान गुरु से उनकी युति होगी जिसकी वजह से विशेष राजयोग का निर्माण होगा। सरकारी क्षेत्र में काम रहे जातको को इस दौरान उच्च पद की प्राप्ति होगी। जीवन में किसी नई शुरुआत करने के लिए यह समय अच्छा है। छात्रों को इस युति से बहुत फायदा होने की उम्मीद है। यदि आप कोई नया कारोबार शुरू करना चाहतें हैं तो अप्रैल से मई महीने तक का समय काफी अच्छा है।
देव गुरु बृहस्पति 1 मई को इस राशि के दूसरे भाव में गोचर करेंगे। गुरु वृष राशि में होंगे और जातकों के धन और परिवार के स्थान को प्रभावित करेंगे। इसके कारण ना सिर्फ धन की वृद्धि होगी बल्कि नौकरी में भी अच्छा स्थान रहेगा। गुरु के प्रभाव से आपको अचानक धन की प्राप्ति हागी। आपका अटका हुआ धन आपको प्राप्त होने की उम्मीद है। गुरु की 9वीं दृष्टि आपके दशम भाव पर होगी जिसके कारण आप अपने करियर में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
देव गुरु बृहस्पति के राशि परिवर्तन के समय उनकी सप्तम दृष्टि अष्टम भाव पर होगी वही शनि की दशम दृष्टि भी अष्टम भाव पर होगी। ऐसे में जातकों का आठवां भाव मई के महीने में जाग्रत हो जायेगा। इसकी वजह से आपको अचानक धन की प्राप्ति होगी। वेद पुराण और ज्योतिष का पठन और अध्ययन करने के लिए समय बहुत अच्छा है।
वर्ष 2024 में मई के महीने के बाद दो ग्रहों के एक ही भाव का होने की वजह से जातकों का प्रथम भाव कर्तरी योग में आ रहा है, ऐसे में आपके लग्न भाव की शुभता में वृद्धि होगी। आपके जीवन में अच्छे लोगों का प्रवेश होगा। अविवाहित जातकों को विवाह प्रस्ताव प्राप्त होंगे। इस वर्ष आपको कोई बड़ा पुरुस्कार प्राप्त हो सकता है।
वर्ष 2024 में चमत्कारक ग्रह केतु जातकों के छठे भाव में विराजमान रहेंगे। केतु का फल मंगल के समान होता है, ऐसे में आपको अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। इसके साथ ही यदि कोई कोर्ट केस चल रहा है तो उसमें आपको राहत प्राप्त होगी। नये वर्ष में आपका नौकरी परिवर्तन हो सकता है, जो कि आपके लिए फायदेमंद रहेगा।