-पूर्वी दिल्ली नगर निगम के सदन की स्थायी समिति में बवाल
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
पूर्वी दिल्ली नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार का एक और मामला सामने आया है। निगम की स्थाई समिति की बैठक में गोकुलपुर विधानसभा क्षेत्र में निगम द्वारा मात्र 65 पुलिया बनाकर 165 पुलियों का भुगतान करने का मामला छाया रहा। पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि इस तरह के मामलों से निगम की छवि खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक निगम के चीफ इंजीनियर को रोका जाए।
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निगमायुक्त विकास आनंद ने सदस्यों को आश्वस्त किया कि यह मामला अब उनके संज्ञान में आ गया है और इसकी निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। स्थायी समिति की बैठक में यह मामला उठाते हुए भाजपा के विपिन बिहारी ने कहा कि हम लोग जहां निगम की छवि बनाने के लिए दिन रात काम कर रहे हैं वहीं ऐसे ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जो बताते हैं कि निगम में अधिकारी किस स्तर तक भ्रष्ट हैं। विपिन बिहारी सिंह ने कहा कि गोकुलपुर विधानसभा में 165 पुलिया निगम रिकॉर्ड में बनाई गई हैं।
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जिसका भुगतान सभी नियमों को ताक पर रखकर किया गया है। जबकि गुणवत्ता विभाग ने भी इन सभी पुलिया जो बनाई गई हैं उसके भी सैंपल लिए होंगे उन्हें तो पता किया होगा। उन्होंने कहा कि निगम अधिनियम के तहत कोई भी काम करने के बाद बिल 90 दिन के अंदर बिल जमा कराने होते हैं। लेकिन इस तरह के मामले सामने आए हैं जिसमें पता चला है कि बिल 90 दिन की बजाए 3 से 5 साल के बीच दिए गए हैं और बिलों का भुगतान भी कर दिया गया है।
बिपिन बिहारी ने कहा कि निगम के अधिकारियों ने कुछ कामों का तो भुगतान 3 से 15 दिन के अंदर ही कर दिया है जबकि 28 दिन के अंदर गुणवत्त विभाग सैंपल उठाता है और एक महीने बाद उसके बिल पास किए जाते हैं इससे साफ पता चलता है कि निगम में कितना भ्रष्टाचार है। उन्होंने यहां तक कहा कि मंडोली चुंगी पर निगम द्वारा एक साल में ढलाव के तीन बार रिपेयरिंग के टेंडर कर दिए गए जबकि वहां पर काम हुआ नहीं। विपिन बिहारी ने कहा यह अपने में गंभीर मामले हैं।