-तीन जिलों के लोग कर सकेंगे बदरीनाथ, केदारनाथ,गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन
-श्रद्धालुओं को अपने साथ रखनी होगी 72 घंटों की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट


आचार्य रामगोपाल शुक्ल/ नई दिल्ली
उत्तराखण्ड सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा शुरू करने का फैसला लिया है। पहले चरण में तीन जिलों के लोगों को ही दर्शन करने की अनुमति दी गई है। सरकार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जल्दी ही सभी लोगों के लिए चार धाम की यात्रा के लिए रास्ते खोले जायेंगे। फिलहाल उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों के निवासियों को धामों में जाने की अनुमति दी गई है।
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तीनों जिलों से मंदिरों में दर्शन को जाने वाले श्रद्धालुओं के पास 72 घंटे की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य किया गया है। प्रदेश में कोरोना के तेजी से गिरते ग्राफ के बीच आंशिक तौर से आज मंगलवार 15 जून से चारधाम यात्रा शुरू करने की अनुमति दे दी है। रुद्रप्रयाग जिले के लोग केदारनाथ धाम के दर्शन को जा सकेंगे, जबकि चमोली जिले के यात्रियों को बदरीनाथ धाम में दर्शन करने की अनुमति दी गई है।
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इसी तरह उत्तरकाशी जिले के लोगों को गंगोत्री व यमुनोत्री धामों के दर्शन करने की इजाजत दी गई है। सभी श्रद्धालुओं को धामों में दर्शन करने के लिए आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य है। आपको बता दें कि यमुनोत्री धाम के कपाट 14 मई, गंगोत्री के 15 मई, केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई और बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई को खोले गए थे। लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से सरकार ने श्रद्धालुओं को यात्रा करने की अनुमति नहीं दी थी।