फ्री पार्किंग की सूची छुपा रहे अधिकारी… पार्किंग स्थलों पर लोगों से वसूली जारी…ये है फ्री पार्किंग की सूची

-उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में 68 पार्किंग स्थल फ्री
-कोई पार्किंग शुल्क मांगे तो तुरंत पुलिस को कॉल करके करें शिकायत
-कम से कम सितंबर महीने तक फ्री रहेंगी ज्यादातर पार्किंग साइट

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में आने वाले 68 पार्किंग साइट पर अभी कोई शुल्क लागू नहीं है। खास बात है कि यह पार्किंग स्थल करीब पिछले दो-तीन माह से अधिकृत तौर पर किसी ठेकेदार द्वारा नहीं चलाये जा रहे हैं। फिर भी अधिकारियों ने इनकी सूची सार्वजनिक तौर पर जारी नहीं की। इसके चलते पार्किंग माफिया यहां अपनी गाड़ियां खडी करने वालों से लगातार अवैध वसूली कर रहा है। नगर नगर निगम को मिलने वाला पैसा फिलहाल पार्किंग माफिया की जेब में जा रहा है।

बता दें कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत 6 जोन आते हैं। इन छह जोन के अंतर्गत नगर निगम कुल 134 पार्किंग साइट चलाता है। इनमें से महज 66 पार्किंग साइट ही अधिकृत तौर पर ठेकेदारों द्वारा चलाये जा रहे हैं। जबकि 68 पार्किंग साइट अभी किसी भी ठेकेदार के पास नहीं हैं। इन फ्री पार्किंग साइट में भी सबसे ज्यादा करोलबाग इलाके में कुल 27 पार्किंग साइट फ्री कर दी गई हैं। इसके बाद केशवपुरम जोन में 12 और रोहिणी जोन में 9 पार्किंग साइट फ्री की गई हैं।

इसी तरह सिटी- सदर पहाड़गंज जोन में 9 और सिविल लाइंस जोन में 5 पार्किंग साइट को फ्री घोषित किया गया है। बता दें कि यह सभी पार्किंग साइट कम से कम सितंबर महीने तक फ्री रहेंगी। क्योंकि इनके ठेके दिये जाने के लिए ई-टेंडिंरंग की प्रक्रिया शुरू की गई है। लेकिन यह प्रक्रिया शुरू होने में कम से कम सितंबर तक समय लगेगा। बता दें कि नई टेंडरिंग प्रक्रिया में कुल 73 पार्किंग स्थलों को शामिल किया गया है। इन पार्किंग की ई-टेंडरिंग में हिस्सेदारे लेने के लिए मंगलवार 17 अगस्त, 2021 आखिरी तारीख है।
नहीं लगवाये गये फ्री पार्किंग के बोर्ड
नियमानुसार जब कोई पार्किंग साइट किसी भी कारण से लोगों के लिए फ्री की जाती है तो नगर निगम की ओर से उन पार्किंग स्थलों पर बड़े बड़े बोर्ड लगाये जाते हैं कि ‘‘यह पार्किंग लोगों के लिए फ्री है’’, लेकिन इन 68 पार्किंग स्थलों पर निगम अधिकारियों ने इस तरह के बोर्ड नहीं लगवाये हैं। जिसकी वजह से पार्किंग माफिया लोगों से अवैध वसूली के जरिये मोटी चांदी काट रहा है। साथ ही ऐसे पार्किंग स्थलों पर नगर निगम की ओर से मार्शल लगाये जाते हैं, ताकि काई लोगों से अवैध वसूली नहीं कर सके। लेकिन इन पार्किंग स्थलों पर इस तरह की भी कोई तैनाती नहीं की गई है।
अधिकारियों पर ढीली पड़ी बीजेपी नेताओं की पकड़
सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की पकड़ी निगम अधिकारियों के ऊपर लगातार ढीली पड़ती जा रही है। बीते दो-तीन महीने से निगम के 68 पार्किंग साइट फ्री चल रहे हैं। लेकिन इन पार्किंग साइट्स की सूची बीजेपी के किसी भी नेता के पास नहीं थी। दरअसल सोमवार 16 अगस्त को जब इस सूची की चर्चा शुरू हुई, तब जाकर अधिकारियों ने यह सूची इन नेताओं को उपलब्ध कराई। जबकि इन सभी पार्किंग साइट्स से पार्किंग माफिया के द्वारा अवैध वसूली की जा रही है। खुद नगर निगम ने बताया है कि अब तक 17 पार्किंग साइट्स की शिकायतें पुलिस को की जा चुकी हैं। लेकिन इस मामले में अभी तक क्या कार्रवाई की गई, इसके बारे में अधिकारी मौन हैं।