NIS कोच आकाश चौहान ने अपने कोच से अकादमी की रिबन कटवाकर दिया सम्मान

– गुरू और पिता के सपने को पूरा करने में लगे है आकाश चौहान
-क्वालीफाइ कोच होने से युवाओं को मिल सकेगी, क्रिकेट की सही बारीकियां

विजय कुमार/ नई दिल्ली, 6 अक्टूबर।
‘गुरू गोबिंद दाउ खडे काके लागू पांय बलिहारी गुरू आपने गोबिंद दिया बताए’। इन शब्दों को आज भी कुछ शिष्य सार्थक बनाने से पीछे नहीं हटते है। ऐसा ही कर दिखाया है क्रिकेट कोच आकाश चौहान ने। आकाश चौहान ने गाजियाबाद लोनी स्थित चिरौडी में स्थित नवीन चौधरी क्रिकेट स्टेडियम में एक और क्रिकेट अकादमी की शुरूआत की है। इससे पहले वह दिल्ली के ग्रीनफील्ड स्कूल में अकादमी चलाते आ रहे है।
आकाश ने इस नई अकादमी की शुरूआत अपने गुरू विजय कुमार यानी मेरे द्वारा रिबन कटवाकर की। उसके द्वारा जब यह सम्मान मुझे दिया गया तो मेरा सीना चौडा हो गया और लगा कि आज भी गुरू शिष्य की परंपरा जिंदा है। वरना अक्सर चेले बनने के बाद गुरूओं को भूल ही जाते है। आकाश ने अपने गुरूओं को याद रखा यह सबसे बडी बात है। यहीं उसकी अकादमी में खेलने वाले 100 के करीबन युवा खिलाडियों ने भी पैर छू कर अपना आशीर्वाद अपने गुरू के गुरू से लिया।
मालूम हो कि आकाश एक एनआईएस क्वालीफाइ कोच है, आज-कल ऐसे कोच कम ही खिलाडियों को मिला करते है यहीं आकाश खूद भी एक शानदार क्रिकेटर रह चुका है। वह रेलवे से अंडर 19 व 22 के अलावा काफी क्रिकेट खेला है। इससे यह साबित हो सकता कि जो भी बच्चा उसके पास क्रिकेट सीखेगा तो वह कम से कम क्रिकेट की बारीकियों सीखने में सफल रहेगा। आकाश अपने पिता विनोद चौहान को याद करते हुए कहते है कि अकादमी बनाने का सपना उन्होंने ही उसको दिया था।
आकाश ने बताया कि उसकी कोचिंग में प्रज्ञान हिमाचल, अमीषा उतराखंड, विजय शेखर उत्तर प्रदेश, मेथाली दिल्ली अपने-अपने राज्यों से खेलने का गौरव पा रही है। वही कुछ ऐसे युवा भी है, जिन्होंने कई राज्यों की क्रिकेट टीम के दरवाजों पर अपनी दस्तख दे रखी है। आकाश ने बताया उनके साथी कोच वरूण आनंद भी लगातार खिलाडियों पर कडी मेहनत कर रहें है।  वरूण भी अपने क्रिकेट करियर में रेलवे की तरफ से अधिकतर क्रिकेट खेले है। वह वरूण आनंद का साथ पाकर युवा खिलाडियों को संवारने का काम कर रहे है।