-’तांडव’ को लेकर जारी विवाद के बीच डायरेक्टर अली अब्बास जफर ने माफी मांगी
-बीजेपी विधायक ने लोगों से की ‘एमजॉन’ से प्रोडक्ट नहीं खरीदने की अपील
एसएस ब्यूरो/ मुंबई-हरिद्वार
वेब सीरीज ‘तांडव’ के खिलाफ लोगों में गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने तांडव वेब सीरीज के विरुद्ध अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि देवी-देवताओं का यह अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने ’तांडव’ वेब सीरीज को तुरन्त बंद करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस पर तुरंत रोक नहीं लगाई गई तो सैकड़ों की तादाद में नागा साधु मुंबई जाकर हिंदू देवी-देवताओं का मजाक उड़ाने वाले निर्माताओं को सबक सिखाएंगे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों की बैठक निरंजनी अखाड़े में बुलाई गई। वेब सीरीज में सैफ अली खान, डिंपल कापड़िया, सुनील ग्रोवर, तिग्मांशु धूलिया, डिनो मारिया, कुमुद मिश्रा, मो. जीशान अयूब, गौहर खान, कृतिका कामरा आदि ने काम किया है।
यह भी पढ़ें- धरने पर बैठे किसान नेता पर 10 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप!… अब राजनीतिक दलों के हवाले होगा किसान आंदोलन
महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि आखिर हिन्दू धर्म को ही क्यों टारगेट किया जा रहा है। पहले आश्रम नाम से वेब सीरीज बनाई गई उसके बाद अब तांडव। क्या किसी निर्माता में अन्य धर्म पर फिल्म बनाने की हिम्मत नहीं बची या सिर्फ हिन्दू देवी-देवताओं का मजाक उड़ाना इनका मकसद रह गया है।
यह भी पढ़ें- जानें क्या होगा असर…गुरू, शनि और सूर्य का सफर… किस पर है राहु और केतु की टेढ़ी नजर?
दूसरी ओर विवाद को बढ़ता हुआ देखकर वेब सीरीज ’तांडव’ डायरेक्टर अली अब्बास जफर ने माफी मांगी है। खास बात है कि वेब सीरीज के निर्माण से जुड़े लोगांं से पूछताछ के लिए यूपी पुलिस की टीम मुंबई पहुंच चुकी है। वहीं बीजेपी एमएलए रामकदम ने लोगों से अपील की है कि ’जब तक ऐमजॉन लिखित माफी नहीं मांगता, तबतक ऐमजॉन से कोई प्रोडक्ट न खरीदें, प्राइम विडियो का ऐप डिलीट कर दें।’
यह भी पढ़ें- दिल्ली बीजेपीः पूर्व प्रदेश महासचिव को बनाया बलि का बकरा… किसानों के नाम जारी हुआ फर्जी पत्र!
वेब सीरीज ‘तांडव’ में सांप्रदायिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और कई अशोभनीय बातों की वजह से दर्ज करायी गई एफआईआर में पुलिस ने सख्त रुख अपनाया है। शासन के आदेश पर न सिर्फ रविवार को एफआईआर दर्ज हुई बल्कि एक टीम कार्रवाई के लिए सोमवार को ही मुंबई रवाना कर दी गई। यह टीम मंगलवार को आरोपी डायरेक्टर अली अब्बास जफर, निर्देशक हिमांशु कृष्ण मेहरा, लेखक गौरव सोलंकी और अमेजन प्राइम के ओरिजनल कन्टेंट इंडिया हेड अपर्णा पुरोहित से पूछताछ करेगी।
यह भी पढ़ें- दिल्लीः 101 पूर्व उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने पर 6 साल की रोक!
इस मामले के तूल पकड़ने पर कई बड़े अफसरों ने इस वेब सीरीज को देखा। फिर तय हुआ कि इस मामले में एफआईआर दर्ज करायी जाए। इसके बाद ही रविवार को इंस्पेक्टर अमरनाथ यादव ने हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज करायी थी। रविवार रात को बड़े अफसरों ने तय किया कि इस मामले में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इस पर ही सोमवार को इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम सड़क मार्ग से मुंबई के लिए रवाना कर दी गई। यह टीम मंगलवार को इन लोगों से पूछताछ करेगी।
हो सकती है गिरफ्तारी
वेब सीरीज के निर्माताओं और अन्य के खिलाफ दर्ज की एफआईआर के तहत आईटी एक्ट की धारा में उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। लिहाजा पूछताछ के बाद पुलिस इनकी गिरफ्तारी भी कर सकती है। जांच अधिकारी इस बारे में बयान मिलने के बाद कोई निर्णय लेगा। वहीं पुलिस अफसर इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं बोल रहे हैं। इंस्पेक्टर श्याम बाबू शुक्ला ने बताया कि इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए टीम मुंबई भेजी गई है।
इन बातों पर है आपत्ति
– प्रथम एपीसोड के 17 वें मिनट में देवी-देवताओं को बोलते दिखाया गया है जिसमें निम्न स्तरीय भाषा का प्रयोग किया गया है।
– इसी एपीसोड के 22 वें मिनट में जातिगत विद्वेष फैलाने वाले संवाद हैं। ऐसे ही कई संवाद एपीसोड में हैं।
– इसमें प्रधानमंत्री जैसे गरिमामय पद को निभाने वाले व्यक्ति का चित्रण अत्यंत अशोभनीय ढंग से किया गया है।
– वेब सीरीज में जातियों को छोटा-बड़ा दिखाकर साम्प्रदायिक भावना भड़काने का प्रयास किया गया।
– महिलाओं का अपमान करने वाले कई दृश्य हैं।
यह हैं धारांए और इस तरह है सजा व जुर्माने का प्रावधान
– धारा 153 ए-तीन साल की सजा या जुर्माना अथवा दोनों
– धारा 295-दो साल सजा या जुर्माना अथवा दोनों
– धारा 469-तीन साल की सजा या जुर्माना
– आईटी एक्ट की धारा 66 में तीन साल की सजा या जुर्माना पांच लाख रुपए तक या दोनों
– धारा 66 एफ-उम्र कैद की सजा
– धारा 67-पांच साल कैद या जुर्माना 10 लाख रुपए तक