हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 14 नवंबर।
मंगलवार से राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में ‘दुनिया का मेला’ इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर (IITF-2023) शुरू हो गया। 14 से 27 नवंबर तक चलने वाले इस मेले का उद्घाटन मंगलवार को केंद्रीय वाणिज्य राज्य मांत्री अनुप्रिया पटेल एवं इसी मंत्रालय के दूसरे राज्यमंत्री सोम प्रकाश ने किया। खास बात यह रही कि मेले के उद्घाटन के समारोह में दिल्ली सरकार के उद्योग मंत्री सौरभ भारद्वाज को बुलाया तो गया परंतु उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया।
इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइजेशन (आईटीपीओ) की ओर से भारत मंडपम में आयोजित उद्घाटन समारोह में उद्घोषिका के अलावा चार लोगों को बोलने का मौका दिया गया। समारोह का स्वागत भाषण और धन्यवाद भाषण आईटीपीओ शीर्ष अधिकारियों के द्वारा दिये गये। इनके अतिरिक्त केवल केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और सोम प्रकाश को ही बोलने का मौका मिला। दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज इस कार्यक्रम में अतिथि के बतौर शाकिल हुए थे, परंतु उन्हें समारोह में बोलने का मौका नहीं दिया गया।
केंद्रीय मंत्रियों ने नहीं लिया आप मंत्री सौरभ भारद्वाज का नाम
गौरतलब है कि मंगलवार को प्रगति मैदान में आयोजित उद्घाटन समारोह में दोनों केंद्रीय मंत्रियों अनुप्रिया पटेल और सोम प्रकाश ने आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज की पूरी तरह से अनदेखी की। सभी अतिथियों के नामों के साथ उद्घोषिका ने तो सौरभ भारद्वाज का नाम लिया, परंतु दोनों केंद्रीय मंत्रियों ने अपने भाषण के दौरान एक बार भी सौरभ का नाम नहीं लिया। दोनों ही मंत्री उद्घाटन समारोह के दौरान मंच पर रहते हुए एक बार भी आप नेता सौरभ भारद्वाज की ओर मुखातिब नहीं हुए। परिस्थित को समझते हुए सौरभ ने भी ब्राजील के उच्चायुक्त के साथ हाय-हैल्लो में अपने आप को व्यस्त दिखाने की कोशिश की।
दिल्ली राज्य है इस बार का फोकस स्टेट
दरअसल इस बार के ट्रेड फेयर में जम्मू-कश्मीर, झारखंड, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के साथ इस बार दिल्ली राज्य व्यापार मेले का फोकस स्टेट है। आईटीपीओ की ओर से इसी कारण से इन सभी राज्यों के शीर्ष प्रतिनिधियों को बुलाया गया था। अन्य राज्यों की ओर से उद्घाटन समारोह में वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे थे, जबकि दिल्ली राज्य की ओर से आप सरकार के उद्योग मंत्री सोरभ भारद्वाज पहुंचे थे। परंतु उन्हें वह सम्मान नहीं मिल सका, जो उन्हें मिलना चाहिए था। हालांकि इससे पहले भी फोकस स्टेट्स के मंत्री उद्घाटन समारोहों के दौरान आते रहे हैं और उन्हें ऐसे समारोहों में बोलने का मौका भी मिलता रहा है।
पहले पांच दिन व्यापारी दर्शकों के लिए, 19 से खुलेगा आम जनता के लिए
बता दें कि ट्रेड फेयर के पहले पांच दिन यानी कि 14 से 18 नवंबर तक व्यापारिक दर्शकों एवं भागीदारों के लिए रखे गये हैं। 19 नवंबर से यह ट्रेड फेयर आम दर्शकों के लिए खोल दिया जायेगा। दर्शकों को इसके लिए टिकट के पैसे चुकाने होंगे। इस बार मेले में 3500 प्रदर्शकों के साथ 28 राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश हिस्सेदारी कर रहे हैं। इस बार बिहार और केरल को भागीदार राज्य का सम्मान मिला है। ट्रेड फेयर में भागीदारी करने वाले 13 देशों में अफगानिस्तान, ओमान, बांगलादेश, इजिप्ट, नेपाल, थाईलेंड, टर्की, वियतनाम, ट्यूनेशिया, किर्गिस्तार, लेबनान, ईरान और यूएई के नाम शामिल हैं।
नहीं आये चाइना और पाकिस्तान
भारत के पड़ोसी देशों में चाइना, पाकिस्तान और श्रीलंका इस बार के ट्रेड फेयर में भागीदारी नहीं कर रहे हैं। हालांकि चाइना ने 2014-15 के बाद से ट्रेड फेयर के प्रति बेरूखी दिखाना शुरू कर दिया है और पिछले तीन-चार सालों से तो उसकी ओर से कोई भागीदारी नहीं की जा रही है। पाकिस्तान भी पिछले कई वर्षों से प्रगति मैदान में हर वर्ष लगने वाले ट्रेड फेयर में नहीं आ रहा है और श्रीलंका की बेरूखी भी इसी तरह जारी है।