-वायनाड लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है यह विधानसभा सीट
एसएस ब्यूरो/नई दिल्ली, 23 जून।
केरल की नीलांबुर विधानसभा सीट पर आज हुए बेहद रोमांचक उपचुनाव में कांग्रेस ने एलडीएफ से सीट छीन ली है। कांग्रेस के उम्मीदवार आर्यदान शौकत ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सीपीआई(एम) के एम स्वराज को 10,000 से अधिक वोटों से हराया।
सीपीआई(एम) समर्थित दो बार के निर्दलीय विधायक पीवी अनवर के इस्तीफे के कारण उपचुनाव जरूरी हो गया था। अनवर ने इस बार भी निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ा था। कांग्रेस की प्रियंका गांधी की वायनाड लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले इस निर्वाचन क्षेत्र में 75.87 प्रतिशत मतदान हुआ। शौकत दिवंगत कांग्रेस के दिग्गज नेता आर्यदान मुहम्मद के बेटे हैं। आर्यदान मुहम्मद ने 1987 से 2016 तक इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था।
कांग्रेस के लिए इस जीत के मायनेः
कांग्रेस ने उपचुनाव को मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के नौ साल के शासन के खिलाफ जनादेश के तौर पर देखा था। 2021 के बाद से यह पहला उपचुनाव है जिसमें कांग्रेस एलडीएफ से सीट वापस छीनने में कामयाब रही है जबकि पिछले उपचुनावों में कांग्रेस केवल अपनी मौजूदा सीटें ही बचा पाई थी।
पार्टी की जीत से इस साल के अंत में स्थानीय निकाय चुनाव और अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा। जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस को न केवल अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सीपीआई(एम) से लड़ना पड़ा बल्कि अनवर से भी मुकाबला करना पड़ा।
कांग्रेस के भीतर यह फैसला विपक्षी नेता वी डी सतीशन के प्रभाव को मजबूत करेगा, जिन्होंने अभियान तंत्र का नेतृत्व किया था। यह जीत केपीसीसी अध्यक्ष सनी जोसेफ के नेतृत्व में नए राज्य नेतृत्व के लिए भी एक सांत्वना है, जिन्होंने पिछले महीने के सुधाकरन की जगह ली थी।
सतीशन ने अनवर की मांग का विरोध किया था कि उन्हें नीलांबुर में यूडीएफ के साथ जुड़ने की अनुमति दी जाए और हार से यूडीएफ और कांग्रेस में सतीशन का वर्चस्व कमजोर हो जाता।
प्रियंका गांधी ने दी बधाईः
मतगणना नतीजे आने के बाद कांग्रेस महासचिव एव वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने आर्यदान शौकत और पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को बधाई दी है। सोशल मीडिया एक्स पर प्रियंका ने लिखा, “हमने एक टीम के रूप में काम किया, प्रत्येक ने प्रतिबद्धता और एकाग्रचित्त होकर काम किया, यही इस सफलता का सबसे महत्वपूर्ण सबक है। आर्यदान शौकत को हार्दिक बधाई, जिनके समर्पण और सेवा ने सबको प्रभावित किया है और यूडीएफ के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी, जिनके प्रयासों से यह जीत संभव हुई है।“
प्रियंका ने आगे लिखा, “सबसे बढ़कर नीलांबुर के मेरे भाइयों और बहनों को उनके समर्थन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। हमारे संविधान के मूल्यों और यूडीएफ की प्रगति की दृष्टि में आपका भरोसा और विश्वास हमारे आगे बढ़ने के लिए पथ प्रदर्शक साबित होगा।“