-18 तारीख तक दाखिल किये जाने हैं नामांकन पत्र, 26 को होगा मतदान
हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 12 अप्रैल।
चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही आम आदमी पार्टी (AAP) में दिल्ली के नये मेयर के चुनाव (Mayor Election) के लिए उम्मीदवारों की तलाश तेज हो गई है। तथाकथित शराब घोटाले (Liqer Scam) में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) के जेल जाने और लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच दिल्ली में मेयर एवं डिप्टी मेयर (Mayor & Deputy Mayor) का चुनाव होना है। इसके लिए 18 अप्रैल तक नामांकन पत्र दाखिल किये जाने हैं और 26 अप्रैल को मतदान के लिए सुबह 11 बजे सदन की बैठक बुलाई गई है।
एमसीडी एक्ट (MCD Act) के तहत दिल्ली में हर वर्ष मेयर एवं डिप्टी मेयर का चुनाव किया जाता है। दिल्ली नगर निगम (MCD) के वर्तमान सत्र का यह तीसरा वर्ष है। अतः इस वर्ष अनुसूचित जाति वर्ग से मेयर का चुनाव किया जायेगा। डिप्टी मेयर के चुनाव के लिए ऐसी कोई शर्त नहीं है। आम आदमी पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि फिलहाल मेयर के पद के लिए उत्तरी दिल्ली के दरियागंज वार्ड (Dariyaganj Ward) से निगम पार्षद सारिका चौधरी (Sarika Chaudhary), पूर्वी दिल्ली के सुंदर नगरी वार्ड (Sunder Nagari Ward) से निगम पार्षद मोहिनी जीनवाल (Mohini Jeenwal)और दक्षिणी दिल्ली के दक्षिण पुरी वार्ड (Dakshinpuri Ward) से निगम पार्षद प्रेम चौहान (Prem Chauhan) मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। तीनों ही आनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं।
पार्टी से जुडे सूत्रों का कहना है कि इन तीनों में से मेयर पद के सबसे ज्यादा मजबूत दावेदार प्रेम चौहान को माना जा रहा है। कारण है कि बीते दो कार्यकाल से महिला पार्षद शैली ओबरॉय दिल्ली की मेयर हैं। जिसकी वजह से पार्टी और निगम पार्षद चाहते हैं कि अब इसमें बदलाव किया जाना चाहिए। इसके साथ ही सारिका चौधरी फिलहाल आम आदमी पार्टी की महिला विंग की अध्यक्ष हैं और इसके साथ ही आप पार्टी ने उन्हें पिछली बार स्थायी समिति के सदस्य का चुनाव भी लड़ाया था, परंतु वह बीजेपी उम्मीदवार के सामने हार गई थीं।
सारिका चौधरी के साथ महिला आयोग में भर्ती से संबंधित मामला भी जुड़ा हुआ है और इस मामले में उनके ऊपर गंभीर आरोल लगे हैं। यह मामला अभी चल रहा है। जिसकी वजह से सारिका चौधरी का दावा थोड़ा कमजोर पड़ जाता है। दूसरी ओर तीसरी दावेदार मोहिनी जीनवाल फिलहाल स्थायी समिति की सदस्य हैं। हालांकि वह भी महिला आयोग की सदस्य रही हैं और महिला आयोग में कर्मचारियों की भर्ती का मामला उनके भी कार्यकाल का है। जिसकी वजह से मोहिनी जीनवाल का भी मेयर पद का दावा कमजोर पड़ता नजर आ रहा है।
पार्टी से जुड़े सूत्रों का यह भी कहना है कि प्रेम चौहान दूसरी बार निगम पार्षद चुने गये हैं। पिछले कार्यकाल में वह दो वर्ष लगातार दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में विपक्ष के नेता रहे हैं। पिछले समय में उनका नाम नगर निगम की शिक्षा समिति के लिए भी चलाया गया था। परंतु अभी तक नगर निगम में किसी समिति का गठन ही नहीं हो पाया है। इस दौरान अब मेयर का चुनाव आ गया है और प्रेम चौहान रिजर्व श्रेणी से आते हैं, जिन्हें इस बार मेयर पद का सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आम आदमी पार्टी किसे अपना मेयर पद का उम्मीदवार बनाकर चुनाव में उतारती है?