-न कोई हंगामा न कोई शोर-शराबा, मेयर आईं, संबोधित किया और चली गईं
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 28 मार्च, 2023।
मंगलवार को बजट पर चर्चा के लिए बुलाई गई दिल्ली नगर निगम (Municipal Corporation of Delhi) की बैठक केवल 3 मिनट में ही अगले दिन तक के लिए स्थगित हो गई। महापौर (Mayor) शैली ओबरॉय आईं, संबोधित किया और बैठक को स्थगित करके चली गईं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सदन में आम आदमी पार्टी (AAP) को घेरने की सारी रणनीति धरी की धरी रह गई। हालांकि आम आदमी पार्टी के पार्षदों में भी पार्टी के इस निर्णय को लेकर तल्खी देखने को मिली।
मंगलवार को दिल्ली नगर निगम के बजट पर चर्चा होन थी, लेकिन अब यह चर्चा बुधवार को कराई जायेगी। मंगलवार को मेयर शैली ओबरॉय ने अपनी सीट संभालते ही पार्षदों के अभिवादन के पश्चात कहा कि निगम पार्षदों को बजट से संबंधित दस्तावेजों को पढ़ने का समय नहीं मिल पाया है, अतः कल तक सभी निगम पार्षद इसे पढ़ लें, इसके पश्चात उन्होंने बुधवार अपरान्ह 2 बजे तक के लिए बैठक को स्थगित कर दिया।
भारतीय जनता पार्टी ने बजट चर्चा के दौरान म्यूनिसिपल वैलुएशन कमेटी की सिफारिशों को लागू करने, संपत्ति कर की दरों को कम करने और कनवर्जन चार्ज व कुछ अन्य मुद्दों को बजट चर्चा के दौरान उठाने की योजना बनाई थी। लेकिन मेयर के केवल 3 मिनट में बैठक को अगले दिन तक के लिए स्थगित किये जाने की वजह से बीजेपी पार्षद अपने मुद्दों को सदन में नहीं उठा सके।
विधानसभा में मुख्यमंत्री केजरीवाल के वक्तव्य की वजह से स्थगित की गई बैठक!
आम आदमी पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली विधानसभा में वक्तव्य देना था। इस वक्तव्य के जरिये उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सियासी हमला किया है। इसे मीडिया में ज्यादा से ज्यादा कवरेज मिले, इसके लिए नगर निगम की बैठक को पार्टी की ओर से स्थगित कराया गया था। यदि नगर निगम की बैठक होती तो इसमें आप और बीजेपी पार्षदों के बीच फिर से हंगामा होता और नगर निगम की खबरें पिं्रट और इलैक्ट्रॉनिक मीडिया में ंस्थान पातीं तो मुख्यमंत्री के विधानसभा में दिये बयान को शायद कम स्थान मिल पाता। इसकी वजह से निगम की बैठक को टालना जरूरी हो गया था।
BJP ने बताया मेयर की हठधर्मिता
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि दिल्ली नगर निगम की आज बजट स्वीकृति के लिये बुलाई गई बैठक आम आदमी पार्टी की अनुभवहीनता एवं हठधर्मी की भेंट चढ़ गई।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि तीन दिन पूर्व जब यह बैठक बुलाई गई थी भाजपा ने तभी कहा था कि इस तरह मात्र 72 घंटे के नोटिस पर बजट चर्चा के लिए बैठक बुलाना निगम कार्य प्रणाली के विरूद्ध है पर अपनी हठधर्मी में महापौर डॉ. शैली ऑबराय एवं आम आदमी पार्टी ने हमारी चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया।
महापौर की हठधर्मी का नतीजा यह हुआ कि नियम अनुसार ना होने के कारण निगम सचिव कार्यालय ने कोई भी संशोधन प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया, सभी संशोधन प्रस्ताव ओन टेबल आये जिन पर तुरन्त चर्चा हो ही नहीं सकती थी और इसके परिणामस्वरूप मंगलवार की बैठक कुछ ही देर में कल तक के लिये स्थगित करनी पड़ी।