मेयर बोलीं- जनता से राय लेकर तैयार होगा निगम का बजट… राजा बोले- ‘नादान हैं वो’ AAP बैठा रहीं नगर निगम का भट्ठा… BJP प्रवक्ता ने AAP को बताया इवेंट मैनेजमेंट कमेटी

-संवैधानिक प्रक्रियाओं को पूरा किये बिना ही आप द्वारा लाया जा रहा है बजटः राजा इक़बाल सिंह
-निगम एक्ट में बजट प्रस्तुत करने की प्रक्रिया स्पष्ट है, आप इस प्रक्रिया का उड़ा रही मखौलः संदीप कपूर

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 8 दिसंबर, 2023।
आम आदमी पार्टी (AAP) की निगम पार्षद और मेयर शैली ओबरॉय (Mayor Shelly Obroy) ने शुक्रवार को ऐलान किया कि दिल्ली नगर निगम (MCD) का बजट इस बार दिल्ली वालों के साथ बात करके तैयार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मार्केट एसोसिएशंस व दूसरी सहभागियों के विचारों को इसमें शामिल किया जायेगा, ताकि बजट को सभी के लिए अच्छा बनाया जा सके। इस पर प्रतिक्रया देते हुए दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष (Leader of Opposition) व पूर्व महापौर राजा इक़बाल सिंह ने कहा कि मेयर नादान हैं, वह आम आदमी पार्टी के आदेश पर नगर निगम की बजटीय प्रक्रियाओं का निर्वहन नहीं करते हुए यह काम कर रही हैं। इससे नगर निगम का भट्ठा बैठ जायेगा।
राजा इक़बाल सिंह ने कहा कि बजट के पीछे का मुख्य ध्येय पार्षदों की समान भागीदारी होती है। जिसमें सभी पार्षद अपना मत रखते है ताकि बजट को नागरिक केंद्रित बनाया जा सके। वही आम आदमी पार्टी इस पूरी प्रक्रिया को दरकिनार करते हुए सीधे बजट को सदन में ला रही है। उन्होंने बताया कि एक ओर आम आदमी पार्टी की मेयर ये कहती है कि हम बजट को नागरिकों से चर्चा करने के बाद पास करेंगे जब कि आम आदमी पार्टी ग़ैर संवैधानिक तरीक़े से बजट को पास करवाना चाहती है।
उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी सिर्फ़ नागरिकों की भावना से खेलना जानती है व झूठे वादे कर अपना उल्लू सीधा करना जानती है। आयुक्त महोदय द्वारा बजट प्रावधानों को सर्वप्रथम स्थायी समिति में लाना चाहिए था उसके बाद निगम की विभिन्न समितियों जैसे कि वार्ड समिति, शिक्षा समिति, तदर्थ व विशेष समितियों में पार्षदों द्वारा विचार विमर्श करने के बाद स्थायी समिति अध्यक्ष सदन के समक्ष पेश करते हैं। मगर आम आदमी पार्टी ने इस पूरी प्रक्रिया का मज़ाक बनाकर रख दिया है।
पिछले एक साल में आम आदमी पार्टी ने स्थायी समिति वह निगम की अन्य महत्वपूर्ण समितियों का गठन नहीं होने दिया है ताकि ये लोग भ्रष्टाचार के नए रास्ते खोल सके। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी के लोगों को निगम प्रक्रियाओं का ज्ञान नहीं है जिसके कारण इन लोगों को वक़्त निर्णय नहीं दे पाते हैं जिसका खामियाजा दिल्ली के नागरिकों को उठाना पड़ता है इसका ताज़ा उदाहरण आज फिर से देखने को मिला जब बजट की विशेष बैठक को आम आदमी पार्टी की मेयर ने स्थगित कर दिया।
निगम पार्षद संदीप कपूर एवं बीजेपी प्रदेश महामंत्री कमलजीत सहरावत ने कहा कि शुक्रवार को दिल्ली नगर निगम की विशेष बजट बैठक का आयोजन होना था मगर आम आदमी पार्टी की मेयर ने बिना कोई कारण बताए इस बैठक को स्थगित कर दिया जो अपने आप में निगम इतिहास में पहली बार हुआ है। आम आदमी पार्टी के शासन में अभी तक स्थायी समिति व अन्य महत्वपूर्ण समितियों का गठन नहीं हुआ है जिसका सीधा सीधा प्रभाव नागरिक को से संबंधित सेवाओं पर पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि दिल्ली नगर निगम अधिनियम के अनुसार निगमायुक्त स्थायी समिति में बजट को पेश करते है और उसके बाद 22 कमेटियों में बजट पर चर्चा होती है। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी ने सबसे पहला उलंघन स्थायी समिति में बजट पेश न करके किया है । इस बार जोन और अन्य कमेटियों में बजट पेश नहीं होगा जो निगम इतिहास में काला अध्याय है। उन्होंने बताया कि कमेटियों को गठन न करके आम आदमी पार्टी की मेयर निगम को स्वयं चलाना चाहती है जो कि नियमों के खिलाफ है।
बीजेपी पार्षद संदीप कपूर ने बताया कि निगम एक्ट की धारा 109 (बजट अनुमानों को अपनाना) में बजट प्रस्तुत करने की प्रक्रिया स्पष्ट है। आम आदमी पार्टी इस पूरी प्रक्रिया का माखौल उड़ा रही है। आम आदमी पार्टी नियमों का उल्लंघन कर भ्रष्टाचार के दरवाजे खोल रही हैं। उन्होंने बताया कि कमेटियों के गठन ना होने की वजह से बहुत सारे प्रोजेक्ट लंबित है जिसके कारण विकस के सारे काम रूके हुए है। उन्होंने बताया कि नियमों का उल्लंघन कर जो आदमी काम करेगा उसे जेल जाना पड़ेगा।
इवेंट मैनेजमेंट कमेटी है आपः प्रवीण शंकर
दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने एक बयान में कहा कि आम आदमी पार्टी एक राजनीतिक पार्टी नहीं बल्कि इवेंट मैनेजमेंट कमेटी है जो यह दिखावा करने की कोशिश करती है कि उसे जनता की राय की चिंता है, हालांकि असल में उन्हें लोगों के मुद्दों की कोई परवाह नहीं है। महापौर शैली ओबेरॉय की 2 महीने के विचार-विमर्श के साथ पारदर्शी बजट लाने की घोषणा से पता चलता है कि महापौर को इस बात की कोई जानकारी ही नहीं है कि एमसीडी का बजट कैसे तैयार किया जाता है और उस पर विचार-विमर्श कैसे किया जाता है, या फिर वह पारदर्शी बजट जैसे शब्दों से दिल्लीवासियों को गुमराह करने की नौटंकी कर रही हैं।
बदइंतजामी दर्शाता है बिना किसी कारण के बजट बैठक स्थगित करनाः कांग्रेस
कांग्रेस नेता जितेन्द्र कुमार कोचर ने कहा कि दिल्ली नगर निगम द्वारा तय तारीख के बावजूद अंतिम समय में बजट पेश नही कर पाना निगम में बदइंतजामी का नतीजा दिखाता है। बजट की कॉपी तक निगम पार्षदों को मुहैया न कराने पर कांग्रेस पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है। इतिहास में पहली बार हुआ है कि दिल्ली नगर निगम का तय बजट निर्धारित समय पर पेश नही हुआ। महापौर को बजट प्रस्तुत करने से 2 घंटे पहले अचानक याद आया कि बजट के लिए जनता से भी राय मश्वरा करना है जबकि निगम आयुक्त ने बजट को फाइनल कर आज पेश करने की तैयारी कर ली थी। इस सबसे यह दर्शाता है कि महापौर और निगम आयुक्त के बीच कोई तालमेल नही है और आपसी संवाद भी नही हो रहा है।