महाविकास अघाड़ी गठबंधन में खींचतान… भ्रष्टाचार की वजह से कांग्रेस का हो रहा नुकसान!

-बार बार सामने आ रही कांग्रेस-शिव सेना गठबंधन की तल्खी
-महाराष्ट्र कांग्रेस ने सोनिया गांधी को लिखा भ्रष्टाचार का पत्र
-उद्धव सरकार को लेकर दो धड़ों में बंटी महाराष्ट्र कांग्रेस

एसएस ब्यूरो/मुंबई
महाराष्ट्र में कांग्रेस और शिव सेना के बीच की तल्खी बार-बार सामने आ रही है। अपने-अपने मुद्दों को लेकर महाविकास अघाडी़ गठबंधन के बीच की दरार और बढ़ती जा रही है। औरंगाबाद के नाम पर शुरू हुई तकरार अभी खत्म भी नहीं हुई है कि महाराष्ट्र कांग्रेस ने महाराष्ट्र सरकार के भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है। मुंबई कांग्रेस के महासचिव विश्वबंधु राय ने कहा है कि प्रदेश की महाविकास आघाड़ी सरकार के सहयोगी दलों के नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने से कांग्रेस की छवि खराब हो रही है।

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इस मामले में विश्वबंधु राय ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व से पार्टी और कार्यकर्ताओं के भविष्य को देखते हुए कोई कठोर फैसला लेने की मांग की है। राय ने कहा है कि राज्य सरकार में सहयोगी दलों के नेताओं और उनके परिजनों के नाम अलग-अलग घोटालों में आ रहे हैं। जांच एजेंसियां कई आरोपों की जांच कर रही हैं। पीएमसी बैंक घोटाला, सिंचाई घोटाला, टॉप्स ग्रुप घोटाला, आय से अधिक संपत्ति समेत बीएमसी के घोटाले में सहयोगी दलों के नेताओं की जांच चल रही है। इन घोटालों में कांग्रेस के नेताओं का कोई लेनादेना नहीं है पर सरकार में शामिल होने की वजह से कांग्रेस को भी जिम्मेदार माना जा रहा है।

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महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं ने कहा है कि सरकार में शामिल होने के कारण कांग्रेस की छवि खराब हो रही है। इसका गलत प्रभाव वोटरों पर पड़ रहा है। राय ने कहा कि कांग्रेस के सरकार में शामिल होने का औचित्य कोई नहीं दिख रहा है। महाविकास आघाड़ी कांग्रेस के लिए सिर्फ नुकसानदायक साबित हो रही है। राय ने कहा कि महाविकास आघाड़ी में विश्वास और सामंजस्य की कमी है। सरकार की ओर से कोई जनहित के काम नहीं किए जा रहे हैं।

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महाविकास आघाड़ी के न्यूयनतम साझा कार्यक्रम पर भी कोई प्रगति नहीं नजर आ रही है। इससे आगामी चुनाव में सहयोगी दलों की गलतियों का खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ सकता है। उल्लेखनीय है कि शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक और शिवसेना सांसद संजय राऊत की पत्नी वर्षा राऊत के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अलग-अलग मामलों में जांच कर रही है।
उद्धव सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस महासचिव ने उद्धव सरकार पर गंभीर आरोप लगए हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से अपने पत्र में कहा है कि उद्धव सरकार जनहित का कोई काम नहीं कर रही है। अतः कांग्रेस को सरकार में शामिल नहीं रहना चाहिए। बता दें कि पीएमसी बैंक घोटाला, सिंचाई घोटाला, टॉप्स ग्रुप घोटाला, बीएमसी के टेंडर घोटाले, आय से अधिक संपत्ति का घोटाला मामलों में शिवसेना और एनसीपी के नेताओं पर गंभीर आरोप लगे हैं। खास बात है कि इनमें कांग्रेस के किसी भी नेता की कोई भूमिका सामने नहीं आई है। लेकिन महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल होने की वजह से कांग्रेस पार्टी बदनाम हो रही है।
सरकार को लेकर दो धड़ों में बंटी महाराष्ट्र कांग्रेस
महाराष्ट्र में उद्धव सरकार को लेकर कांग्रेस दो धड़ों में बंट गई है। इनमें से एक धड़ा चाहता है कि कांग्रेस को तुरंत सरकार से बाहर हो जाना चाहिए। सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में भी मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप और महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बाला साहेब थोराट के हस्ताक्षर नहीं हैं। पत्र लिखने वाले विश्वबंधु राय को संजय निरुपम के धड़ा का माना जाता है। माना जा रहा है कि यह धड़ा कांग्रेस के कुछ स्थानीय नेताओं से भी नाराज है।