-वृषभ राशि में बुध, शुक्र, राहु और सूर्य का होगा जमावड़ा
आचार्य राम गोपाल शुक्ल/ नई दिल्ली
आने वाली 14 मई को चार ग्रहों का महासंयोग होने जा रहा है। ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों की युति को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। जब ग्रह किसी एक राशि में युति बनाते हैं तो उसका प्रभाव सौरमंडल और आम जनजीवन दोनों पर पड़ता है। ग्रहों की ऐसी ही युति 14 मई 2021 को होने जा रही है। इस दिन वृषभ राशि में सूर्य बुध शुक्र और राहु एक साथ विराजमान होंगे।
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बता दें कि वृषभ राशि में पाप ग्रह राहु पहले से ही मौजूद हैं। बुध ग्रह 1 मई और शुक्र ग्रह 4 मई को इसी राशि में आ गए हैं। ग्रहों के राजा सूर्य देव 14 मई को मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में गोचर करेंगे। सूर्य के आते ही 4 ग्रहों की ऐसी युति 14 मई 2021 को होने जा रही है। इस दिन वृषभ राशि में सूर्य बुध शुक्र और राहु विराजमान होंगे। 4 ग्रहों की युति मेष राशि से लेकर मीन राशि के जातकों को ज्यादा प्रभावित करेगी।
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ज्योतिषशास्त्र में मेष से लेकर मीन राशि तक सभी राशियों को मानव शरीर के विभिन्न अंगों का प्रतिनिधित्व दिया गया है। मेष राशि से सिर, वृषभ से गला और नाक, मिथुन से कान और श्वास नली, कर्क से फेफड़े, सिंह से हृदय आदि को प्रतिबिंबित किया गया है। 26 दिसंबर 2019 को सूर्य ग्रहण के समय राहु मिथुन राशि में थे जिस पर धनु राशि से 6 ग्रहों के दृष्टि पड़ रही थी। श्वास नली से सम्बंधित मिथुन राशि के पीड़ित होते ही दुनियाभर में कोरोना वायरस ने महामारी का रूप लेना शुरू किया। अभी हाल ही में फरवरी माह के अंत में मंगल ने वृषभ राशि में आकर राहु से युति की जिससे भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने जन जीवन को काफी प्रभावित किया है।
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बता दें कि 14 मई को रात्रि 11 बजकर 25 मिनट पर सूर्य वृषभ राशि में आकर राहु से युति करेंगे, जहां अमृत संजीवनी के मालिक शुक्र और बुध पहले से गोचर कर रहे हैं। मिथुन राशि में उस समय मंगल और चंद्रमा होंगे। इससे कीमती धातुओं के दाम कम होंगे और बाजार में खरीदारी बढ़ सकती है। खाने-पीनी की चीजें महंगी हो सकती है। बिजनेस करने वाले लोगों के लिए समय अच्छा रहेगा। लेन-देन और निवेश में कई लोगों को फायदा मिल सकता है। ग्रहों के इस महासंयोग देश की अर्थव्यवस्था के लिए शुभ रहेगा। सब्जियां, तिलहन और दलहन की कीमतें कम होंगी। रोजगार के क्षेत्र में वृद्धि होगी। कुछ वर्गों के लोगों की आय में बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही राजनीति में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। वहीं, कोरोना महामारी संक्रमण में कमी आयेगी।
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वृषभ संक्रांति की कुंडली में सूर्य शुक्र राहु और बुध का योग पंचम भाव में बन रहा है, जो कि सरकार की महामारी को नियंत्रित करने की नीतियों में बड़े बदलाव का संकेत दे रहा है। रोग स्थान यानी छठे भाव में चंद्रमा और मंगल का योग बन रहा है। लग्न में बैठे शनि पर छठे घर से पड़ रही मंगल की आठवीं दृष्टि केंद्र सरकार द्वारा कुछ बड़े कदम उठाए जाने का संकेत भी दे रहा है। ग्रहों की शांति के लिए ‘‘हं हनुमते नमः’’, ‘‘ऊॅ नमः शिवाय’’, ‘‘हं पवननंदनाय स्वाहा’’ का जाप करें। जातकों को महामृत्युंजय मंत्र और दुर्गा सप्तशती पाठ करना चाहिए। माता दुर्गा, भगवान शिव हनुमानजी की आराधना करनी चाहिए. घर पर हनुमान जी की तस्वीर के सामने सुबह और शाम सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
ग्रहों के इस महासंयोग का कुछ इस तरह पड़ेगा विभिन्न राशियों पर असरः-
मेषः मेष राशि वालों के द्वितीय भाव में चार ग्रहों की यह युति होने जा रही है। खासकर घर के बच्चों की, उन्हें त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। जमा धन को खर्च करने से इस दौरान आपको बचना चाहिए। अपनी वाणी पर नियंत्रण बनाये रखें। सामाजिक स्तर पर बातचीत के दौरान शब्दों का इस्तेमाल सोच समझकर करें।
वृषभः चार ग्रहों की यह युति वृषभ राशि में ही यानि लग्न स्थान में होगी। ग्रहों की इस युति का सकारात्मक प्रभाव इस राशि के विद्यार्थियों को देखने को मिलेगा। आप कठिन विषयों पर भी इस समय पकड़ बना सकते हैं। इस राशि के जो लोग अभी तक बेरोजगार हैं उन्हें रोजगार मिलने की अच्छी संभावना है। अपने स्वास्थ्य का इस राशि के लोगों को ध्यान रखना होगा।
मिथुनः चार ग्रहों का यह संयोग आपके द्वादश भाव में होगा। आपको वाहन चलाते समय सतर्क रहना चाहिये। हालांकि यह समय उन लोगों के लिए अच्छा साबित होगा जो विदेशों से जुड़ा व्यापार या कोई कार्य करते हैं। प्रेम और वैवाहिक जीवन में संतुलन बनाने के लिए इस राशि वालों को अपने साथी को उचित समय देने की आवश्यकता होगी।
कर्कः आपके लाभ भाव यानि एकादश भाव में ग्रहों की यह युति आपको फायदा पहुंचा सकती है। जो लोग निवेश करना चाहते हैं उनके लिए भी यह समय अच्छा साबित होगा। इस राशि के कुछ जातकों को नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। वहीं कुछ लोग अपनी पहली नौकरी पा सकते हैं। जीवन में आ रही कई परेशानियां दूर होने की संभावना है।
सिंहः चार ग्रहों की यह युति आपके कर्म भाव में होने से कार्यक्षेत्र में आपको अच्छे फल प्राप्त होंगे। हालांकि आपको कार्यक्षेत्र में होने वाली राजनीति से बचकर रहने की जरूरत है, अन्यथा मानहानि हो सकती है। अपने आत्मविश्वास को मजबूत करने के लिए इस राशि के लोगों को इस अवधि में ध्यान का सहारा लेना चाहिए।
कन्याः आपके भाग्य भाव में यह युति होगी। इस युति के दौरान आपको भाग्य का साथ मिलेगा। अगर आप अपना कारोबार करते हैं तो कोई अच्छी डील आपके हाथ लग सकती है। साथ ही स्वास्थ्य के मोर्चे पर भी आपको अनुकूल फल मिलेंगे। परिवार में किसी वजह से यदि वाद-विवाद चल रहा है तो वह भी इस अवधि में सुलझ जाएगा।
तुलाः इस राशि के लोगों को चार ग्रहों की इस युति के दौरान सावधान रहने की जरूरत होगी। आपका स्वास्थ्य आपके लिए चिंता का विषय बना सकता है। यदि समय रहते ही आप अपने स्वास्थ्य को दुरुस्त करने के प्रयास शुरू कर दें तो कई परेशानियां आने से पहले ही समाप्त हो जाएंगी। कारोबारियों को इस समय अचानक से धन लाभ होने की संभावना है।
वृश्चिकः वृश्चिक राशि के वह लोग जो साझेदारी में बिजनेस करते हैं उन्हें लाभ मिलने की संभावना है। विद्यार्थियों को एकाग्रता की कमी के कारण शिक्षा जीवन में परेशानियां आ सकती हैं। इस दौरान आपको अपने गुरुजनों या घर के वरिष्ठजनों से सहायता लेनी चाहिए। पारिवारिक जीवन में संतुलन बिठाने का आप प्रयास करेंगे।
धनुः आपके षष्ठम भाव में यह युति हो रही है। इसलिए आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान देना चाहिए संतुलित आहार और सही दिनचर्या का पालन करना आपके लिए लाभदायक रहेगा। जो लोग निवेश करने की सोच रहे हैं उन्हें किसी अनुभवी व्यक्ति से सलाह लेकर ही आगे बढ़ना चाहिए नहीं तो नुकसान हो सकता है।
मकरः ग्रहों की यह युति आपके पंचम भाव में होगी। स्वास्थ्य के मोर्चे पर कुछ लोगों को परेशानियां आ सकती हैं। मकर राशि के लोग पाचन से जुड़ी समस्याओं का सामना कर सकते हैं। सट्टेबाजी से इस राशि के लोगों को दूर रहने की सलाह दी जाती है नहीं तो नुकसान उठाना पड़ सकता है।
कुंभः चतुर्थ भाव में ग्रहों की यह युति आपको जीवन के कुछ क्षेत्रों में अनुकूल परिणाम दे सकती है। स्वास्थ्य में अच्छे बदलाव होंगे. धन की बचत करने में आप कामयाब रहेंगे। पारिवारिक जीवन में भी संतुलन देखने को मिलेगा. जो लोग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं उन्हें मन को एकाग्र रखने के लिए इस समय ध्यान करना चाहिए।
मीनः आपके तृतीय भाव में इस युति के होने से आप में साहस-पराक्रम की अधिकता इस दौरान देखने को मिलेगी। यही वजह है किए इस राशि के जो लोग किसी लंबी बीमारी से जूझ रहे थे वह ठीक हो सकते हैं। इसके साथ ही शिक्षार्थियों के लिए भी यह समय अनुकूल रहेगा। नौकरी पेशा लोगों को अपने सहकर्मियों का सहयोग मिलेगा।