-कुछ पुलिसकर्मियों पर संदेह
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
हत्या में वांछित आरोपी को तिहाड़ जेल परिसर से दिनदहाड़े अगवा करने और उसके वकील से मारपीट करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। घटना शुक्रवार सुबह की है। कुछ पुलिसकर्मी व दो-तीन अन्य लोग जेल में घुसकर आरोपी को मारपीट कर उठाकर ले गए, लेकिन जेल के गेट पर उनकी रजिस्टर में एंट्री तक नहीं कराई गई। जिसे अगवा किया गया है वह आरोपी तिहाड़ जेल में मजिस्ट्रेट के सामने सरेंडर करने आया था।
यह भी पढ़ें- दिल्ली के दंगा आरोपियों के वकील के यहां दिल्ली पुलिस की 15 घंटे छापेमारी
इस मामले को तिहाड़ जेल के ड्यूटी पर मौजूद मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट राघव शर्मा ने गंभीरता से लिया है। अदालत ने सुभाष प्लेस थानाध्यक्ष व मामले के जांच अधिकारी (आईओ) को तलब किया है। इसके साथ ही संबंधित सहायक पुलिस आयुक्त को आरोपी के संबंध में जानकारी लेकर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है। मामले की सुनवाई शनिवार को भी की गई।
यह भी पढ़ें- रेस्टोरेंट-दुकान में लगाना होगा हलाल या झटका का बोर्ड
मामला सुभाष पैलेस थाने से संबंधित है। हत्या में वांछित कार्तिक उर्फ माधव ने रोहिणी अदालत में सरेंडर करने के लिए 22 दिसंबर को अर्जी लगाई थी। सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिग से होने के कारण अदालत ने उसे जेल में डयूटी मजिस्ट्रेट के सामने सरेंडर करने के लिए कहा था। लेकिन शुक्रवार की सुबह तिहाड़ जेल में सुनवाई शुरू होने से पहले ही यह वारदात हो गई।
यह भी पढ़ें- मुश्किल में ममता… ताश के पत्तों की तरह ढह रहा टीएमसी का किला
आरोपी के वकील अनवर अहमद खान ने कोर्ट से कहा कि वह मुवक्किल के साथ जेल परिसर में वाटर पार्क के पास थे। इसी दौरान तीन-चार लोगों ने उनके मुवक्किल व उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। इसी बीच दो-तीन पुलिसकर्मी आए और उन्होंने भी मारपीट की। इसके बाद उनके मुवक्किल को उठाकर ले गए।
पुलिसकर्मी संदेह के घेरे में
अदालत ने मामले को गंभीरता से लेकर जेल परिसर के गेट नंबर एक पर तैनात एएसआई (सीआरपीएफ) रणवेश कुमार, होमगार्ड भागीरथ, कांस्टेबल दत्तू मोरे से घटना के संबंध में पूछताछ की है। उन्होंन वारदात की पुष्टि करते हुए बताया कि घटना में शामिल लोग पुलिसकर्मी ही थे। अदालत के पूछने पर उन्होंने बताया कि गेट पर रखे रजिस्टर में उनकी एंट्री नहीं कराई जा सकी है।