-लंबे चले विवाद के बाद पीडब्लूडी विभाग ने की सीलिंग की कार्रवाई
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 9 अक्टूबर।
कई दिनों से चले आ रहे विवाद के बाद अखिरकार पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व आवास यानी कि ‘शीश महल’ को सील कर दिया गया। दिल्ली सरकार के पीडब्लूडी विभाग ने बुधवार को सीलिंग की कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि 6 फ्लैग स्टाफ रोड पर स्थित इस बिल्डिंग को इसलिए सील किया गया है कि केजरीवाल इसे विभाग को वापस नहीं सोंप रहे थे, बल्कि इसे वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी का अवैध कब्जा करवा रहे थे।
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने पीडब्ल्यूडी द्वारा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शीश महल को सील करने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले चार दिन से चल रहे इस प्रकरण का ऐसा हश्र होना स्वाभाविक ही था। केजरीवाल के पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को आखिरकार झुकना पड़ा और हमारी मांग माननी पड़ी। जनता के खून पसीने की कमाई से सरकारी जमीन पर बने शीश महल पर अवैध कब्जा आम आदमी पार्टी ने किया हुआ था। हम पीडब्ल्यूडी द्वारा की गई इस कार्रवाई का स्वागत करते हैं।
विजेंद्र गुप्ता ने आगे कहा कि हमारी मांग है कि इस पूरे प्रकरण की गहराई से जांच की जानी चाहिए कि किस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी को कैसे अपने इस शीश महल पर अवैध कब्जा करवा दिया। आखिर इसके पीछे क्या साजिश थी। केजरीवाल अपने इस शीश महल का कब्जा पीडब्ल्यूडी को क्यों नहीं देना चाहते थे, आखिर वह जनता से क्या छुपाना चाह रहे थे।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल का धोखा अब जनता को समझ में आने लगा है। केजरीवाल अपना विश्वास खो चुके हैं और उनकी असलियत जनता के सामने आ गई है। अरविंद केजरीवाल का ईमानदारी का बनावटी चेहरा बेनकाब हो चुका है।
गुप्ता कहा कि केजरीवाल ने 150 करोड रुपए की सरकारी संपत्ति पर अपना अवैध कब्जा किया और मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद जो ड्रामा किया गया वह बड़े शर्म की बात है। सुनीता केजरीवाल द्वारा अधिकारी को चाबी देने की नौटंकी और मीडिया में उसकी फोटोग्राफ देना अनैतिकता की पराकाष्ठा है। हम आम आदमी पार्टी के हर गलत काम का विरोध करते रहेंगे ताकि दिल्ली के 2 करोड़ लोग इनकी असलियत से रूबरू हो सकें। इनके चेहरे से ईमानदारी का मुखौटा हटाते रहेंगे।