-प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर पुलिस और सीबीआई तक पहुंची शिकायत
यूं तो पूरी दिल्ली बिल्डर माफिया के कब्जे में है, लेकिन करोलबाग में निगम के कुछ अधिकारियों और सियासतदानों के गठजोड़ की वजह से बिल्डर माफिया के हौसले बुलंद हैं। एक ओर करोलबाग इलाके में जमकर अवैध निर्माण जारी है तो दूसरी ओर यह बिल्डर माफिया अपने रास्ते में आने वाले हर उस व्यक्ति को हटा देता है, जो इनके रास्ते का कांटा बनता है। जहां इनका बाहुबल नहीं चलता, वहां यह लोग सामने वाले का सामाजिक व राजनीतिक चरित्र हनन करके भारी नुकसान पहुंचाते हैं।
ताजा मामला पन्नालाल ओम प्रकाश ज्वैलर्स खानदान के मुकेश गुप्ता, मुकेश गर्ग, नीरज गर्ग व इनके एक और साथी अमन घई के बारे में सामने आया है। एसएचओ देशबंधु गुप्ता रोड को दी गई शिकायत में पूर्व महापौर रविंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया गया है कि इन लोगों ने भारी संख्या में अवैध निर्माण करके काले धन को सफेद में तब्दील किया है। इनके द्वारा बनवाई गई सभी बिल्डंगों में भारी मात्रा में अवैध निर्माण कराये गये हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय, गृहमंत्री कार्यालय और विभिन्न एजेंसियों को भेजे गये इस पत्र में चार लोगों मुकेश गुप्ता, मुकेश गर्ग, नीरज गर्ग और अमन घई पर काले धन को सफेद करने के भी गंभीर आरोप लगाये गये हैं। पत्र में कहा गया है कि अरबों रूपये की संपत्तियों की महज कुछ करोड़ रूपयों में रजिस्ट्रियां करवाकर सरकार को भी राजस्व के मामले करोड़ों रूपये का नुकसान पहुंचाया गया है। इनमें से बहुत सी बिल्डिंगों में तो कई अलग अलग संपत्तियों को जोड़कर मॉल और मार्केट बना दिये गये हैं। खास बात है कि इनमें से कई संपत्तियों में तो अवैध रूप से बेसमेंट बनाकर एक कर दिया गया है।
सोशल मीडिया पर छिड़ा ‘वॉर’