करोलबागः निगम अधिकारियों व नेताओं का गठजोड़… बिल्डर माफिया ने किया अरबों रूपये का खेल!

-प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर पुलिस और सीबीआई तक पहुंची शिकायत

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
यूं तो पूरी दिल्ली बिल्डर माफिया के कब्जे में है, लेकिन करोलबाग में निगम के कुछ अधिकारियों और सियासतदानों के गठजोड़ की वजह से बिल्डर माफिया के हौसले बुलंद हैं। एक ओर करोलबाग इलाके में जमकर अवैध निर्माण जारी है तो दूसरी ओर यह बिल्डर माफिया अपने रास्ते में आने वाले हर उस व्यक्ति को हटा देता है, जो इनके रास्ते का कांटा बनता है। जहां इनका बाहुबल नहीं चलता, वहां यह लोग सामने वाले का सामाजिक व राजनीतिक चरित्र हनन करके भारी नुकसान पहुंचाते हैं।
ताजा मामला पन्नालाल ओम प्रकाश ज्वैलर्स खानदान के मुकेश गुप्ता, मुकेश गर्ग, नीरज गर्ग व इनके एक और साथी अमन घई के बारे में सामने आया है। एसएचओ देशबंधु गुप्ता रोड को दी गई शिकायत में पूर्व महापौर रविंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया गया है कि इन लोगों ने भारी संख्या में अवैध निर्माण करके काले धन को सफेद में तब्दील किया है। इनके द्वारा बनवाई गई सभी बिल्डंगों में भारी मात्रा में अवैध निर्माण कराये गये हैं।
दिल्ली पुलिस को दी गई लिखित शिकायत में करोलबाग और रोहिणी इलाकों की 21 ऐसी बड़ी इमारतों की सूची दी गई है, जिसमें भूमाफिया द्वारा बड़े स्तर पर अवैध निर्माण करवाकर बिल्डिंगें खड़ी की गई है। आश्चर्य की बात तो यह है कि इनमें से ज्यादातर इमारतें उत्तरी दिल्ली नगर निगम के करोलबाग जोन द्वारा बुक भी की गई हैं। कुछ इमारतों में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर छोटी-मोटी कार्रवाई करके कुछ निगम अधिकारियों ने भी इनके काम को आगे बढ़ाया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय, गृहमंत्री कार्यालय और विभिन्न एजेंसियों को भेजे गये इस पत्र में चार लोगों मुकेश गुप्ता, मुकेश गर्ग, नीरज गर्ग और अमन घई पर काले धन को सफेद करने के भी गंभीर आरोप लगाये गये हैं। पत्र में कहा गया है कि अरबों रूपये की संपत्तियों की महज कुछ करोड़ रूपयों में रजिस्ट्रियां करवाकर सरकार को भी राजस्व के मामले करोड़ों रूपये का नुकसान पहुंचाया गया है। इनमें से बहुत सी बिल्डिंगों में तो कई अलग अलग संपत्तियों को जोड़कर मॉल और मार्केट बना दिये गये हैं। खास बात है कि इनमें से कई संपत्तियों में तो अवैध रूप से बेसमेंट बनाकर एक कर दिया गया है।
अवैध निर्माण वाली संपत्तियों में प्रमुख रूप से डब्लूईए करोलबाग की संपत्ति संख्याः 12/10, 12/16, 12/19, 12/20, 13/2, 13/3, 13/12, 13/13, 13/17, 4/47, 60/3, 60/5, 60/6 जैसी संपत्तियां शामिल हैं। इनके अलावा ईस्ट पार्क ऐरिया, बीडनपुरा, अंतरिक्ष अपार्टमेंट रोहिणी, 36 सीएससी रोहिणी और मेट्रो व्यू होटल (रेडियो मार्केट) करोलबाग के बारे में भी शिकायत की गई है। इसके अलावा शिकायत में 39 ऐसी कंपनियों के नामों की सूची दी गई है, जिनके बारे में कहा गया है कि यह कंपनियां संदेहजनक कारोबार में लिप्त हैं।
सोशल मीडिया पर छिड़ा ‘वॉर’
बिल्डर माफिया के कारोबार को लेकर सोशल मीडिया पर आपसी ‘वॉर’ छिड़ा हुआ है। एक दूसरे को बदनाम करने के लिए हरएक हथकंडा अपनाया जा रहा है। पहले गुप्ता-गर्ग-घई ग्रुप की ओर से सोशल मीडिया (व्हाट्सएप व अन्य प्लेटफॉर्मस) पर रविंद्र गुप्ता को बदनाम करने के लिए गंभीर आरोप लगाये गये। (जिसकी शिकायत पुलिस में भी की गई है।) अब दूसरे गु्रप ने भी करोलबाग में चल रहे बड़े स्तर पर अवैध निर्माण और बिल्डर माफिया के कारनामों को लेकर युद्ध छेड़ दिया है। खास बात है कि अब लोग अपने नाम के साथ सोशल मीडिया पर खुलकर उपरोक्त लोगों का विरोध कर रहे हैं।