-जय बाजपेई पर डकैती, बलवा, आर्म्स एक्ट के कई पुराने मामले
-जय के साथी रहे रजय बाजपेई, अयज और शोभित बाजपेई
टीम एटूजैड/ कानपुर
कानपुर के कुख्यात बदमाश रहे विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई और उसके तीन भाइयों पर शहर की नजीराबाद पुलिस ने गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई की है। बिकरू हत्याकांड मामले में कानपुर पुलिस जय बाजपेई को पहले ही जेल भेज चुकी है। अब उसके तीनों भाईयों रजय कांत, अजय कांत और शोभित बाजपेई पर शिकंजा कस दिया है।
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कानपुर के बिकरू गांव में 2 जुलाई को आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले की जांच के दौरान पुलिस ने जय को जेल भेजा है। उस पर आरोप है कि गोली कांड से पहले जय ने विकास को 25 कारतूस, हथियार और 2 लाख रुपए पहुंचाए थे। नजीराबाद थाना प्रभारी ज्ञान सिंह के मुताबिक जय बाजपेयी का आपराधिक इतिहास खंगाला गया तो उसके खिलाफ डकैती, बलवा, मारपीट, लूट, आर्म्स एक्ट सहित आधा दर्जन से ज्यादा मुकदमे सामने आए हैं।
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बताया जा रहा है कि अपराध के बल पर ही जय बाजपेयी ने करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी बनाई है। इसमें उसके भाई रजय कांत बाजपेई, अजय कांत बाजपेई और शोभित बाजपेई ने भी साथ दिया है। इंस्पेक्टर ने पुष्टि की कि इन चारों भाइयों पर गैंगस्टर ऐक्ट लगाया गया है। ज्ञान सिंह ने बताया कि जय की प्रॉपर्टी संबंधी जानकारी प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग से साझा की जा चुकी है। इसके आधार पर दोनों विभागों ने उसकी संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है।
जय ने ही बनाया था फर्जी पास
जांच के दौरान जानकारी सामने आई है कि जय ने ही स्कैन करके गाड़ियों के लिए खुद फर्जी पास बनाया था। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में जय ने यह बात कुबूल कर ली है। दूसरी ओर मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही गाड़ी मालिक राहुल सिंह फरार चल रहा है। राहुल की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।