दिल्ली में BJP के साथ JDU-LJP फिर मिलकर लड़ेंगे चुनाव!

-विधानसभा सीटों पर दावेदारी कर रहे तीन सहयोगी दल, 2020 में में मिली थी करारी हार

हीरेन्द्र सिंह राठौड़/ नई दिल्लीः 26 दिसंबर।
दिल्ली विधानभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने सहयोगी दलों के सा मिलकर चुनाव लड़ेगी। बताया जा रहा है कि बीजेपी के साथ जनता दल यूनाइटेड (JDU) और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) एक बार फिर सियासी मैदान में उतरेंगे। जेडीयू, एलजेपी और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी से सीटों में भागीदारी की मांग की है।
बीजेपी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि जेडीयू और लोक जनशक्ति पार्टी पुराने भागीदार रहे हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में भी दोनों दलों ने बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। जेडीयू ने 2020 में दो सीट और एलजेपी ने एक सीट पर चुनाव लड़ा था। जेडीयू को बुराड़ी और संगम विहार तथा एलजेपी को सीमापुरी की सीट से चुनाव लड़ने का मौका मिला था, परंतु दोनों ही दल 2020 में दिल्ली में अपना खाता नहीं खोल सके थे।
JDU को बुराड़ी में 88 हजार से मिली थी हार
2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के साथ समझौते के तहत नीतीश कुमार की जेडीयू ने बुराड़ी सीट पर अपने वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार को टिकट दिया था। जिन्हें आप आदमी पार्टी के उम्मीदवार के हाथों 88427 वोटों के भारी अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। इस सीट पर आप उम्मीदवार संजीव झा को 1,39,368 वोट मिले, जबकि शैलेंद्र कुमार को महज 50,941 वोट ही प्राप्त हुए थे। शिवसेना उम्मीदवार को 18,022 वोट मिले थे जबकि बुराड़ी सीट पर नोटा को 1206 वोट प्राप्त हुए थे। बुराड़ी सीट पर कांग्रेस के साथ गठबंधन में लड़ी लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के उम्मीदवार प्रमोद त्यागी को 2278 वोट ही हासिल हुए थे।
JDU ने 42 हजार से हारा था संगम विहार
2020 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने संगम विहार विधानसभा सीट 42,504 वोटों के अंतर से हारी थी। इस सीट पर जेडीयू ने शिवचरण लाल गुप्ता को टिकट दिया था। गुप्ता को भी इस सीट पर आप के उम्मीदवार के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। आप उम्मीदवार दिनेश मोहनिया को 75,307 वोट और जेडीयू के शिवचरण लाल गुप्ता को 32,803 वोट मिले थे। इस सीट पर बीएसपी के सुरेश चौधरी तीसरे नंबर पर रहे और उन्हें केवल 2927 वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद की पत्नी पूनम आजाद को महज 2601 वोट ही हासिल हुए थे और वह चौथे स्थान पर रही थीं।
सीमापुरी में 32 हजार वोट लेकर दूसरे स्थान पर रही थी LJP
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन में एलजेपी को सीमापुरी सीट मिली थी। इस सीट पर एलजेपी ने संतलाल को चुनावी मैदान में उतारा था, परंतु वह आप के राजेंद्र पाल गौतम के सामने 32,284 वोट लेकर संतलाल दूसरे स्थान पर रहे थे, वहीं गौतम को 88,392 वोट प्राप्त हुए थे। एलजेपी को 56,108 वोट से हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस के वीर सिंह धिंगान 7,661 वोट लेकर तीसरे और बहुजन समाज पार्टी के कमल सिंह 1,565 वोट लेकर चौथे स्थान पर रहे थे।
CONGRESS की सहयोगी RJD की जमानत जब्त
साल 2020 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ मिलकर लड़ा था। आरजेटी के हिस्से में कुल चार सीट पालम, किराड़ी, उत्तम नगर और बुराड़ी आई थीं। चारों ही सीटों पर आरजेडी उम्मीदवार अपनी जमानत तक नहीं बचा सके थे। यहां तक कि तीन सीटों पर तो आरजेडी उम्मीदवारों को नोटा से भी कम वोट हासिल हुए थे। पालम सीट पर आरजेडी उम्मीदवार निर्मल कुमार सिंह को महज 552 वोट ही हासिल हुए थे जबकि यहां नोटा को 848 वोट मिले थे। इसी तरह उत्तम नगर सीट पर आरजेडी उम्मीदवार शक्ति कुमार बिश्नोई को 377 वोट ही मिल पाये थे, जबकि 838 लोगों ने नोटा का बटन दबाया था। किराड़ी सीट पर आरजेडी उम्मीदवार रियाजुद्दीन खान को केवल 256 वोट ही मिले और इस सीट पर 1071 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया था। बुराड़ी सीट पर आरजेडी उम्मीदवार प्रमोद त्यागी नोटा को मिले 1206 वोट से ज्यादा यानी 2278 वोट हासिल करने मे तो कामयाब रहे। परंतु अपनी जमानत नहीं बचा सके।