नहीं बनी बात… मंगलवार को सिविक सेंटर पर प्रदर्शन करेंगे डीबीसी कर्मचारी!

-निगम अधिकारियों व नेताओं के टालू रवैये से कर्मचारियों में नाराजगी

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
दिल्ली के तीनों नगर निगमों उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में कार्यरत सैंकड़ों डीबीसी (डेली ब्रीडिंग चेकर्स) कर्मचारी मंगलवार 26 अक्टूबर को अपनी मांगों को लेकर निगम मुख्यालय सिविक सेंटर पर प्रदर्शन करेंगे। डीबीसी कर्मियोंम में उन्हें नगर निगम में स्थायी पद न मिलने के कारण भारी रोष व्याप्त है। डीबीसी कर्मचारियों की एंटी मलेरिया एकता कर्मचारी यूनियन इसकी की घोषणा की है।

यह भी पढ़ेंः कोरोना गया नहीं कि डेंगू बना गले की फांस ‘केजरीवाल को नहीं इसका आभास‘: कांग्रेस

यूनियन के अध्यक्ष देवानंद शर्मा ने बताया कि निगम प्रशासन लगातार लिखित आश्वासन देने के बाद भी कर्मचारियों के हित में कोई भी कार्य करने को तैयार नहीं है। कई बार निगम महापौर व आला अधिकारियों से बातचीत हो चुकी है, मगर अभी तक कोई हल नहीं निकला है। पिछले साल से निगम प्रशासन टालू रवैया अपनाए हुए हैं। डीबीसी कर्मियों के सब्र का बांध अब टूट चुका है। कर्मचारियों के पास अपना अधिकार पाने के लिए धरना व प्रदर्शन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है।

यह भी पढ़ेंः बीजेपी-राजः ना इलाज के लिए दवाईयां ना मच्छरों को मारने के लिए टैमीफॉस फिर भी डेंगू से बचाव के बड़े-बड़े दावे!

बता दें कि डीबीसी कर्मचारियों को शुरूआत में बरसात के मौसम और इसके बाद फैलने वाली मच्छर व जलजनित बीमारियों की जांच व रोकथाम के लिए कांट्रैक्ट के आधार पर हर साल कुछ महीनों के लिए रखा गया था। लेकिन इसके पश्चात इनका काम लगातार बढ़ाया जाता रहा। कोरोनाकाल में इन डीबीसी कर्मियों ने स्वास्थ्य विभाग का काम भी किया और कोरोना की रोकथाम में आगे बढ़कर अपनी ड्यूटी निभाई थी।

यह भी पढ़ेंः अब बीजेपी के अंदर उठी पीली कोठी चेस्ट क्लिनिक की जमीन नहीं बेचने की मांग

नगर निगम के अधिकारी अब इन डीबीसी कर्मचारियों को हर उस काम पर लगा रहे हैं, जिस काम के लिए कोई और नहीं जाना चाहता। यहां तक कि इन्हें चुनाव के कार्यक्रम भी ड्यूटी दी जाने लगी है। हाल ही में संपन्न हुए गुरूद्वारा चुनाव में भी इन्हें ड्यूटी पर लगाया गया था। इसके अतिरिक्त डीबीसी कर्मचारियों को टोल टैक्स नाकों पर भी खड़ा कर दिया जाता रहा है।