INTERVIEW: निगम की उपलब्धियों व मोदी सरकार के कामकाज पर चुनावी मैदान में उतरेगी बीजेपी: ADESH GUPTA

-आप सरकार का भ्रष्टाचार होगा प्रमुख मुद्दाः आदेश गुप्ता
-स्कीम-टू-स्कैम पर चल रही आप सरकारः आदेश गुप्ता

दिल्ली राज्य निर्वाचन आयोग ने दिल्ली नगर निगम के 250 वार्डों के परिसीमन का खाका खींच दिया है। सियासी दलों के साथ व्यक्तिगत तौर पर भी लोग डी-लिमिटेशन के बारे में अपनी राय आयोग को दे रहे हैं। 3 अक्टूबर तक इसके बारे में आयोग को सुझाव दिये जा कसते हैं। इसके साथ ही इंद्रपस्थ के सियासी मैदान में चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि दिसंबर महीने में दिल्ली नगर निगम के चुनाव कराये जा सकते हैं। सूत्रों की मानें तो दिल्ली राज्य निर्वाचन आयोग भी इसी तरह की तैयारियों में पूरी तरह से जुटा हुआ है। हालांकि दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का एक बहुत बड़ा धड़ा यह मानता है कि यदि दिसंबर 2022 में नगर निगम चुनाव कराये गये तो बीजेपी को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है। राजधानी दिल्ली के वर्तमान सियासी हालातों और निगम चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता के साथ बातचीत की एटूजैड न्यूज के प्रबंध संपादक हीरेन्द्र सिंह राठौड़ ने, पेश हैं इस बातचीत के प्रमुख अंशः-

प्रश्नः वार्डों के परिसीमन की प्रक्रिया पूरी होने जा रही है, यदि इसके पश्चात दिल्ली नगर निगम चुनाव हाते हैं तो भाजपा किन मुद्दों को आधार बनाकर चुनावी समर में उतरेगी?
आदेश गुप्ताः सबसे बड़ा मुद्दा नगर निगम की उपलब्धियां हैं, जिस तरह से निगम ने कूड़ा प्रबंधन के काम को ठीक किया है वह बड़ी बात है, पहले जहां एक वार्ड में केवल तीन-चार गाड़ियां होती थीं, अब 10 से 15 गाड़ियां डोर-टू-डोर कूड़ा इकट्ठा करने में लगी हैं। ताकि कोई भी अपने घर से निकले कूड़े को सड़क पर नहीं डाले और वह कूड़ा लेंडफिल साइट पर अलग अलग होकर वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट में जा सके। तीनों लेंडफिल साइट्स को लगातर कम किया है। निगम का कामकाज ऑनलाइन किया गया है। निगम के प्राइमरी हेल्थ सेंटर व प्राइमरी स्कूलों की स्थिति ठीक की है। बड़े-बड़े फ्लाईओवर बनाये गये हैं, रानी झांसी फ्लाई ओवर इसका ताजा उदाहरण है। इससे जाम और कंजेशन में कमी आई है।
इसके साथ ही केंद्र सरकार की जो उपलब्धियां हैं उन्हें भी घर-घर लेकर जायेंगे। कोविड के दौरान केंद्र सरकार की अन्नपूर्णा योजना से दिल्ली के 74 लाख लोगों को फायदा पहुंचा है। लोगों को मुफ्त राशन, मुफ्त वैक्सीनेशन मिला है। केंद्र सरकार की कई परियोजनाएं हैं जिनसे दिल्ली वालों को फायदा हुआ है जैसे प्रगति मैदान के पास अंडरग्राउंड वे का निर्माण किया गया है। ईस्टर्न और वैस्टर्न पैरीफेरल वे बनाये गये हैं इनसे कंजेशन कम हुआ है। दिल्ली में मेट्रो रेल का विस्तार तेजी से हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने दिल्ली से मेरठ एक्सप्रेस वे और दिल्ली से द्वारका-गुरूग्राम होते हुए मंबई एक्सप्रेस वे का निर्माण किया जा रहा है। इनसे दिल्ली वालों को बहुत फायदा हुआ है। यमुना का प्रदूषण कम करने के लिए केंद्र सरकार ने अब तक 2419 करोड़ रूपया दिया है। यह काम जारी है, इसी साल के अंत में यमुना के पानी को गंदा होने से बचाने के लिए एशिया का सबसे बड़ा एसटीपी प्लां ओखला में तैयार हो जायेगा। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के द्वारा कई बड़े काम जैसे फ्लाईओवर और अंडर पास, आरओबी बनाये जा रहे हैं, इनसे पब्लिक को सुविधाएं मिल रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उज्वला योजना के द्वारा लोगों को बहुत ज्यादा लाभ मिला है। पीएम निधि के तहत रेहड़ी पटरी वालों को 10 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी गई है। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नड्डा जी बहुत जल्दी एक बड़े प्रोग्राम मे ंदिल्ली वालों को संबोधित करेंगे। यह कार्यक्रम रामलीला मैदान में आयोजित किया जायेगा। बीते सात वर्षों में दिल्ली वालों ने आम आदमी पार्टी को पूरी तरह से समझ लिया है कि उनकी सभी स्कीम अब स्कैम बनने जा रही हैं। आप सरकार ने 39 ऐसी योजनाएं बनाईं जो अब तक लागू ही नहीं हो पाईं। जबकि आप सरकार ने उन स्कीमों के प्रचार पर बहुत सारा पैसा पानी की तरह बहा दिया। इस सभी बातों को लेकर हम चुनाव में जाने वाले हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि दिल्ली की जनता भारतीय जनता पार्टी को चुनेगी और बीजेपी को दिल्ली की जनता का आशीर्वाद मिलेगा।
प्रश्नः दिल्ली नगर निगम के चुनाव कब तक होने की उम्मीद है?
आदेश गुप्ताः नीतिगत बात करें तो जब निगम का एकीकरण (यूनीफिकेशन) हुआ तब राज्य निर्वाचन आयोग को 4 महीने का समय दिया गया था, इसके बाद गृह मंत्रालय ने वार्डों के डी-लिमिटेशन का मसौदा जारी कर दिया है, पब्लिक के सुझाव मांगे गये हैं। अब इसके लिए 3 अक्टूबर अंतिम तारीख है अतः पूरी प्रक्रिया को अंजाम देने में एक महीने का समय और लग सकता है। ऐसे में नवंबर महीने के पहले सप्ताह में वार्डां के डीलिमेटेशन की प्रक्रिया पूरी करके इसे सबमिट किया जा सकता है। इसके बाद अगला चरण चुनाव का ही होगा और उम्मीद है कि फिर चुनाव कराये जा सकते हैं।
प्रश्नः नगर निगम में 22 सीटें कम की गई हैं, इसे आप किस नजरिये से देखते हैं?
आदेश गुप्ताः यह तीनों नगर निगमों के एक करने के प्रस्ताव के समय ही संसद ने 250 सीटें करने का निर्णय लिया था। 250 सीटों पर भी उतना ही काम होगा। जितना इससे पहले होता रहा है।
प्रश्नः आप सरकार की शराब नीति को लेकर पिछले समय में बहुत उठापटक हुई है, कई गिरफ्तारियां भी हुई हैं, क्या इसका लाभ भारतीय जनता पार्टी को मिल सकता है?
आदेश गुप्ताः देश में पहली बार आम आदमी पार्टी की सरकार ने सत्ता का दुरूपयोग किया है। सरकार ने जो शराब नीति बनाई उसमें मंदिरों और स्कूलों के पास शराब की दुकानें खोलीं, उन्होंने रिहायशी इलाकों में शराब की दुकानें खोलीं जो कि अब तक कभी नहीं हुआ। उन्होंने केवल पैसे के लिए काम किया। यदि कालोनियों में शराब की दुकान होगी तो पीने वाला व्यक्ति भी ज्यादा पियेगा। मेरा ये मानना है कि जो व्यक्ति शराब पीता है वह कभी नहीं चाहेगा कि उसके परिवार का कोई व्यक्ति या उसके बच्चे शराब पियें। इससे परिवार भी खराब होते हैं, इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया। हमें खास तौर पर गरीब परिवारों की महिलाओं का बहुत ज्यादा समर्थन मिला है। नई शराब नीति का बहुत ज्यादा गलत संदेश गया है। मुझे लगता है कि भ्रष्टाचार और शराब नीति बड़ा मुद्दा है।
आम आदमी पार्टी ने वकीलों के लिए वेलफेयर स्कीम निकाली थी, उसे लागू नहीं किया। इस तरह की 39 स्कीम हैं जो ग्राउंड लेबल पर लागू ही नहीं हुईं। शिक्षा के मामले में जिस तरह से यह लोग विज्ञापन कर रहे हैं और जो वास्तविकता है उसको हम लोगों के सामने लेकर जा रहे हैं। उनके मंत्री सतेंद्र जैन जेल में हैं। सतेंद्र जैन के समय भी मुख्यमंत्री केजरीवाल ने उन्हें क्लीन चिट दी थी और अब उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भी केजरीवाल कट्टर ईमानदार बता रहे हैं। लेकिन जनता सब समझती है और जांच एजेंसियां आपना काम कर रही हैं।
प्रश्नः आम आदमी पार्टी की ओर से बीजेपी की ओर से दिल्ली से लेकर पंजाब तक ‘मिशन लोटस’ के आरोप लगाये जा रहे हैं, इसे किस तरीके सक देखते हैं?
आदेश गुप्ताः ये कोरी बकवास है, इसे ऐसे समझा जा सकता है कि आम आदमी पार्टी ने एक प्रोपेगंडा यूनिवर्सिटी बना रखी है। रोजाना नये प्रोपेगंडा बनाते हैं और वह इसलिए बनाते हैं कि इनके ऊपर जो आरोप लगते हैं उनसे लागों का ध्यान भटकाया जा सके। आम आदमी पार्टी के नेताओं के पास कहने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वह हर बात पर झूठ का सहारा लेते हैं।