-जेई, एई व एग्जीक्यूटिव इंजीनियर का संरक्षण मिलने का दावा
-मेठ हेमराज की पार्टनरशिप में गोगिया बिल्डर का कारनामा
एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 08 अक्टूबर, 2022।
दिल्ली नगर निगम में स्पेशल ऑफिसर का राज शुरू होते ही निचले स्तर के अधिकारियों ने मनमानी शुरू कर दी है। इसका ताजा उदाहरण किशनगंज वार्ड में आई अवैध निर्माणों की बाढ़ से लगाया जा सकता है। वार्ड के खेमा कटरा में बड़े स्तर पर अवैध निर्माण का कार्य जारी है, लेकिन विभागीय अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। यह हालात तो तब हैं, जब पिछले कुछ महीनों में निर्माणाधीन इमारतों में बड़े-बड़े हादसे हो चुके हैं। पिछले महीने ही सदर बाजार इलाके में एक निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत धराशायी हो गई थी।
बता दें कि सिटी सदर-पहाड़गंज जोन के तहत आने वाले किशनगंज वार्ड के खेमू कटरा में करीब 2400 वर्ग गज के प्लाट में से 120 व 80 गज के अलग अलग प्लाट काटकर अवैध रूप से इमारतें खड़ी की जा रही हैं। प्रताप नगर मेट्रो स्टेशन के पास बड़े स्तर पर अवैध निर्माण जारी है। स्थानीय लोगों ने जब इसकी शिकायत सबंधित अधिकारियों से की तो इसके बारे में कोई कार्रवाई नहीं हुई। यहां तक कि अवैध निर्माण कराने वाले ठेकेदार गोगिया बिल्डर का कहना है कि एग्जीक्ूयटिव इंजीनियर, असिस्टेंट इंजीनियर और जूनियर इंजीनियरों के संरक्षण में ही यह काम हो रहा है।
बताया जा रहा है कि नगर निगम के ही एक मेठ के पद पर कार्यरत कर्मचारी हेमराज की इस बिल्डर के साथ पार्टनरशिप है, जिसकी वजह से उसने निगम अधिकारियों को अपने साथ मिला लिया है और धड़ल्ले से अवैध निर्माण का काम करवा रहा है। मेठ के पद पर कार्यरत यह कर्मचारी पिछले लंबे समय से इसी वार्ड में तैनात है और अपने विभाग के अधिकारियों की मोटी कमाई का जरिया बना हुआ है। बताया जा रहा है कि उपरोक्त बिल्डर के द्वारा करीब 30 साइट पर अवैध निर्माण करवाकर बिल्डिंगें खड़ी की जा रही हैं, जिनमें से करीब दो दर्जन केवल किशनगंज वार्ड में ही हैं।
रेलवे की जमीन पर कब्जा कर खड़ी की बिल्डिंग और बेच डाली
बताया जा रहा है कि इसी इलाके में इस बिल्डर माफिया ने रेलवे की सरकारी जमीन पर भी कब्जा करके एक बड़ी बिल्डिंग अवैध रूप से बनाकर बेच डाली है। यह कारनाम बिल्डर माफिया ने रेलवे और नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत के जरिये किया है। आश्चर्य की बात है कि सरकारी विभागों के संबंधित विभागों के लोगों के साथ अभी तक कोई कार्रवाई नही की गई है।