IITF ‘वैजले’: वैजिटेरियंस को मिल रहा ‘वैज’ में ‘नॉन वैज’ का टेस्ट

-प्रगति मैदान के हॉल संख्याः 12-ए में स्टॉल पर लग रही भारी भीड़
-‘हाई न्यूट्रीशन वैल्यू’ के साथ बाजार में उतारे 40 तरह के प्रोडक्ट्स

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्लीः 20 नवंबर।
प्रगति मैदान में चल रहे ‘इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर’ में ‘वैजले’ का स्टॉल भारी भीड़ को आकर्षित कर रहा है। हॉल संख्याः 12-ए में स्थित स्टॉल पर सोयाबीन से बनाये गये खाद्य उत्पादों का मजा लेने के लिए लोग भारी संख्या में आ रहे हैं। सीक कबाब, रोगन जोश, बिरयानी, लॉलीपॉप आदि नॉन वैज खाने के शौकीनों के लिए वही स्वाद यहां वैजिटेरियन खाने में मिल रहा है। वह भी पैकेज्ड फूड के रूप में। बस आपको अपने फ्रिज में रखे वैजले उत्पादों को केवल गरम करना और बस यह खाने के लिए तैयार हो जाते हैं। यहां लोग सोया चाप, चौपस्टिक, सोया नूडल्स के साथ करीब 40 तरह के खाद्य पदार्थों का टेस्ट ले रहे हैं और खरीदकर अपने घर ले जा रहे हैं।
वैजले के मालिक अमित बजाज ने बताया कि नॉन वैज के स्वाद वाले वैज खाद्य उत्पादों का कारोबार उनके पिता लक्ष्मण दास बजाज ने शुरू किया था। उनकी सोच है कि वैजिटेरियन आहार को बढ़ावा देकर जितनी जीव हत्याओं में कमी की जा सकती है, उतना ही अच्छा है। उनका स्लोगन है कि ‘वैजले का एक ही सपना, शाकाहारी और स्वस्थ भारत हो अपना’। साल 2010 में वैजले की शुरूआत के बाद से अब तक देशभर में करीब 200 डिस्ट्रीब्यूटर इस कंपनी के साथ जुड़े हुए हैं। इसके साथ ही पांच सितारा होटलों के साथ वैजले के उत्पाद स्कूल्स की केंटीन, डिफेंस केंटीन, बहुत से जनरल स्टोर्स और रिलायंस स्टोर्स पर भी उपलब्ध हैं।
अमित बजाज का कहना है कि सोयाबीन में न्यूट्रीशन की सबसे ज्यादा मात्रा होती है और इसे सीधे तौर पर नहीं खाया जा सकता। सोयाबीन को खाने के लिए इसे विभिन्न रूपों में बदलना पड़ता है। उन्होंने कहा कि करीब तीन वर्षों तक विदेशों में रहकर स्टडी एवं रिसर्च करने के बाद वह इस काम में जुड़े हैं। फैक्ट्री में उत्पाद तैयार करने के लिए सोयाबीन मध्य प्रदेश की मंडियों के साथ विदेशों से भी आयात किया जाता है।
अमित बजाज ने बताया कि वैजले ने देश में पहली बार ‘सॉफ्ट टोफू’ लॉंच किया है। अब तक टोफू हार्ड शेप में ही आता था। वैजले के उत्पादों की कीमत 25 रूपये से शुरू होती है। सोयाबीन से बने यह खाद्य पदार्थ उन लोगों के लिए तो और भी अच्छे हैं जो पैकेज्ड फूड के शौकीन हैं। फिलहाल प्रगति मैदान के वैजले के स्टॉल पर आने वाली भीड़ को देखकर तो यही लगता है कि वैजिटेरियन लोगों के लिए यह उत्पाद बेहद पसंद आ रहे हैं।