हिमंता बिस्वा सरमा होंगे असम के अगले मुख्यमंत्री

-सोमवार 10 मई को लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ

एसएस ब्यूरो/ नई दिल्ली
लंबी जद्दोजेहद के बाद तय हो गया है कि हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) असम (Asam) के अगले मुख्यमंत्री (Chief Minister) होंगें। हेमंत का नाम तय होने से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) में लंबी उठापटक चली। असम में बीजेपी की जीत के बाद वहां मुख्यमंत्री का नाम तय होने पर पेंच फंसा हुआ था। बताया जा रहा है कि मौजूदा मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल (Sarvanand Sonowal) और पिछली सरकार में स्वास्थ्यमंत्री रहे हिमंता बिस्वा सरमा के बीच सूबे के सबसे अहम पद को लेकर खींचतान चल रही थी। लेकिन अब पार्टी ने हिमंता बिस्वा सरमा का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए तय कर दिया है।

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रविवार को असम की राजधानी दिसपुर में बीजेपी विधायक दल की बैठक में हिमंता बिस्वा सरमा को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। बैठक में तय हुआ है कि वह सोमवार को असम के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व बीजेपी महासचिव अरुण सिंह पर्यवेक्षक बतौर मौजूद रहे। जबकि राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और बैजयंत पांडा भी बैठक में मौजूद रहे।

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बता दें कि कछारी समुदाय से आने वाले सर्बानंद सोनोवाल ने जनजातीय वोटों को बीजेपी के साथ जोड़ने में अहम भूमिका निभाई है। पिछले कार्यकाल में वह राज्य के मुख्यमंत्री रहे और उनकी छवि पर भी कोई दाग नहीं है। वहीं बीजेपी की ओर से नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस के कनवीनर हिमंता बिस्वा सरमा का कद भी राज्य, खासकर शहरी क्षेत्रों में काफी बड़ा है और उनकी मुख्यमंत्री बनने की चाहत किसी से छुपी भी नहीं थी। बता दें कि कोरोनों के दौरान राज्य का स्वास्थ्यमंत्री रहते हुए उनका कार्यकाल भी बेहद अच्छा रहा है।
शनिवार को दिल्ली आये सरमा-सोनोवाल
पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि असम में सोनोवाल और सरमा कैंप की बीच मुख्यमंत्री के पद को लेकर सुलह नहीं हो पाई थी। अतः राज्य के दोनों बड़े नेता शनिवार को पार्टी हाईकमान के बुलावे पर दिल्ली पहुंचे थे। महामारी के बीच दोनों नेताओं का दिल्ली पहुंचना ही इस बात का संकेत था कि असम बीजेपी में कितनी बड़ी खींचतान चल रही थी। हालांकि पार्टी में किसी तरह की तकरार की बात सार्वजनिक ना हो, इसलिए सोनोवाल और सरमा एक साथ ही चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली पहुंचे थे। यहां उनकी बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह के साथ कई दौर की बातचीत हुई।
75 सीटें जीतकर बहुमत में आई बीजेपी
बता दें कि असम की 126 सीटों पर हुए चुनाव का नतीजा 2 मई को आया था। इसमें बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 75 सीटों पर जीत दर्ज की थी, इसमें से 60 सीटें खुद बीजेपी ने जीती हैं। 2016 में भी बहुमत हासिल करके बीजेपी गठबंधन ने असम में सरकार बनाई थी। जबकि इससे पहले राज्य में कांग्रेस की सरकार थी।