गैंगस्टर विकास दुबे के दो और साथी एनकाउंटर में ढेर

-गुरूवार को दो अलग अलग मुठभेड़ में प्रभात मिश्रा और बऊआ दुबे मारे गए
-5 लाख के इनामी विकास दुबे के इर्द-गिर्द कस रहा यूपी पुलिस का शिकंजा

टीम एटूजैड/इटावा-कानपुर
उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने गैंगस्टर विकास दुबे के दो और साथी बदमाशों को मौत के घाट उतार दिया है। दोनों बदमाशों के ऊपर 50-50 हजार रूपये का इनाम घोषित था। यूपी पुलिस ने दोनों बदमाशों का एनकाउंटर अलग अलग स्थानों पर किया। बताया जा रहा है कि गुरूवार की अलसुबह मारे गए दोनों ही बदमाश कानपुर के बिकरू गांव में हुए एनकाउंटर में शामिल थे। इस मुठभेड़ में उत्तर प्रदेश पुलिस के आठ पुलिसकर्मियों को शहादत देनी पड़ी थी।

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आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोप कुख्यात विकासदुबे को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। जगह-जगह उसके पोस्टर लगाए गए हैं। इसी क्रम में पुलिस ने फरीदाबाद में विकास दुबे की मदद करने वाला अपराधी प्रभात मिश्रा को गुरुवार को पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया। आईजी कानपुर रेंज ने बताया कि फरीदाबाद में विकास को छिपने में तीन लोगों ने मदद की थी। इन्हें बुधवार को गिरफ्तार किया गया था। प्रभात मिश्रा भी उनमें से एक था।

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प्रभात के साथ गिरफ्तार किये गए दो आरोपियों श्रवणऔर अंकुर को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया था। जबकि फरीदाबाद कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद आरोपी प्रभात उर्फ कार्तिकेय मिश्रा को यूपी पुलिस के हवाले किया जाना था। इसके लिए उसे फरीदाबाद से कानपुर लाया जा रहा था। प्रभात ने रास्ते में ही पुलिस के चकमा देकर भागने की कोशिश की थी। उसने पुलिसकर्मी की रिवाल्वर छीनकर फायरिंग शुरू कर दी थी। पुलिस की ओर से जवाबी कार्रवाई में प्रभात मिश्रा मारा गया।

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इटावा में हुआ बऊआ दुबे का एनकाउंटर
दूसरी ओर इटावा में हुए एनकाउंटर में विकास का साथी बऊआ दुबे भी मारा गया है। पुलिस ने इटावा के बकेवर थाना क्षेत्र में उसका एनकाउंटर किया। बऊआ दुबे अपने तीन साथियों के साथ एक स्विफ्ट डिजायर कार को लूटकर भागने की कोशिश में था। इसी दौरान कचौरा रोड पर पुलिस ने उन्हें रोका तो उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। इस मुठभेड़ में बऊआ दुबे मारा गया। एनकाउंटर में बउआ के तीन साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार होने में कामयाब रहे। पुलिस को बऊआ दुबे के पास से एक पिस्टल मिली है।

7 दिन में विकास दुबे गैंग के 5 बदमाश हलाक
बीते एक सप्ताह में पुलिस ने कानपुर के विकास दुबे गैंग के 5 बदमाशों को मार गिराया है। यूपी पुलिस ने बुधवार को विकास के राइट हैंड कहे जाने वाले अमर दुबे को एक मुठभेड़े में मार गिराया था। अमर हमीरपुर में छिपा हुआ था। अब तक विकास के गैंग के 5 लोग एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। यूपी के अलावा दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में पुलिस अलर्ट है और उसकी तलाश की जा रही है। विकास दुबे को मंगलवार को फरीदाबाद के एक होटल में देखा गया था, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह फरार होने में कामयाब रहा था।
थाने के एसओ व दरोगा गिरफ्तार
बिकरू गांव जिस थानाक्षेत्र के तहत आता है, उस चौबेपुर थाने के एसओ विनय तिवारी और दरोगा केके शर्मा को भी पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल के मुताबिक विनय तिवारी और केके शर्मा 2 जुलाई को बिकरु गांव में मौजूद थे। लेकिन मुठभेड़ शुरू होते ही वहां से भाग गए थे। एसएसपी दिनेश प्रभु ने बताया कि विनय तिवारी और केके शर्मा ने विकास दुबे को पुलिस की गतिविधियों की जानकारी दी थी।
जानें अब तक क्या हुआ?
2 जुलाईः विकास दुबे को गिरफ्तार करने 3 थानों की पुलिस ने बिकरू गांव में दबिश दी थी। इस दौरान विकास के गैंग ने 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी।
3 जुलाईः पुलिस ने सुबह 7 बजे विकास के मामा प्रेम प्रकाश पांडे और सहयोगी अतुल दुबे का एनकाउंटर कर दिया। 20-22 नामजद समेत 60 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
5 जुलाईः पुलिस ने विकास के नौकर और खास सहयोगी दयाशंकर उर्फ कल्लू अग्निहोत्री को घेर लिया। पुलिस की गोली लगने से दयाशंकर जख्मी हो गया। उसने खुलासा किया कि विकास ने पहले से प्लानिंग कर पुलिसकर्मियों पर हमला किया था।
6 जुलाईः पुलिस ने अमर की मां क्षमा दुबे और दयाशंकर की पत्नी रेखा समेत 3 को गिरफ्तार किया। शूटआउट की घटना के समय पुलिस ने बदमाशों से बचने के लिए क्षमा दुबे का दरवाजा खटखटाया था। लेकिन क्षमा ने पुलिस की मदद करने की बजाय बदमाशों को पुलिस की लोकेशन बता दी थी। रेखा भी चिल्ला चिल्ला कर बदमाशों की मदद कर रही थी।
8 जुलाईः बुधवार को एसटीएफ ने विकास के शार्प शूटर और करीबी अमर दुबे को मार गिराया। प्रभात मिश्रा सहित 10 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।
9 जुलाईः गुरूवार को प्रभात मिश्रा और बऊआ दुबे कानपुर और इटावा में हुए अलग अलग एनकाउंटर में मारे गए।